CG NEWS :निजात अभियान का असर: न्यायधानी में होने वाले अपराधों में आई 10 प्रतिशत की कमी…..SP ने जारी किये आंकड़े, कहा नशे के कारोबार से कोई समझौता नहीं …..
बिलासपुर 2 मई 2023। न्यायधानी बिलासपुर में नशे के खिलाफ चल रहे निजात अभियान का जमीनी स्तर पर असर दिखने लगा हैं। बिलासपुर एसपी संतोष सिंह ने क्राईम रिकार्ड के आकड़ो को प्रस्तुत करते हुए बताया हैं कि निजात अभियान का ही असर हैं कि नशे के खिलाफ किये गये लगातार कार्रवाई से जिले में अपराध के आकड़ो में 10 प्रतिशत की कमी आई हैं। इसी तरह चाकूबाजी की घटनाओं में 79 प्रतिशत,छेड़खानी के 34 प्रतिशत मामलों में कमी आई है। वही निजात अभियान का ही असर हैं कि बिलासपुर पुलिस ने नशे के कारोबार और इससे जुड़े लोगों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करते हुए एक हजार 733 केस में से एक हजार 845 लोगों को गिरफ्तार किया है।
गौतरलब हैं कि सूबे के मुखिया भूपेश बघेल नशे के कारोबार के सख्त खिलाफ हैं। मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश के बाद पूरे प्रदेश में नशे के कारोबार के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा हैं। वहीं दूसरी तरफ बिलासपुर एसपी संतोष सिंह का निजात अभियान आज पूरे छत्तीसगढ़ के साथ ही देशभर में अपनी एक अलग पहचान बनाये हुए हैं। नशे के खिलाफ शुरू किये गये इस अभियान के जरिये पुलिस ना केवल नशे के कारोबार से जुड़े अवैध कारोबारियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई कर रही हैं, बल्कि स्कूल,कालेज सहित भीड़ भाड़ वाले इलाके में नुक्कड़, आमसभा के जरिये लोगों को नशे के दुष्प्रभाव से बचने के लिए जागरूकता अभियान भी चला रही हैं। बिलासपुर एसपी संतोष सिंह के निजात अभियान का ही असर हैं कि नशे की हालत होने वाले अपराध के आकड़ो में लगातार कमी दर्ज की जा रही हैं।
एस.पी. संतोष सिंह ने बताया कि निजात अभियान शुरू होने के बाद से तीन महीने के भीतर आबकारी एक्ट और एनडीपीएस एक्ट के तहत ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई। इसके तहत नशे का सामान बेचने और इस अवैध कारोबार से जुड़े लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस कार्रवाई में गैर-जमानतीय केस में 301 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। एसपी द्वारा जारी आकड़ो पर गौर करे तो जिले में कुल अपराधों में 10 फीसदी की कमी आई है। इसमें चाकूबाजी के मामलो में 79 प्रतिशत, मारपीट के मामलों में 12 प्रतिशत, छेड़छाड़ के मामलों में 34 प्रतिशत अपराध कम हो गए हैं। इसी तरह चोरी के केस में पहले की अपेक्षा 15 प्रतिशत की कमी आई हैं। निजात अभियान का ही असर हैं कि पुलिस द्वारा कानून व्यवस्था को दुरूस्त रखने के साथ ही जन जागरूकता भी चलाई जा रही है।
इसके तहत आम लोगों के सहयोग से स्कूल और कॉलेजों के साथ ही सार्वजनिक जगहों में 702 कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसी तरह जिले के थानों में नशे की गिरफ्त में आ चुके लोगों की लिस्टिंग कर उनकी विभिन्न संस्थाओं की मदद से काउंसलिंग भी कराई जा रही है। इसी तरह इस अभियान के दौरान कोटपा एक्ट में सार्वजनिक जगहों पर धूम्रपान करने वाले 263 व्यक्तियों पर वैधानिक कार्रवाई की गई है। जबकि शराब पीकर वाहन चलाने वाले 572 लोगों के विरुद्ध धारा 185 एमवी एक्ट की कार्रवाई करते हुए वाहन चालकों पर कानूनी कार्रवाई की गई है। जिसमें प्रत्येक चालक को बतौर जुर्माना 10 हजार रुपए न्यायालय में जमा करना पड़ा।
गौरतलब हैं कि एक साल पहले तक बिलासपुर जिला में लगातार हो रहे अपराध और अपराधियों के बुलंद हौसलों पर नकेल कसने में पुलिस नाकाम साबित हो रही थी। दिन दहाड़े मारपीट और हत्या के मामले लगातार सामने आ रहे थे। पुलिस रिकार्ड की माने तो पिछले साल मारपीट के 1007 मामले दर्ज किए गए थे, जो अब 884 हैं। इसी तरह चाकूबाजी के 24 की जगह मौजूदा वक्त में सिर्फ 5 हैं। चोरी और नकबजनी के 385 की जगह वर्तमान में 328, छेड़खानी के 41 की जगह 27 अपराध दर्ज किए गए हैं। पिछले साल कुल 1967 अपराधों की तुलना में इस बार 1776 अपराध ही पुलिस थानों में दर्ज हुए हैं।