स्थानांतरित संगठन की मुख्यमंत्री से मुलाकात, प्रथम नियुक्ति से वरीष्ठता सहित नियुक्ति, प्रमोशन व शिक्षक की समस्याओं पर रखी बातें

रायपुर 9 अगस्त 2024।  स्थानांतरित संगठन के संयुक्त बैनर तले स्थानांतरित संगठन छत्तीसगढ़ व्याख्याता एल बी एवं समस्त संगठन प्रांतीय संचालक लालबहादुर साहू, शिक्षक संघ उदय आनंद व 1998 वरिष्ठता प्रभावित प्रांतीय संचालक डी के घोसले ने मिलकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात की। इस दौरान 27000 स्थानांतरित के आग्रह पर स्थानांतरित का वरिष्ठता प्रथम नियुक्ति से गणना करने, पंचायत नियम शिथिल कर प्रथम नियुक्ति से वरिष्ठता गणना, सामान्य प्रसाशन विभाग नियमानुसार प्रावधान करने के बाद ही शिक्षक, प्रधान पाठक ,व्याख्याता व प्राचार्य में पदोन्नति करने, हाई स्कूल विषय विज्ञान मे भौतिक, रसायन, बायो तीनो की नियुक्ति, पदोन्नति, स्थानांतरण लाभ देने, जहां विषय विशेषज्ञ व्याख्याता हैं, वहां विज्ञान व्याख्याता के अध्यापन लैब सामग्री उपलब्ध कराने, प्रायोगिक व पर्यवेक्षक कार्य में सहयोग करने लैब संचालन व सामग्री की देखरेख व सामग्री व्यवस्थित क्रम में रखने हेतु लैब शिक्षक को अध्यापन कार्य से मुक्त करने के साथ ही भविष्य में लैब शिक्षक में बायो वाले का रेशयों अधिक होने के कारण 12 गणित वाले को नियुक्ति मे प्राथमिकता देने की मांग की। इन मांगों को पहले भी संघ की तरफ से कई बार ज्ञापन दिया जा चुका था, लेकिन मांगें पूरी नहीं होने पर मुख्यमंत्री से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा गया।

पहली मांग- प्रांत अध्यक्ष लाल बहादुर साहू ने बताया कि हम पदोन्नति के विरोधी नहीं है सभी का पदोन्नति हो हम भी चाहते हैं। संविलियन पश्चात समस्त गणना लाभ संविलियन तिथि से देने का उल्लेख है, जब सभी संगठन प्रथम नियुक्ति से ओल्ड व पेंशन की मांग कर रहे हैं, इसलिए 1998 ,2005 व 2008 वाले पहले नियुक्त वाले स्थानांतरित का गणना भी प्रथम तिथि से होनी चाहिए। पूर्व में संविलियन का नियम ही नहीं था, जिसे सुधार कर संविलियन कर दिया। पंचायत के समय लागू एनपीएस को सुधार कर ओल्ड पेंशन नियम लागू कर दिया, 7 वर्ष की पदोन्नति नियम को 3 वर्ष कर दिया, पूर्व के सभी नियम सुधार दिए गए हैं तो स्थानांतरित की पूर्व पंचायत नियम से गणना क्यों किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पदोन्नति जिला /जनपद स्तर पर नही राज्य व संभाग स्तर पर किया जा रहा है, इसलिए सभी स्थानांतरित के लिए प्रथम नियुक्ति से पदोन्नति लाभ देने के लिए पंचायत नियम शिथिल कर नए नियम प्रावधान करे, फिर शिक्षक व्याख्याता ,प्राचार्य व प्रधान पाठक में पदोन्नति की कार्यवाही जल्द से जल्द प्रारंभ करना शुरू करें।  पहले पदोन्नति नियम सुधार ले, ताकि 27000 स्थानांतरित ओल्ड शिक्षक संवर्ग को पदोन्नति लाभ हेतु अवसर व न्याय मिल सके। उन्होंने कहा कि ऐसे अनुभवी शिक्षक कम अनुभवी के अंडर करेंगे व बिना पदोन्नति के रिटायर हो जाएंगे ऐसा नीति निर्धारण पुर्णतः गलत है नियम में सुधार करेंगे ।

