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ब्रेकिंग : निलंबित IPS जीपी सिंह को लेकर EOW की टीम कोर्ट पहुंची… गुड़गांव से किया गया था गिरफ्तार… कई मामलों में है FIR दर्ज

रायपुर 12 जनवरी 2022। गुडगांव में गिरफ्तार IPS जीपी सिंह को लेकर EOW की टीम आज रायपुर पहुंची है। जहां सीधे उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। पहले ये कहा जा रहा था कि फ्लाइट के जरिये उन्हें रायपुर लाया जायेगा, लेकिन मौसम में खराबी की वजह से उन्हें रोड रूट से रायपुर लाया गया। बार-बार तलब किये जाने के बावजूद पेश में नहीं आने वाले आईपीएस जीपी सिंह के खिलाफ कई-कई धाराओं में मामला दर्ज है।

कल गुड़गांव में उन्हें वकील से मिलकर लौटते वक्त गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने भी राहत देने से इंकार कर दिया था। इससे पहले देर रात करीब 11 बजे ACB/EOW के 1DSP,3 TI समेत 1 सिपाही की टीम जीपी सिंह को गुड़गांव से रायपुर के लिए लेकर हुई थी। अब से कुछ देर पहले ही उन्हें रायपुर लाया गया।

आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो रायपुर में अनुपातहीन संपत्ति और भष्टाचार निवारण अधिनियम और धारा 201,467,471 के आरोप में निलंबित आईपीएस जी.पी.सिंह को प्रकरण की विवेचना में उपस्थित होने के लिए कई नोटिस जारी किए गए थे और उसके बाद भी वह विवेचना में सहयोग नहीं कर रहे थे। सुप्रीम कोर्ट ने भी उन्हें कोई राहत नहीं प्रदान की थी। जिसके बाद एसीबी ईओडब्लू की टीमें उनके सभी संभावित ठिकानो पर तलाश कर रही थी।  मंगलवार को देर शाम EOW की टीम ने जीपी सिंह को पूछताछ के लिए गुड़गाँव से गिरफ्तार किया है। गौरतलब है कि दुर्ग में दर्ज 2 मामलों में दुर्ग पुलिस उनकी गिरफ्तारी कर सकती है….आपको बता दे कि 1 जुलाई की सुबह 6 बजे ACB-EOW की टीमों ने रायपुर, राजनांदगांव और ओडिशा में उनके सहयोगियो समेत उनके सभी ठिकानो पर एक साथ छापा मारा था जिसमें 5 करोड़ की चल-अचल संपत्ति का खुलासा हुआ था और 10 करोड़ की संपत्ति मिलने और इसके बढ़ने की आधिकारिक जानकारी दी गई थी….इसके अलावा छापे के दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज भी मिले थे जिसके आधार पर रायपुर कोतवाली में IPS जीपी सिंह पर राज्य सरकार राजद्रोह, का मामला दर्ज हुआ था जिसका चालान कोतवाली पुलिस पहले ही कोर्ट में पेश कर चुकी है जो कोर्ट में विचाराधीन है…..आपको बताते चले कि निलबिंत सीनियर IPS जीपी सिंह के वकीलों ने एफआईआर में राहत देने के लिए पहले ये आवेदन बिलासपुर हाईकोर्ट में दिया था, वहां बात नहीं बनी तो मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले में राहत देने से इंकार कर दिया था जिसके बाद से ACB/EOW की टीमें लगातार उनकी तलाश में जुटी थी…..

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