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CG POLITICS : कोरबा में ” भईया-भाभी और दीदी की साख लगी दांव पर, आखिर क्या है कोरबा लोकसभा का चुनावी समीकरण !

कोरबा 5 मई 2024। छत्तीसगढ़ में तीसरे चरण के मतदान से ठीक पहले आज रविवार शाम से चुनावी प्रचार का शोर थम जायेगा। मौजूदा वक्त में छत्तीसगढ़ की 7 लोकसभा सीटों में कोरबा लोकसभा सबसे हाॅट बनी हुई है। इस सीट से भाजपा की सरोज पांडे का कांग्रेस की ज्योत्सना महंत से सीधी टक्कर है। सरोज पांडे को उनके समर्थक दीदी और ज्योत्सना महंत को उनके समर्थक भाभी कहते है। ज्योत्सना महंत के चुनावी रण के सारथी खुद उनके पति डाॅ.चरणदास महंत बने हुए है। ऐसे में कोरबा लोकसभा सीट पर दीदी और भाभी की इस सीधी लड़ाई में चरण भईया की साख भी दांव पर लगी हुई है।

देश-जनादेश की ओर लगातार आगे बढ़ रहा है। देश में तीसरे चरण के चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गयी है। 7 मई को होने वाले तीसरे चरण के चुनाव में छत्तीसगढ़ की 7 लोकसभा सीटों पर मतदान होने है। लेकिन इन 7 सीटों में मौजूदा वक्त में कोरबा लोकसभा सबसे हाॅट सीट बनी हुई है। जीं हां बीजेपी ने इस सीट से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व राज्य सभा सदस्य सरोज पांडे को चुनावी मैदान में उतारा है। सरोज पांडे के इस सीट से उतारे जाने के बाद से ही ये सीट हाई प्रोफाइल सीटों की गिनती में आ गयी। क्योंकि इस सीट पर ना केवल प्रदेश के बढ़े नेता, ब्यूरोक्रेट्स बल्कि सीधे दिल्ली की भी नजर है। छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों में कोरबा एक ऐसी सीट है जो कि कांग्रेस के कब्जे में है।

ऐसे में इस सीट पर कब्जा जमाने के लिए जहां बीजेपी ने राष्ट्रीय नेत्री को यहां से चुनावी दंगल में उतारा है। वहीं कांग्रेस पार्टी ने मौजूदा सांसद ज्योत्सना महंत पर दोबारा भरोसा जताया है। मूलतः घरेलू महिला रही ज्योत्सना महंत को दोबारा कैंडिडेब बनाये जाने के बाद बीजेपी को पहले तो ये सीट वाॅक ओवर लग रही थी। लेकिन पत्नी के चुनावी रथ की कमान जब खुद नेता प्रतिपक्ष डाॅ.चरणदास महंत ने संभाली तो ये चुनाव समय के साथ-साथ अब टफ होता नजर आ रहा है। मौजूदा राजनीति पर गौर करे तो एक तरफ जहां बीजेपी सांसद ज्योत्सना महंत को निष्क्रिय और क्षेत्र के विकास में बाधक बताकर चुनाव प्रचार करने के साथ ही मोदी की गारंटी की बात लेकर जनता के बीच जा रही है। वहीं कांग्रेस सरोज पांडे को बाहरी बताने के साथ ही इस चुनाव को लोकलाइज करने में जुटी हुई है। मतलब कांग्रेस के नेता इस चुनाव को जल-जंगल और जमीन की लड़ाई के साथ स्थानीय मुद्दो पर जोर दे रही है।

टिकट घोषणा के बाद से ही बीजेपी इस सीट पर लगातार आक्रामक रही है। प्रचार-प्रसार से लेकर राष्ट्रीय नेताओं की रैलिया भी लोकसभा में की गयी। लेकिन कांग्रेस पार्टी ग्राउंड जीरों पर ज्यादा पसीना बहाते नजर आई। कुल मिलाकर देखा जाये तो मौजूदा लोकसभा चुनाव में बीजेपी जहां मोदी की गारंटी,हिंदुत्व, राम मंदिर और आरक्षण के मुद्दो को लेकर मैदान में है। वहीं कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता स्थानीय मुद्दो को लेकर चुनाव की वैतरणी पार करने की जुगत में लगे हुए है। कुल मिलाकर देखा जाये तो कोरबा लोेकसभा सीट पर मौजूदा वक्त में राष्ट्रीय नेत्री सरोज पांडे के साथ ही नेता प्रतिपक्ष डाॅ.चरणदास महंत की साख मुख्य रूप से दांव पर लगी हुई है। ऐसे में अब ये देखने वाली बात होगी कि कोरबा लोकसभा की जनता इस सीट से किसके सिर पर जीत का ताज पहनाती है, ये तो आने वाले 4 जून को ही साफ हो पायेगा।

 

 

 

 

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