SECL के नये CMD ने मेगा कोल प्रोजक्ट का ग्राउंड जीरों पर पहुंचकर जानी हकीकत, अफसरों को कोल प्रोडक्शन बढ़ाने दिया निर्देश
कोरबा 2 फरवरी 2022- कोल इंडिया में कोयला उत्पादन में अपनी अहम भूमिका निभाने वाली SECL की खदानों का परफॉर्मेंस पिछले कुछ महीनों बेहतर नही रहा है। तय लक्ष्य से कम कोयला उत्पादन कर रही एसईसीएल की मेगा कोल प्रोजक्टर की रिपोर्ट के बाद एसईसीएल की कमान अब प्रेम सागर मिश्रा को सौंपा गया है।
एसईसीएल मुख्यालय में सीएमडी का पदभार ग्रहण करते ही सीएमडी पी.एस.मिश्रा एक्शन में नजर आये। कोरबा में संचालित एसईसीएल की मेगा कोल प्रोजक्ट गेवरा और कुसमुंडा परियोजना का आज सीएमडी पी.एस. मिश्रा ने ग्राउंड जीरों पर जाकर निरीक्षण किया। बुधवार की सुबह टीम के साथ कुसमुंडा माईंस के कोल फेस में पहुँचकर सीएमडी ने कोल प्रोडक्शन की बारीकियों का अवलोकन किया, इसके साथ ही एसईसीएल के अफसरों के साथ उन्होने कुसमुंडा से कोयला उत्पादन और डिस्पैच को लेकर महत्वपूर्ण बातचीत कर कोल प्रोडक्शन और डिस्पैच बढ़ाने के लिए विशेष दिशा निर्देश दिये। कुसमुंडा परियोजना का निरीक्षण करने के बाद सीएमडी ने गेवरा माईंस पहुँचकर अफसरों की समीक्षा बैठक ली।
गेवरा माईंस में मौजूदा वक्त में लगातार 1.5 लाख टन प्रतिदिन कोयला उत्पादन किया जा रहा है, और इसे और बढ़ाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। वहीं दीपका माईंस भी एक लाख टन से अधिक कोयला उत्पादन कर तय लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में योगदान कर रहा है। यहाँ समीक्षा बैठक के बाद कोल डिस्पैच सुविधाओं का सीएमडी पी.एस.मिश्रा ने निरीक्षण किया। एसईसीएल की मेगा कोल प्रोजक्ट के निरीक्षण के दौरान ही खदान की सुरक्षा में तैनात त्रिपुरा रायफ़ल्स के DIG से भी चर्चा कर जानकारी ली।
एसईसीएल के सीएमडी पी.एस. मिश्रा के कोरबा प्रवास और एसईसीएल की मेगा कोल प्रोजक्ट में मैराथन निरीक्षण और समीक्षा बैठक से साफ समझा जा सकता है कि प्रबंधन कोल प्रोडक्शन बढ़ाने की दिशा में काफी गंभीर है। जिसे लेकर एसईसीएल के नये सीएमडी ने अफसरों को विशेष दिशा निर्देश देने के साथ ही कोयला उत्पादन में लापरवाही बर्दाश्त नही करने को लेकर अपनी मंशा स्पष्ट कर दी है।