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CG : मिनी स्काई लिफ्ट घोटाला- 5 लाख की मशीन को 15 लाख में खरीदा,प्रदेश भर में स्पलाई कर किया करोड़ों का घोटाला,कांग्रेस की सरकार में हुए घोटाले पर जांच का आदेश….!

रायपुर 28 दिसंबर 2023। छत्तीसगढ़ में नयी सरकार के आते ही कांग्रेस की सरकार में हुए मनमानी और करोड़ों रूपये के भ्रष्टाचार का खुलासा होने लगा है। ताजा मामला मिनी स्काई लिफ्ट की स्पलाई से जुड़ा हुआ है। जिसकी खरीदी में करोड़ों रूपये का भ्रष्टाचार किया गया। आरटीआई में मिले दस्तावेज से हुए इस खुलासे के बाद आरटीआई एक्टिविस्ट व अधिवक्ता डीके सोनी ने राज्यपाल को जांच के लिए पत्र लिखा था। राजभवन ने इसे गंभीरता से लिया है। राज्यपाल के अवर सचिव ने राज्य शासन को पत्र लिखकर मामले की जांच करने और रिपोर्ट पेश करने कहा है।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ की सत्ता से भूपेश बघेल की सरकार के जाते ही घोटालों का खुलासा होने लगा है। प्रदेश भर के नगरीय निकायों में सप्लाई के नाम पर किये गये करोड़ों रूपये के भ्रष्टाचार का ऐसा ही मामला सामने आया है। सूचना के अधिकार से इस घोटाले का खुलासा हुआ है। आईटीआई एक्टिविस्ट डी.के.सोनी ने बताया कि प्रदेश के नगरीय निकायों में मिनी स्काई लिफ्ट की खरीदी और आपूर्ति में जमकर भ्रष्टाचार करते हुए धांधली की गयी। आरटीआई से मिले दस्तावेज में इस बात का खुलासा हुआ है कि बाजार में जिस मिनी स्काई लिफ्ट मशीन की कीमत पांच लाख रुपये है,उसे राज्य शासन ने नगरपालिका व नगर पंचायतों के लिए 14 से 15 लाख रुपये में खरीदी की है। गड़बड़ी करने के लिए फर्जी बिल व्हाउचर का भी इस्तेमाल किया गया।

प्रदेशभर में हुए इस करोड़ों रूपये के भ्रष्टाचार में एक ही फर्म वंदना एग्रो द्वारा मिनी स्काई लिफ्ट की सप्लाई की गयी। इस पूरे मामले पर अधिवक्ता एवं आरटीआई एक्टिविस्ट डी.के. सोनी ने 20 नवंबर 2023 को एक शिकायत आवेदन राज्यपाल के समक्ष प्रस्तुत किया था। जिसमे यह उल्लेख किया गया था कि छत्तीसगढ़ राज्य में वर्ष 2018 से लेकर 2022 तक अलग-अलग नगर पंचायतों एवं नगर पालिका में मिनी स्काई लिफ्ट मशीन की खरीदी की गई। पूरे प्रदेश में एक ही संस्था से मिनी स्काई लिफ्ट मशीन बाजार से अधिक दर पर खरीदी की गई है। मिनी स्काई लिफ्ट मशीन की खरीदी के संबंध में सूची प्रदान की गई जिसमें नगर पंचायत का नाम,मिनी स्काई लिफ्ट मशीन सप्लायर करने वाले फर्म का नाम वर्क-ऑर्डर दिनांक खरीदी की गई मशीनों की संख्या एवं भुगतान किए गए राशि का विवरण दिया गया था। शिकायत में इस बात का उल्लेख किया गया है कि प्रदेश में जो मिनी स्काई लिफ्ट मशीन खरीदी की गई है वह सिर्फ एक ही कंपनी वंदना एग्रो इंडस्ट्रीज से ही क्रय किया गया है।

वंदना एग्रो इंडस्ट्रीज के प्रोप्राइटर के द्वारा नगर पंचायत एवं नगर पालिका के अधिकारियों और विभाग के मंत्री से मिलीभगत कर बाजार दर से तीन गुना दर पर मिनी स्काई लिफ्ट मशीन की खरीदी की गई। इसके साथ्ज्ञ ही बिना जांच पड़ताल किये मिनी स्काई लिफ्ट को क्रय किया गया है। श्किायत में अधिवक्ता एवं आरटीआई एक्टिविस्ट ने ये भी बताया है कि प्रदेश में एक दर्जन से भी अधिक कंपनियांमिनी स्काई लिफ्ट की निर्माता है। बावजूद इसके सिर्फ वंदना एग्रो कंपनी द्वारा प्रदेश भर के नगर पालिका में सप्लाई किया गया। शिकायकर्ता अधिवक्ता डीके सोनी ने कंपनी व फर्जीवाड़ा व भ्रष्टाचार में शामिल अधिकारियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने की मांग की है। जिस पर राजभवन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। राज्यपाल के अवर सचिव ने राज्य शासन को पत्र लिखकर मामले की जांच करने और रिपोर्ट पेश करने कहा है। जिसके बाद मिनी स्काई लिफ्ट खरीदी करने वाले अधिकारियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है।

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