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इंडियन एयरफोर्स का बड़ा फैसला, MIG-21 के पूरे बेड़े की उड़ान पर रोक, इस वजह से लिया गया फैसला

नयी दिल्ली 20 मई 2023। मिग-21 से जुड़ी बड़ी खबर है। इंडियन एयरफोर्स ने मिग 21 विमान के पूरे बेड़े की उड़ान पर रोक लगा दी है। ये फैसला इंडियन एयरफोर्स ने उड़ान के दौरान लगातार हादसे का शिकार हो रहे मिग 21 विमान की वजह से लिया गया है।  अभी हाल भी में राजस्थान में एक मिग 21 विमान क्रैश हो गया था जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी. हालांकि स्थायी तौर पर ये रोक अभी नहीं लगाई गई है।

जानकारी के मुताबिक भारतीय वायु सेना ने मिग -21 विमान के बेड़े की उड़ान पर रोक का फैसला राजस्थान में दो सप्ताह पहले हुए हादसे के बाद लिया गया है।  अभी उस हादसे की जांच की जा रही है। मिग-21 लड़ाकू विमानों के उड़ान पर रोक लगा दी गई है क्योंकि 8 मई को हुई दुर्घटना की जांच अभी भी जारी है।  इसके दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है।

1960 के दशक से एयरफोर्स में शामिल होने के बाद मिग-21 के अब तक 400 से ज्यादा हादसे हो चुके हैं। इसके क्रैश रेकॉर्ड को देखते हुए इसे फ्लाइंग कॉफिन यानी उड़ता ताबूत नाम दिया गया। एक जमाने में ये दुनिया के सबसे ताकतवर फाइटर प्लेन में शामिल था। इसकी तेज रफ्तार और मारक क्षमता के आगे अमेरिका जैसे देश भी डरते थे। ये इकलौता ऐसा फाइटर जैट है, जिसे दुनियाभर के 60 से ज्यादा देशों में इस्तेमाल किया गया है। अब तक इस लड़ाकू विमान की 11496 यूनिट्स का निर्माण किया जा चुका है।

अभी एयरफोर्स के पास मिग-21 बाइसन की लगभग केवल तीन स्क्वाड्रन हैं, एक स्क्वाड्रन में करीब 18 विमान होते हैं। MIG-21 को 1960 के दशक में IAF में शामिल किया गया था और फाइटर के 800 वेरिएंट सेवा में हैं। अब ये चरणबद्ध रूप से समाप्त होने के कगार पर हैं। भारत में सभी मिग-21 को 2025 की शुरुआत में चरणबद्ध तरीके से हटा दिया जाएगा। मिग-21 की दुर्घटना दर हाल के दिनों में चिंता का कारण रही है क्योंकि उनमें से कई दुर्घटनाओं का शिकार हुए हैं। IAF उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान के साथ LCA मार्क 1A और LCA मार्क 2 सहित स्वदेशी विमानों को शामिल करने पर भी विचार कर रहा है।

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