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CG NEWS : VIDEO – जब गांव में पहुंचे वन विभाग के रेंजर को ही ग्रामीणों ने बना लिया बंधक….कहा कैमरे के सामने बताओं कब करोगे काम का भुगतान……देखिये VIDEO

बिलासपुर 8 नवंबर 2022। बिलासपुर के रतनपुर वन परिक्षेत्र में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब ग्रामीणों ने विभाग के रेंजर को ही गांव में बंधक बना लिया। बताया जा रहा हैं कि ग्रामीणों से वन विभाग ने मजदूरी करवाने के बाद उनका भुगतान नही किया था। इस बात से नाराज ग्रामीणों ने रेंजर को ही बीच गांव में पहले तो बंधक बना लिया गया, फिर मोबाइल के कैमरे के सामने बकाया पेमेंट भुगतान का कमिटमेंट रिकार्ड कराने के बाद छोड़ा गया।

पूरा घटनाक्रम रतनपुर वन परिक्षेत्र के छतौना गांव का हैं। बताया जा रहा हैं कि वन विभाग ने छतौना गांव के ग्रामीणों ने महीनों पहले मजदूरी करवा लिया था। लेकिन मजदूरी का पेमेंट ग्रामीणों को नही दिया गया था। ग्रामीण कई बार अपने पेमेंट के लिए रेंजर के दफ्तर का चक्कर लगा चुके थे। काम का भुगतान न होने से ग्रामीण काफी नाराज थे। बताया जा रहा हैं कि ग्रामीणों की इसी नाराजगी के बीच वन विभाग के रेंजर सुमन्त साहू गांव में पहुंचे हुए थे। तभी ग्रामीणों ने रेंजर को गांव में बैठा लिया और बकाया पेमेंट के भुगतान को लेकर नाराजगी जताने लगे।

रेंजर के गोलमोल जवाब से नाराज होकर ग्रामीणों ने रेंजर से दो टूक कह दिया कि जब तक पेमेंट देने की तय तारीख नही बताओगे, तब गांव से नही जाने देंगेें। ग्रामीणों की इस बात को सुनने के बाद रेंजर सुमन्त साहू भी असमंजस में पड़ गया। सोशल मीडिया में वायरल विडियों में देखा जा सकता हैं कि रेंजर अगले महीने बकाया पेमेंट करने की बात कहते नजर आ रहे हैं, लेकिन कई ग्रामीण अपना मोबाइल फोन का विडियों ऑन कर पेमेंट की तय तारीख बताने की बात कह रहे हैैं। ग्रामीणों की नाराजगी देखने के बाद रेंजर ने दिसंबर महीने में 20 तारीख तक सभी ग्रामीणों को बकाया भुगतान करने का कैमरे के साथ बयान दिया गया।

जिसके बाद ग्रामीणों की नाराजगी दूर हो सकी। वही इस चर्चा के दौरान एक ग्रामीण ने रतनपुर वन परिक्षेत्र के कार्य पर भी सवाल उठा दिया। ग्रामीण ने आरोप लगाया कि जिन लोगों ने काम नही किया उन लोगों का नाम मस्टर रोल में डालकर विभाग पैसा निकाल रहा है, जबकि जो लोग काम किये हैं, उन्हे पेमेंट नही किया जा रहा हैं। ग्रामीण की इस शिकायत को सुनने के बाद रेंजर ने जांच करने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया गया। करीब 5 घंटे तक चले इस हाई-वोल्टेज ड्रामे के बाद रेंजर को गांव से जाने दिया गया।

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