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CG- जब गांव में हुआ गिल्ली-डंडा,गेढ़ी और मटका दौड़ प्रतियोगिता, खेल मढ़ई में हिस्सा लेकर अब राज्य स्तर पर पारंपरिक खेल का जौहर दिखायेंगें वनवासी

कोरबा 24 जुलाई 2022। छत्तीसगढ़ की परंपरा और पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने कोरबा आदिवासी विभाग ने जनजाति समुदाय की महिला-पुरूष और बच्चों का पारंपरिक जनजातीय खेल मढ़ई प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कलेक्टर संजीव झा के मार्गदर्शन में 4 दिनों तक चले इस प्रतियोगिता में भाग लेने के बाद अब चयनित वनवासी प्रदेश स्तर पर आयोजित होेने वाली पारंपरिक खेल प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा का जौहर दिखायेगें।

गौरतलब हैं कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप छत्तीसगढ़ की परंपरा औैर संस्कृति को सहेजने का कार्य किया जा रहा हैं। इसी कड़ी में कोरबा कलेक्टर संजीव झा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप विश्व आदिवासी दिवस 09 अगस्त 2022 के अवसर को ध्यान में रखते हुए जिले में पारंपरिक जनजातीय खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। आदिवासी विकास विभाग की देखरेख में खेल प्रतियोगिताओं में विभिन्न जनजातीय समुदाय तथा विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समुदायों द्वारा पारंपरिक रूप से खेले जाने वाले खेल का आयोजन किया गया।

ऐसा पहली बार हैं जब कोरबा जिला में विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूहों के लिए उनके द्वारा बरसों से खेले जा रहे पारम्परिक खेलों का आयोजन विकासखण्ड स्तर पर 20 और 21 जुलाई तक सफलतापूर्वक सम्पन्न कराया गया। कलेक्टर संजीव कुमार झा के मार्गदर्शन में विकासखण्ड करतला, कोरबा, पाली और पोड़ीउपरोड़ा में विशेष पिछड़ी जनजाति के समाज प्रमुखों द्वारा चयनित स्थल पर पारंपरिक खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें विशेष पिछड़ी जनजाति के सदस्यों के शालेय प्रतियोगिता अंतर्गत बालक-बालिकाओं के लिए तीन वर्ग 6 से 10 वर्ष, 10 से 14 वर्ष, और 14 से 18 वर्ष एवं खुली प्रतियोगिता अंतर्गत 18 वर्ष एवं अधिक के महिला एवं पुरूष हेतु पारम्परिक खेल का आयोजन किया गया।

पारंपरिक खेल प्रतियोगिता में तीरंदाजी, गुलेल, मटका दौड़, गिल्ली डंडा, गेड़ी दौड़, भौरा, फुगड़ी, बिल्ला, कबडडी, रस्साखींच, सत्तुल, पिठुल, बोरा दौड़, सुई धागा दौड़, तीन टंगड़ी दौड़ तथा खो-खो का आयोजन किया गया। इसी तरह 23 और 24 जुलाई को जिला स्तर पर खेल मढ़ई का आयोजन किया गया। इन खेलों में सरपंच, जनपद सदस्य, पहाड़ी कोरवा एवं बिरहोर समाज के प्रमुखों को मुख्य अतिथि बनाकर उनके हाथों प्रतिभागियों को पुरस्कार का वितरण किया गया। कोरबा में चार दिनों तक चले इस पारंपरिक जनजातीय खेल मढ़ई प्रतियोगिता में दो दिनों तक ब्लॉक स्तर पर औैर दो दिनों तक जिला स्तर पर प्रतियोगिताए आयोजित किया गया।

जिसमें विशेष रूप से तानाखान विधायक मोहितराम केरकेटटा और कटघोरा विधायक पुरषोत्तम कंवर शामिल हुए । आज 24 जुलाई को प्रतियोगिता के समापन अवसर पर कटघोरा विधायक पुरषोत्तम कंवर ने इस खेल गढ़ी में हिस्सा लेकर प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया गया। विधायक पुरषोत्तम कंवर ने बताया कि पारंपरिक जनजातीय खेल गढ़ी प्रतियोगिता के माध्यम से छत्तीसगढ़ की संस्कृति और खेलों को एक बार फिर मंच मिल रहा हैं।

इन खेलों के जरिये वनवासी और ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले बच्चें और बड़े अपनी प्रतिभा दिखा सकेगें। आदिवासी सहायक आयुक्त माया वारियर ने बताया कि 20 जुलाई से शुरू पारंपरिक जनजातीय खेल प्रतियोगिता में सैकड़ो की संख्या में बच्चें और बड़े प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था। जिसमें से 62 प्रतिभागियों का चयन राज्य स्तरीय पारंपरिक जनजातीय खेल प्रतियोगिता के लिए किया गया हैं। जो कि प्रदेश स्तर पर आयोजित जनजातीय खेल प्रतियोगिता में हस्सा लेकर अपनी प्रतिभा का जौहर दिखायेगें।

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