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53 की मौतें: फैलता जा रहा जहरीली शराब का कहर! जहरीली शराब से अब तक 53 मौतें, कई गांवों में पसरा मातम….

छपरा 16 दिसंबर 2022: बिहार के छपरा में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अब तक 54 लोगों की मौत संदिग्ध जहरीला पदार्थ पीने से हुई है। सारण के मशरक, मढ़ौरा, इसुआपुर और अमनौर प्रखंड में ही ये मौतें हुईं हैं। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तस्करी करने वाले 153 धंधेबाजों को गिरफ्तार किया है। ऐसी आशंका जताई जा रही है मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। क्योंकि कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। छपरा सदर अस्पताल, पीएमसीएच और एनएमसीएच में मरीजों का इलाज चल रहा है।

आपको बताते चले कि, बीते बुधवार को 25 और गुरुवार को 19 लोगों की जान गई। शुक्रवार सुबह तक 4 और लोगों को जहरीली शराब निगल गई। सबसे ज्यादा मौतें छपरा के मशरख, अमनौर और मढ़ौरा इलाकों में हुई हैं। ये लोग निजी क्लीनिकों में या घर पर इलाज करा रहे थे। मरने वालों में तीन ऐसे लोग हैं जो खुद ही शराब बेच रहे थे। बताते चले कि, इस तरह से शराबियों के मरने की संख्या 53 के पास पहुंच गई है। कई लोग अस्पतालों में मौत से जंग लड़ रहे हैं। आलम ये है कि कई गांवों में मातम छा गया। छपरा के बहरौली गांव का भी ऐसा ही हाल है। यहां एक साथ 11 लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हो गई। उधर, पुलिस इस मामले में पूरे सारण जिले में छापेमारी कर रही है। अब तक शराब के कारोबार से जुड़े 153 लोगों को गिरफ्तार किया है। चार हजार लीटर से अधिक अवैध शराब भी जब्त की गई है। इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है।

दरअसल, बिहार के सारण में इसुआपुर और मशरक थाना क्षेत्र में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से अब तक 53 लोगों की मौत हो गई। मृतकों के परिजनों के अनुसार, मौत शराब पीने से हुई। इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है।इसमें 31 पुलिसकर्मी हैं। इतना ही नहीं मामले में मशरक पुलिस स्टेशन के SHO और एक स्थानीय चौकीदार को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अलावा मरहौरा के सब डिवीजनल पुलिस अफसर के ट्रांसफर की सिफारिश की गई है। उनके खिलाफ विभागीय जांच की मांग की गई है। डीएम और एसपी ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि जिन्हें इस बारे में जो कुछ भी जानकारी है, वे लोग बिना डर के आगे आएं और पुलिस को जानकारी दें।

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