उद्धव ठाकरे से शरद पवार की मुलाकात के बाद सरगर्मियां हुई तेज….उधर बागियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए डिप्टी स्पीकर ने मांगा मंतव्य
मुंबई 24 जून 2022। शिवसेना के बागी विधायकों पर शिकंजा कसने की तैयारी में उद्धव की शिवसेना दिख रही है। शिवसेना की तरफ से 16 बागियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर डिप्टी स्पीकर ने मंतव्य मांगा है। इधर,महाराष्ट्र के राजनीतिक संकट में शह और मात का खेल जारी है. एक तरफ बागी नेता एकनाथ शिंदे का गुट लगातार मजबूत होता जा रहा है. दूसरी तरफ विधायक एक-एक करके उद्धव ठाकरे से अलग होते दिख रहे हैं.
बावजूद इसके शिवसेना मजबूत होने का दावा कर रही है. अबतक शिवसेना की तरफ से 16 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग उठाते हुए डिप्टी स्पीकर को पत्र भेजा गया है. दूसरी तरफ शिंदे खुद को विधायक दल का नेता बता रहे हैं. कल हुई शिवसेना विधायकों की मीटिंग में पार्टी के सिर्फ 13 MLA पहुंचे थे. जबकि महाराष्ट्र में उनके 55 विधायक हैं. यानी यह साफ हो चला है कि बाकी 42 विधायक शिंदे गुट के साथ हैं. इसमें से 38 विधायक शिंदे के पास गुवाहाटी पहुंच भी चुके हैं. यानी अब शिंदे गुट पर दल-बदल कानून लागू नहीं होगा.
महाराष्ट्र में उद्धव सरकार पर मंडरा रहे खतरे से गुस्साए शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने कुर्ला के बागी विधायक मंगेश कुड़ालकर के दफ्तर में तोड़फोड़ की है. नाराज शिवसैनिकों ने विधायक मंगेश के ऑफिस में घुसकर जमककर तोड़फोड़ की. इससे पहले शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने अहमदनगर में बैनर पर लगी एकनाथ शिंदे के बैनर की तस्वीर पर कालिख फेंकी. यही नहीं शिवसैनिकों ने एकनाथ शिंदे हाय हाय के नारे भी लगाए. नाराज शिवसेना के लोगों ने चांदीवली में विधायक दिलीप लांडे के बैनर फाड़ दिए.
बता दें कि शिवसेना के कार्यकर्ता दिलीप लांडे के बागी एकनाथ शिंदे के खेमें में शामिल होने से नाराज थे। महाराष्ट्र के सियासी संकट के बीच सीएम उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को पार्टी के जिला प्रमुखों की बैठक में भावुक संबोधन दिया. शिवसेना में आई दोफाड़ की स्थिति के बीच उन्होंने कहा कि आप पेड़ के फूल फल और टहनी ले जा सकते हैं लेकिन जड़े नहीं नहीं तोड़ सकते.” इस बीच, एक और शिवसेना के एक और विधायक के गुवाहाटी पहुंचकर एकनाथ शिंदे के अगुवाई वाले बागी गुट से जुड़ने की खबर है. शिंदे गुट की पार्टी पर पकड़ मजबूत होती जा रही है.