कैबिनेट की बैठक शुरू, 10 से ज्यादा प्रस्तावों पर लग सकती है मुहर

दूसरी मांग – शिक्षा विभाग में छात्र हित व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हेतु भाजपा सरकार की दूरदर्शिता से 2008 सेटअप लागू कर विषयवार शिक्षकों की नियुक्ति पदोन्नति प्रक्रिया शुरू हुई थी उद्देश्य यही था कि शिक्षा की गुणवत्ता विषय व योग्यता का सही महत्व, मूल्यांकन हो। विषय विशेषज्ञ शिक्षक द्वारा विषय के बेसिक कॉन्सेप्ट क्लीयर हो,  छात्र विषय की बारियों को समझे व पूर्व नियम को बदलकर 2008 सेटअप लाया था, लेकिन कुछ संगठन शिक्षक संवर्ग पदोन्नति की चाह व लाभ लेने अध्यापन की गुणवत्ता व छात्र हित को दरकिनार कर अपने हित में विषयवार बाध्यता समाप्त की मांग उचित नहीं ।

2008 सेटअप में दर्ज संख्या के आधार पर गुणवत्ता हेतु- प्राथमिक /माध्यमिक /हाई व हायर सेकेंडरी संस्था में विषयवार शिक्षक की नियुक्ति, पदोन्नति ,पद स्वीकृत की व्यवस्था की गई उन्हीं को अध्यापन करना है, लेकिन नियुक्ति के बाद कई ऐसे शिक्षक व संस्था प्रमुख है नियुक्ति वाले विषय शिक्षक होने के बाद भी कई जगह अन्य विषय शिक्षक से अध्यापन कार्य कराते हैं। भाजपा द्वारा लागू किये 2008 सेटअप छात्रों के हित में बेहतर है, लेकिन भौतिक, रसायन व्याख्याता के लिए हाई स्कूल सेटअप में कुछ विसंगति भी है, उसमें राज्य सरकार को आंशिक सुधार शिक्षक व छात्र हित में करने व प्रशिक्षण तथा विषयवार नियुक्ति, अध्यापन का कड़ाई से पालन करने की आवश्यकता भी है, जिससे शिक्षा का स्तर ऊंचा उठे।  अन्यथा प्रशिक्षण किसी का और काम किसी का ऐसे में गुणवत्ता संभव नहीं। नियुक्ति की बात करे भौतिक रसायन वाणिज्य व्याख्याता की सिर्फ हायर सेकेंडरी विषय में क्रमशः भौतिक रसायन वाणिज्य में नियुक्ति का प्रावधान है। हाई स्कूल विषय (9वी 10वीं )- विज्ञान/ गणित में नहीं, अन्य सभी विषय हिंदी ,अंग्रेजी ,संस्कृत (नहीं ),विज्ञान( बायो), सामा. विज्ञान( भूगोल/ अर्थशास्त्र, राजनीति/ इतिहास) , गणित व्याख्याता का हाई व हायर सेकेंडरी स्कूल विषय दोनों में नियुक्ति पदोन्नति स्थानांतरण लाभ का प्रावधान है।  बायो /गणित व्याख्याता को हायर सेकेंडरी व हाई स्कूल विषय क्रमशः- 11वीं 12वीं बायो (और 9वी 10वीं विज्ञान ) / 11वीं 12वीं गणित( 9वी 10वीं गणित) दोनों में नियुक्ति पदोन्नति व स्थानांतरण लाभ शासन देते हैं व हाई स्कूल में नियुक्ति होने पर ( 9वी 10वीं का) 2 ही कॉलखंड पढ़ाते हैं। भौतिक रसायन वाले को नियुक्ति पदोन्नति स्थानांतरण लाभ नही देते जिस विषय मे नियुक्ति का अधिकार ही नहीं। वहीं  व्याख्याता हाई स्कूल विषय(9वी 10वी ) विज्ञान /गणित कई संस्थाओ में अध्यापन कार्य कर रहे हैं जो संवैधानिक दृष्टि से गलत है ।

"अपराध की प्रकृति गंभीर" देवेंद्र यादव को नहीं मिली जमानत, बलौदाबाजार कांड में 18 अगस्त को हुई थी गिरफ्तारी

