प्लास्टिक में खाने से बढ़ सकता है टॉक्सिन लेवल, हार्ट अटैक और कैंसर का खतरा!
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आजकल ज्यादातर लोग प्लास्टिक के कंटेनर में खाना स्टोर करते हैं या गर्म करके खाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, यहां तक कि हार्ट फेल का खतरा भी बढ़ सकता है?
क्या कहती हैं रिसर्च?
विशेषज्ञों के अनुसार, प्लास्टिक के डिब्बों में मौजूद बीपीए (Bisphenol A) और फथलेट्स (Phthalates) नामक रसायन हार्मोनल असंतुलन और हृदय संबंधी बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
खतरनाक असर:
हार्मोन असंतुलन – बीपीए शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन की नकल करता है, जिससे हार्मोनल गड़बड़ी हो सकती है।
दिल की बीमारियां – लगातार प्लास्टिक में गर्म खाना खाने से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और धमनियां संकरी हो सकती हैं, जिससे हार्ट फेल का खतरा बढ़ जाता है।
कैंसर का जोखिम – कुछ रिसर्च में पाया गया है कि प्लास्टिक के केमिकल्स डीएनए डैमेज कर सकते हैं, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
इम्यून सिस्टम पर असर – शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो सकती है, जिससे बार-बार बीमार पड़ने की संभावना बढ़ जाती है।
इन चीजों से बचें:
प्लास्टिक के डिब्बों में गर्म खाना न रखें
माइक्रोवेव में प्लास्टिक के कंटेनर का इस्तेमाल न करें
सस्ते और घटिया क्वालिटी के प्लास्टिक से दूर रहें
कैसे रखें सेहत का ध्यान?
स्टील या कांच के बर्तनों का इस्तेमाल करें
बायोडिग्रेडेबल या BPA-फ्री कंटेनर का उपयोग करें
खाने को स्टोर करने के लिए सिरेमिक या कांच के जार अपनाएं
ज्यादा गर्म चीजों को सीधे प्लास्टिक में रखने से बचें