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CG: हाॅस्पिटल में बवाल: डॉक्टर ने जिंदा नवजात शिशु को बता दिया मृत,पॉलिथिन में पैक करते समय हुई हलचल,परिजनों ने डाॅक्टर पर लगाये गंभीर आरोप

रायपुर 9 अगस्त 2023। राजधानी रायपुर में एक निजी हाॅस्पिटल के डाॅक्टर जुड़वा नवजात बच्चियों को मृत बता दिया था। एक बच्ची के शरीर में हलचल होने के बाद परिजनों ने डाॅक्टर को जांच करने की बात कही,लेकिन डाॅक्टर्स ने ध्यान नही दिया। इसके बाद बच्ची के जिंदा होने पर परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। घटना की जानकारी के बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। नाराज परिजनों ने नवजात शिशु को दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं।

हाॅस्पिलट में बवाल का ये मामला रायपुर के कोतवाली थाना क्षेत्र का हैं। जानकारी के मुताबिक बैरनबाजार स्थित सांई सुश्रुषा हॉस्पिटल में अंजनी सारस्वत ने अपनी पत्नी को डिलीवरी के लिए भर्ती कराया। मंगलवार तड़के पत्नी ने जुड़वां बच्चियों को जन्म दिया था। बच्चियों के जन्म के बाद अस्पताल प्रबंधन ने पिता को बताया कि डिलीवरी प्री-मैच्योर है। डिलीवरी के दौरान एक बच्ची की मौत हो चुकी है और दूसरी बच्ची की हालत भी काफी गंभीर है। थोड़ी देर के बाद डॉक्टर ने दूसरी बच्ची को भी मृत घोषित कर दिया। जुड़वां बच्चियों की मौत की खबर के बाद अंजनी सारस्वत के परिचित और परिवार वाले भी अस्पताल पहुंच गए।

बताया जा रहा हैं कि अस्पताल प्रबंधन ने दोनों बच्चियों के शव को लपेटने के परिजनों को कफन लाने की बात कही थी। पिता बच्चियों को दफनाने के लिए कफन लेकर पहुंचे। मृत बच्चियों को पॉलिथिन में रखा जा ही रहा था, तभी इनमें से एक बच्ची के शरीर में कुछ हरकत हुई। पिता ने बच्ची के शरीर में हलचल देखकर तुरंत डॉक्टर को बताया। बावजूद इसके अस्पताल प्रबंधन ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया। परिजनों ने डॉक्टर से दोबारा बच्ची की जांच करने का दबाव बनाया, तब उसकी जांच की गई। इसमें पता चला कि बच्ची जिंदा है। ये बात पता चलने के बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा।

डाॅक्टर के व्यवहार से नाराज परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने अस्पताल की डॉक्टर मोनिका पाठक पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। उधर अस्पताल में हंगामे की खबर सुनकर सिटी कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने परिजनों को समझाईश देकर शांत कराया। परिजनों ने आरोपी डॉक्टर मोनिका पाठक पर अपराध दर्ज करने की मांग की है। कोतवाली पुलिस ने बताया कि एक बच्ची को दूसरे अस्पताल में डाॅक्टरों की निगरानी में आईसीयू में भर्ती कराया गया हैं,वही दूसरी बच्चीं की मौत हो गयी हैं। परिजनों ने डाॅक्टर के खिलाफ नाराजगी जतायी थी। इस पूरे मामले में समाचार लिखे जाने तक पुलिस में कोई अपराध दर्ज नही किया गया हैं।

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