5 किलोमीटर नजदीक हाई स्कूल पद रिक्त है अन्य सभी विषय वाले नियुक्ति पदोन्नति स्थानांतरण से जा सकते हैं। भौतिक, रसायन वाले (9वी 10वीं विज्ञान / गणित में) नहीं 70 किलो मीटर व 100 किलो मीटर दूर हायर सेकेंडरी में ही कार्य करेगा। सेटअप में हुईं चूक के कारण भौतिक रसायन बेरोजगार व व्याख्याता के साथ भेदभावपूर्ण नियम बंद करे। राज्य सरकार पाठ्यक्रम के अनुसार जिसमें एस.सी.ई.आर.टी द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है, आंशिक सुधार कर विज्ञान में -भौतिक रसायन और बायो तीनों की नियुक्ति पदोन्नति का प्रावधान करें। इससे छात्रों के विषय विज्ञान में भौतिक, रसायन ,बायो तीनों का सँस्थाओँ से अल्टरनेट बेसिक कंसेप्ट क्लियर होगा, वहीं भौतिक रसायन वाले को हाई स्कूल में कार्य करने अवसर मिल पाएगा। राज्यभर के डीईओ/ बीईओ/ प्राचार्य/ व्याख्याता भौतिक रसायन का हस्ताक्षरित ज्ञापन सौंप सेटअप में आंशिक सुधार के बाद ही व्याख्याता नई नियुक्ति पदोन्नति व स्थानांतरण प्रक्रिया प्रारंभ करने मांग की गयी है।

तीसरा मांग – लैब शिक्षक को विज्ञान व्याख्याता के गुणवत्तापूर्ण अध्यापन हेतु लैब सामग्री उपलब्ध कराने ,प्रायोगिक कार्य व पर्यवेक्षक कार्य के साथ लैब सामग्री की सुरक्षा व व्यवस्थित क्रम में रखने हेतु लैब कार्य संचालन हेतु जंहा विषय के व्याख्याता है उस विषय अध्यापन कालखंड से मुक्त करने की मांग की गई है। प्राचार्य द्वारा अन्य कार्य कराने के कारण अध्यापन की गुणवत्ता व लैब संचालन कार्य प्रभावित होता है। लैब शिक्षक को अध्यापन से मुक्त करे विज्ञान विषय विशेषज्ञ व्याख्याता भौतिक ,रसायन ,बायो के टीचिंग लर्निंग पद्धति गुणवत्तापूर्ण अध्यापन हेतु आवश्यक लैब सामग्री उपलब्ध कराने, प्रायोगिक व बोर्ड पर्यवेक्षक कार्य मे सहयोग में अनावश्यक व्यवधान उत्पन्न न हो व लैब शिक्षक में बायो संकाय वाले का रेशयो अधिक होने के कारण,भविष्य में नियुक्ति होने पर गणित वाले को प्राथमिकता देने नई नीति निर्धारण कर गणित व बायो का 2 : 1 में नियुक्ति करने की मांग की गई है। विषय व्याख्याता की अनुपस्थिति पर बायो वाले लैब शिक्षक सिर्फ विज्ञान जबकि गणित वाले विज्ञान गणित दोनों का अध्यापन कर सकते है छात्र हित व व्यवस्था में सुधार हेतु गणित वाले को लैब शिक्षक में प्राथमिकता देने की मांग की है जो गणित व्याख्याता का 1 कालखंड अध्यापन सहयोग कर सकता है। अन्य व्याख्याता अपने विषयवार प्रशिक्षण के अनुसार सिर्फ पी जी विषय वाले विषय का ही अध्यापन करेगा, प्रशिक्षण में शिक्षा विभाग में सरकार बहुत अधिक राशि खर्च करती है प्रशिक्षण के साथ शिक्षक प्रशिक्षित विषय में ही अध्यापन करेगा शिक्षक अच्छे मनोस्थिति के साथ बेहतर तरीके से कार्य कर पाएंगे । मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपने वालो में लालबहादुर साहू , महादेव साहू. उदय आनन्त , दिनेश घोसले ,मनोज यादव , ए.के मंडावी, डी के भारद्वाज , राकेश निषाद , ललित साहू इत्यादि उपस्थित थे।

ब्रेकिंग: प्राधिकरणों में नियुक्ति शुरू,गोमती साय, खुशवंत साहेब को बनाया गया इन प्राधिकरण का उपाध्यक्ष, GAD ने जारी किया आदेश
NW News