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VIDEO : पूर्व मंत्री कवासी लखमा ने कहा….”वो छत्तीसगढ़ का डाॅन समझता था, लेकिन उसे डाॅन से बिल्ली बना दिया ! दादी के इस बयान से मचेगा बवाल

रायपुर 14 जून 2024। रायपुर के नये सांसद और छत्तीसगढ़ सरकार में शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को लेकर छत्तीसगढ़ में राजनीति गरमायी हुई है। मंत्री पद से इस्तीफा को लेकर बृजमोहन अग्रवाल के बयान पर पूर्व मंत्री कवासी लखमा ने पलटवार कर तीखा हमला किया है। लखमा ने कहा…..”बृजमोहन अग्रवाल अब न घर के रहे और ना ही घाट के….! तंज कसते हुए लखमा ने कहा कि वो अपने आप को छत्तीसगढ़ का डाॅन समझता था, लेकिन वो डाॅन को अभी बिल्ली बना दिया गया है। विष्णुदेव सरकार उनको कही का नही छोड़ने वाली है।” पूर्व मंत्री कवासी लखमा के इस बयान के बाद एक बार फिर सूबे की राजनाति में बवाल मचना तय माना जा रहा है।

छत्तीसगढ़ में मौजूदा वक्त में बलौदाबाजार में हुए अग्निकांड पर राजनीति गरमायी हुई है। लेकिन इसी राजनीति गहमा-गहमी के बीच  एक दिन पहले ही बृजमोहन अग्रवाल के 6 महीने और मंत्री पद पर बने रहने के बयान ने सूबे की राजनीति गरमा दी है। दरअसल गुरूवार को मीडिया से चर्चा के दौरान नव निर्वाचित सांसद बृजमोहन अग्रवाल से मंत्री और विधायक पद से इस्तीफा के मुद्दे पर सवाल पूछा गया। मीडिया के इस सवाल पर बृजमोहन अग्रवाल ने दो टूक शब्दों में ये कह दिया कि सांसद चुने जाने के बाद भी वो अगले 6 महीने तक प्रदेश में मंत्री पद पर रह सकते है। रही बात इस्तीफे की तो मुख्यमंत्री जी जब कहेंगे उस दिन मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे।

बृजमोहन अग्रवाल के इस बयान के बाद सबसे ज्यादा झटका बीजेपी के उन बड़े नेताओं को लगा, जिन्हे हाल-फिलहाल में मंत्री पद मिलने की उम्मींद थी। चूकि शिक्षा सत्र भी शुरू होने वाला है, तो शिक्षा मंत्री का सपना देखने वाले बड़े नेताओं को इस बयान के बाद तो झटका लगा ही होगा। उधर बृजमोहन अग्रवाल के इस बयान के बाद कांग्रेस को बैठे-बिठाये राजनीति करने का मौका मिल गया। फिर क्या था अपने बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले पूर्व मंत्री कवासी लखमा ने बृजमोहन अग्रवाल पर बयानों के तीखे वार कर दिये। मीडिया ने जब नव निर्वाचित सांसद बृजमोहन अग्रवाल के बयान पर प्रतिक्रिया लेनी चाही, तो उन्होने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी में अंदरूनी कलह चालू हो गया है।

क्योंकि बृजमोहन अग्रवाल को न घर का न घाट का छोड़ा गया, लेकिन बेचारा क्या करेगा। वो छत्तीसगढ़ का डाॅन समझता था, लेकिन वो डाॅन को अभी बिल्ली बना दिया गया है। विष्णुदेव सरकार उनको कही नही छोड़ने वाला है। कवासी लखमा ने तंज कसते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में नंबर वन पर जीत दर्ज करने वाले बृजमोहन अग्रवाल को टीवी पर देख रहे थे। लेकिन उनको केंद्रीय कैबिनेट में भी कोई पद नही मिला। कवासी लखमा ने अपने बयान में छत्तीसगढ़ बीजेपी में खींचतान चलने का भी आरोप लगाया है। गौरतलब है कि रायपुर से रिकार्ड मतों से जीत दर्ज करने वाले बृजमोहन अग्रवाल को कैबिनेट में स्थान मिलने को लेकर समर्थक आश्वस्त थे।

लेकिन कैबिनेट में छत्तीसगढ़ से महज बिलासपुर सांसद तोखन साहू को केंद्रीय राज्य मंत्री का पद दिया गया। ऐसे में फ्रंट लाइन पर राजनीति करने वाले बृजमोहन अग्रवाल को लेकर जहां विपक्ष हमलावर नजर आ रही है। वहीं दूसरी तरफ बृजमोहन अग्रवाल के 6 महीने तक मंत्री के पद पर बने रहने के बयान ने बीजेपी के खेमे में ही हचचल बढ़ा दी है। ऐसे में अब ये देखने वाली बात होगी कि साय सरकार समय रहते बृजमोहन अग्रवाल से मंत्री पद से इस्तीफा लेती है या फिर उनके बयान के मुताबिक अगले 6 महीने तक मंत्री पद पर कंटीन्यू रखती है ? ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा। लेकिन तब तक इस मुद्दे को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जरूर जारी रहेगा।

 

 

 

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