शिक्षक/कर्मचारी

बस्तर में शिक्षक प्रमोशन पर सवाल : बिना दावा आपत्ति मंगाये सीनियरिटी लिस्ट पुरानी तिथि से जारी करने का आरोप….कई शिक्षक प्रमोशन से हुए वंचित

बस्तर 4 अक्टूबर 2022। एक तरफ बड़ी संख्या में सहायक शिक्षकों का बड़ी संख्या में तबादला हो रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ प्रमोशन पर सवाल भी खड़े हो रहे हैं। बस्तर में 1 अप्रैल 2021 की स्थिति में प्रमोशन किया गया है, जिस पर सवाल खड़े हो रहे हैं। ऐसा इसलिए हैं क्योंकि अधिकांश जिलों में 1 जुलाई 2022 की तिथि से सीनियरिटी लिस्ट बनी है। पुरानी लिस्ट के आधार पर सीनियिरिटी निर्धारित होने से कई सहायक शिक्षक प्रधान पाठक में पदोन्नति से वंचित हो गये हैं, लिहाजा उन्होंने विभाग से प्रमोशन में सीनियरिटी का निर्धारण 1 जुलाई 2022 की स्थिति में करने की मांग की है।

हालांकि देखें तो बस्तर के अन्य जिलों में ही 1 अप्रैल 2021 की ही तिथि से सीनियरिटी लिस्ट बनी है,लेकिन कई जिलों में इस लिस्ट से शिक्षकों की सीनियरिटी प्रभावित नहीं हुई है, लेकिन बस्तर के शिक्षकों का कहना है कि सीनियरिटी में 1 साल का अंतर होने से कई शिक्षकों की सीनियरिटी प्रभावित हुई है। इधर, शिक्षकों ने बस्तर संभाग के शिक्षा विभाग में पदोन्नति पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि 28 सितंबर को मनमाने तरीके से पदोन्नति आदेश जारी कर दिया गया। जिसमें पदोन्नति हेतु हकदार शिक्षक पदोन्नति से वंचित हो गए।

आरोप है कि पदोन्नति हेतु स्कूल शिक्षा विभाग एवं संभागीय शिक्षा कार्यालय के आदेशों की अवहेलना करते हुए वरिष्ठता सूची प्रकाशित किए बिना एवं बिना दावा आपत्ति मंगवाए पदोन्नति आदेश व्यक्तिगत रूप से गोपनीय तरीके से जारी किए गए, जिससे पदोन्नति प्रक्रिया संदेहास्पद बन गई है। आरोप के मुताबिक स्कूल शिक्षा विभाग मंत्रालय के पदोन्नति आदेश को ताक में रखा गया है, जिसमें वरिष्ठता का निर्धारण 1/4/2022 होने के बजाय 1/4/2021 की स्थिति अनुसार पदोन्नति प्रदान की जा रही है, जबकि संपूर्ण राज्य में सभी संभागीय एवं जिला कार्यालय से 1/4/2022 की स्थिति में 3 वर्ष पूर्ण करने वाले समस्त योग्यताधारी सहायक शिक्षकों को रिक्त पदों के विरुद्ध पदोन्नति दी जानी थी।

पदोन्नति सूची में पूर्व में पदोन्नति प्राप्त सहायक शिक्षक (वर्तमान में शिक्षक) को भी शामिल कर लिया गया है, साथ ही पदोन्नत संस्था हेतु निर्धारित नियमों की भी अवहेलना प्रदर्शित हो रही है, जिसमें शिक्षक विरोध प्रदर्शन करने हेतु बाध्य हो पारदर्शी पदोन्नति प्रक्रिया की मांग कर रहे हैं।

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