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कोरोना का XE वैरिएंट मिला भारत में…. देश में मिला पहला ऐसा केस…. क्या हैं इसके लक्षण…. क्यों कोरोना के इस वैरिएंट को दुनिया मानती है इतना खतरनाक

मुंबई 7 अप्रैल 2022। कोविड-19 के ज्यादा संक्रामक स्वरूप XE का पहला मामला मुंबई में सामने आया है. बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि फरवरी में दक्षिण अफ्रीका से आई एक महिला में ओमिक्रॉन के इस उप स्वरूप के संक्रमण की पुष्टि हुई. महिला में किसी तरह के लक्षण नहीं थे और वह ठीक हो चुकी है. उन्होंने बताया कि सीरो सर्वेक्षण के दौरान कोरोना वायरस के कप्पा स्वरूप के एक मामले की भी पुष्टि हुई है. 

मुंबई में कोरोना वायरस के XE वैरिएंट की पुष्टि के कुछ घंटे बाद ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात का खंडन कर दिया. मंत्रालय के अधीन आने वाले केंद्रीय अनुसंधान निकाय INSACOG के शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि मामले की फिर से जांच करनी होगी. INSACOG के सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि इस मामले की फिर से पुष्टि करने और यह पता लागने की जरूरत है कि क्या सैंपल recombinant variant से संक्रमित है. सूत्रों ने बताया कि हम कई एक्सपोजर की जांच के लिए फिर से जीनोम सीक्वेंसिंग कराएंगे.

मुंबई में जिस 50 वर्षीय विदेशी महिला के XE वैरिएंट के चपेट में आने की बात सामने आई है, वह कोरोना के दोनों टीके लगा चुकी है. महिला एसिमटोमैटिक है और उनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं पाए गए हैं. बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने अपनी सीरो सर्वे रिपोर्ट में महिला के XE वैरिएंट से संक्रमित होने का दावा किया है.

XE स्ट्रेन से संक्रमित महिला पेशे से कॉस्ट्यूम डिजाइनर हैं साथ ही वह शूटिंग क्रू की टीम सदस्य भी हैं. जानकारी के मुताबिक वह 10 फरवरी 2022 को दक्षिण अफ्रीका से आई थीं. इससे पहले उनकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री भी नहीं थी.

अगर नया वैरिएंट XE ही होगा तो यह ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट BA.2 से करीब 10 प्रतिशत ज्यादा संक्रामक हो सकता है. इसे लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) इसको लेकर चिंता कर चुका है. XE ओमिक्रॉन के दो सब लीनेज BA.1 और BA.2 का रीकॉम्बिनेंट स्ट्रेन है. WHO कह चुका है कि जब तक इसके ट्रांसमिशन रेट और बीमारी के व्यवहार में महत्वपूर्ण बदलाव नहीं देखा जाता तब तक इसे ओमिक्रॉन वैरिएंट से ही जोड़कर देखा जाएगा.

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