क्राइम

CG : NCIB का अफसर बताकर ढाबे में मारा छापा,संचालक को बंधक बनाकर की पैसों की डिमांड,पुलिस ने 4 आरोपियों को किया अरेस्ट

धमतरी 1 जनवरी 2024। धमतरी पुलिस ने राष्ट्रीय अपराध जांच ब्यूरो के फर्जी अफसर बनकर लोगों से पैसा वसूली करने वाले 4 शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने एक ढाबा में छापामार कार्रवाई कर ढाबा संचालक को पहले तो बंधक बनाया, इसके बाद कानूनी कार्रवाई का खौफ दिखाकर उससे पैसों की डिमांड करने लगे। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से दो कार भी जब्त की गई है।

जानकारी के मुताबिक पूरा मामला कुरूद थाना क्षेत्र का है। कुरूद पुलिस के मुताबिक थाना क्षेत्र अंतर्गत नारी गांव में स्थित किरण ढाबा के संचालक अजय सिंह ने 30 दिसंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसने रिपोर्ट में बताया था कि एक कार में चार युवक सवार होकर ढाबा में पहुंचे थे। जिन्होने ढाबा में घुसते ही अपना आइडी कार्ड दिखाया। खुद को राष्ट्रीय अपराध जांच ब्यूरो का अधिकारी बताकर दुकान की तलाशी करने लगे। दुकान के कांउटर में काम करने वाले कर्मचारियों ने अपने पीने के लिए चार पौवा देसी शराब रखा था। जिसे देखकर शराब बेचने की बात कहकर ढाबा के कर्मचारियों के साथ मारपीट किया गया।

इसके बाद कार सवार लोगों द्वारा अपनी कार से एक बोरी शराब निकालकर पीड़ित के दुकान में रखकर फोटो लेकर जेल भेजने की धमकी देने लगे। मामले को रफा-दफा कराने के नाम पर ढाबा संचालक से 80 हजार रुपये की मांग की गयी। इसके बाद उक्त लोगों द्वारा ढाबा संचालक से पैसा वसूलने के लिए उसे बंधक बनाकर उसके निवास स्थान दमानी कालोनी नयापारा रायपुर लेकर गए। इसके बाद घटना से घबड़ाये ढाबा संचालक ने अपने घर से 15 हजार रुपये नगद दिए। इसके बाद आरोपियों ने दोबारा ढाबा संचालक को अपने गाड़ी में जबरदस्ती बिठाकर वापस ग्राम नारी लाकर छोड़े और शेष 65 हजार रुपये 31 दिसंबर की सुबह 11 बजे धमतरी लाकर पहुंचाने की धमकी दी।

इस घटना से घबराये पीड़ित ढाबा संचालक ने पुलिस में पूरे घटना की रिपोर्ट दर्ज करायी। जिसके बाद कुरूद एसडीओपी के.के. बाजपेयी के नेतृत्व में सायबर सेल और कुरूद की संयुक्त टीम ने आरोपियों की पतासाजी शुरू की गयी। आरोपियों के बताये हुए स्थान बस स्टैंड धमतरी में पुलिस टीम ने घेराबंदी कर आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों की पहचान कांकेर निवासी सागर देवनाथ, फससगांव कोंडागांव निवासी वेदांश चौहान,सुधांशु पांडेय और पंकज यादव के रूप में हुई है। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि पिछले चार-पांच महीने से उनकी मुलाकात कांकेर निवासी कैलाश साहू से हुई।

जिसने उन्हें एनसीआइबी में काम करने के लिए चारों को ट्रेनिंग दी। कैलाश साहू ने सभी को बताया था कि एनसीआइबी सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त एनजीओ है, जो छत्तीसगढ़ के किसी भी स्थान पर अवैध शराब पर कार्रवाई कर सकती है। इसके बाद चारों युवकों ने योजनाबद्ध तरीके से नारी पहुंचकर रेड की कार्रवाई की और किरण रेस्टोरेंट के मालिक को डरा धमकाकर पैसा उगाही करना स्वीकार किया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त दो कार और नगदी रकम जब्त किए है। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से सभी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।

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