VIDEO : तो क्या बृजमोहन अग्रवाल बने रहेंगे शिक्षा मंत्री ? डिप्टी सीएम अरूण साव के इस बयान के बाद बढ़ी राजनीतिक हलचलें

कोरबा 21 जून 2024। छत्तीसगढ़ सरकार में शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का इस्तीफा अभी मंजूर नही हुआ है। जीं हां ये कहना है डिप्टी सीएम अरूण साव का…..कोरबा में योग दिवस के अवसर पर पहुंचे डिप्टी सीएम अरूण साव ने बताया कि बृजमोहन अग्रवाल ने अपने इस्तीफे की इच्छा जाहिर की है, लेकिन उनका इस्तीफा अभी मंजूर नही किया गया है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्रीजी अभी इस्तीफा स्वीकार करने को लेकर विचार करेंगे। कुल मिलाकर देखा जाये तो अभी भी बृजमोहन अग्रवाल के मंत्री पद को लेकर सस्पेंस बरकरार है। वहीं डिप्टी सीएम अरूण साव के इस बयान के बाद एक बार फिर सूबे की राजनीति में हलचल बढ़ा दी है।

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गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ की राजनीति में मौजूदा वक्त में रायपुर के नव निर्वाचित सांसद और प्रदेश सरकार के शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल केंद्र बिंदु बने हुए है। रिकार्ड मतों से सांसद चुने जाने के बाद पिछले दिनों बृजमोहन अग्रवाल ने विधानसभा सदस्य के पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद उनके मंत्री पद से इस्तीफे को लेकर विपक्ष की ओर से राजनीति शुरू कर दी गयी। इस बीच मंत्री पद से इस्तीफे को लेकर राजनीति गरमाने पर 19 जून को कैबिनेट की बैठक में बृजमोहन अग्रवाल ने भारी मन से अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री को सौंप दिया। बीजेपी के सीनियर लीडर और कद्दावर नेता बृजमोहन अग्रवाल के इस फैसले के बाद उनके विभागों के बंटवारे को लेकर कयास लगाये जा रहे थे। इसी बीच आज योग दिवस के दिन डिप्टी सीएम अरूण साव ने बृजमोहन अग्रवाल को लेकर कोरबा में नया बयान दिया है।

उनसे जब बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफ और मंत्रिमंडल के पुनर्गठन के संबंध मे सवाल पूछा गया, तो उन्होने दो टूक शब्दों में ये कह दिया कि अभी बृजमोहन अग्रवाल जी का इस्तीफा मंजूर हुआ नही है। उन्होने इच्छा जाहिर की है, ऐतिहासिक वोटों से जीत कर वे सांसद निर्वाचित हुए है। मंत्री मंडल के पुनर्गठन के सवाल पर डिप्टी सीएम ने बताया कि ये मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। पार्टी के केंद्रीय नेताओं से चर्चा करके मंत्रिमंडल का पुनर्गठन किया जायेगा। वहीं जब डिप्टी सीएम साव से बृजमोहन अग्रवाल का इस्तीफा स्वीकार करने में लग रहे समय पर सवाल पूछा गया, तो उन्होने बताया कि इस्तीफे पर विचार करेंगे, मुख्यमंत्री जी अभी इस पर विचार करने के बाद निर्णय लेंगे।

डिप्टी सीएम अरूण साव के इस बयान के बाद अंदाजा लगाया जा सकता है कि राजधानी रायपुर में अभी भी गहमा-गहमी बरकरार है। मतलब बृजमोहन अग्रवाल ने भले ही भारी मन से अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री को सौंप दिया, लेकिन आज दो दिन बाद भी इस्तीफे को स्वीकार करने में मुख्यमंत्री बिल्कुल भी जल्दबाजी करते नजर नही आ रहे है। ऐसे में डिप्टी सीएम अरूण साव के इस बयान के बाद सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या बृजमोहन अग्रवाल का इस्तीफा स्वीकार किया जायेगा ? या फिर पार्टी के सबसे सीनियर लीडर को उनके सम्मान के मुताबिक मंत्री पद पर 6 महीने का एक्सटेंशन दिया जायेगा ? ये तो अब आने वाला वक्त ही बतायेगा। लेकिन कोरबा में डिप्टी सीएम साव के इस बयान ने सूबे की राजनीति में हचलच जरूर पैदा कर दी है।

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