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CG : छठ घाट पर एक मंच पर दिखे CM बघेल और पूर्व CM डाॅ.रमन,उधर बृजमोहन और ढेबर की हंसी-ठिठोली ने सबका ध्यान खींचा

रायपुर 20 नवंबर 2023। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव में एक-दूसरे पर आरोप लगाने वाले नेता चुनाव के बाद एक ही मंच पर नजर आये। जीं हां मौका था सूर्य उपासना का महापर्व छठ का, जहां एक ही मंच पर सीएम भूपेश बघेल और पूर्व सीएम डाॅ.रमन सिंह ना केवल एक साथ नजर आये, बल्कि दोनों नेताओं ने एक-दूसरे से हाथ मिलाकर अभिवादन भी किया। इस दौरान छठ घाट के एक मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रम की धूम रही तो दूसरे मंच पर राजनीतिक संगम की बयार देखने को मिली। वहीं दूसरी तरफ उसी मंच पर बृजमोहन अग्रवाल और महापौर एजाज ढेबर की हंसी-ठिठोली ने भी लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा।

लोक आस्था एवं सूर्य उपासना का महापर्व छठ आज उगते हुए सूर्य को अध्र्य देकर संपन्न हो गया। पूरे छत्तीसगढ़ के साथ ही राजधानी रायपुर में धूमधाम से इस पर्व को मनाया गया। लेकिन इस बार के छठ पूजा में राजधानी रायपुर के छठ घाट पर चुनावी रण के बाद राजनेताओं की सादगी ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार रायपुर के महादेव घाट में छठ पूजा आयोजन समिति के मंच पर सीएम भूपेश बघेल और पूर्व सीएम रमन सिंह एक साथ दिखे। इसके अलावा रायपुर दक्षिण से बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल और रायपुर के मेयर एजाज ढेबर और कांग्रेस नेता आरपी सिंह भक्तिमय माहौल में बातचीत करते दिखे।

आपको बता दे कि चुनावी व्यस्तता के बाद छठ पूजा के दौरान राजीनितक दलों के नेताओं ने न सिर्फ एक साथ छठ घाट पर मंच साझा किया बल्कि चेहरे पर मुस्कान बिखेरे और एक-दूसरे से बातचीत के साथ ही जमकर हंसी ठिठोली भी की। पूर्व सीएम रमन सिंह मंच पर भाषण दे रहे थे, इसी दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मंच पर पहुंचे। दोनों ने एक दूसरे का सम्मान किया। भाषण खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खड़े होकर पूर्व सीएम रमन सिंह का अभिवादन किया फिर दोनों ने एक दूसरे से हाथ मिलाया। इस दौरान मंच पर बृजमोहन अग्रवाल और एजाज ढेबर की हंसी ठिठोली भी देखने को मिली। दूसरी और रायपुर पश्चिम विधायक विकास उपाध्याय और पूर्व विधायक राजेश मूणत एक दूसरे से दूरी बनाते नजर आये।

जब विकास उपाध्याय ने मंच से भाषण देना शुरू किया तो राजेश मूणत मंच से उतरकर दूसरे कार्यक्रम के लिए रवाना हो गए। चुनाव खत्म होने के बावजूद दोनों नेताओं में राजनीतिक तल्खी यहां देखा गया।मंच पर आयोजन समिति के कार्यकर्ता सीएम का स्वागत कर रहे थे। इस दौरान काफी देर तक रमन सिंह बैठे रहे। हालांकि सीएम और पूर्व सीएम ने एक दूसरे से बातचीत नहीं की, लेकिन हाथ मिलाकर एक दूसरे का अभिवादन जरूर किया। वहीं भूपेश बघेल के भाषण से पहले ही रमन सिंह मंच से उतरकार दूसरे कार्यक्रम के लिए रवाना हो गए। इस दौरान रमन सिंह ने मीडिया से चर्चा में कहा कि छठ पूजा आयोजन समिति ने सभी को न्यौता दिया था।

छठी मैया का पर्व सबके लिए है। इसलिए इसमें राजनीतिक दल की कोई सीमा नहीं होती। सभी लोग दल से ऊपर उठकर कार्यक्रम में शामिल होते हैं। गौरतलब है कि हाल ही में चुनाव प्रचार के दौरान विधायक बृजमोहन अग्रवाल पर मौदहापारा में हमला हुआ था, तब उन्होंने उस दौरान इस हमले के लिए मेयर एजाज ढेबर और उनके उनके बड़े भाई अनवर ढेबर पर हत्या की साजिश का आरोप लगाया था। रायपुर दक्षिण से कांग्रेस प्रत्याशी महंत रामसुंदर दास पर आरोप लगाते हुए कहा था कि महंत के गुंडों ने हार के डर से उन पर हमला किया है। लेकिन छठ घाट पर दोनों नेता ना केवल अगल-बगल की कुर्सी पर एक साथ बैठे, बल्कि बातचीत और हंसी मजाक भी करते दिखे। इसलिए कह सकते हैं कि राजनीति में कोई एक दूसरे का विरोधी नहीं होता। बस मौके की नजाकत को देखते हुए नेता अपने रूख तय करते है।

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