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फेडरेशन के कई जिलाध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्ष व पदाधिकारी गिरफ्तार….दर्जनों गाडियां जगह – जगह रोकी गई…प्रदर्शनकारियों को रोकने पुलिस के तगड़े इंतजाम…मनीष मिश्रा बोले….

रायपुर 22 जुलाई 2022। छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षकों के विधानसभा घेराव को रोकने के लिए पुलिस ने रातों से ही ताबड़तोड़ गिरफ्तारी शुरू कर दी है। रातों-रात कई पदाधिकारी या तो गिरफ्तार कर लिये गये या फिर उन्हें बाहर निकलने नहीं दिया गया। उधर दर्जनों गाड़ियों को रास्ते में ही रोक दिया गया। इधर देर शाम खबर ये आयी है। कांकेर में फेडरेशन के जिलाध्यक्ष को गिरफ्तार किया गया है। वहीं प्रदेश सचिव एवं जिला अध्यक्ष दुर्ग एवं दुर्ग जिला के सभी ब्लॉक अध्यक्षों को पुलिस उठा ली है। प्रांतीय पदाधिकारियों की भी गिरफ्तारी के लिए लगातार कोशिशें की जा रही है।

रायगढ़, सरगुजा, जशपुर के कई प्रांतीय पदाधिकारी और जिलाध्यक्ष को रोकने के लिए पुलिस टीम पहुंची थी, लेकिन पदाधिकारी चकमा देकर रायपुर के लिए रवाना हो गये हैं। उधर खबर है कि बिलासपुर, महासमुंद, राजनांदगांव, दुर्ग जिले से रायपुर आ रहे सहायक शिक्षकों की दर्जनों गाड़ियों को पुलिस ने रोक लिया है। उन्हें आगे बढ़ने नहीं दिया जा रहा।बस्तर से आ रही गाड़ियां माकड़ी के पास रोकी गयी है, तो वहीं रायगढ़ के अलग-अलग ब्लाक से आ रहे पदाधिकारी भी जगह-जगह रोके गये हैं।

पुलिस की सख्ती के बावजूद महा आज बड़ा ही जोरदार आंदोलन होने वाला है। प्रदेश भर से सहायक शिक्षक रायपुर कूच कर चुके हैं। देर रात तक फेडरेशन की तरफ से दावा किया गया है कि 5 से 10 हजार की संख्या में सहायक शिक्षक रायपुर के सीमावर्ती इलाकों में पहुंच चुके हैं, जो कल सीधे प्रदर्शनस्थल पर पहुंचेंगे। इधर रायपुर पहुंचने से रोकने के लिए राजधानी के सीमावर्ती इलाकों में भी पुलिस की टीम मुस्तैद है।

इधर जानकारी ये भी है कि बस्तर की तरफ से आ रहे प्रदर्शनकारियों को भी जगह जगह रोक दिया गया है। बीजापुर, दंतेवाड़ा, नारायणपुर, कोंडागांव जिले से आ रहे प्रदर्शनकारियों को भी धमतरी और कांकेर के पास रोक दिया गया है।

इधर राजधानी में फेडरेशन के शीर्ष पदाधिकारी कल से ही डेरा डाले हुए हैं। प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा की अगुवाई में रणनीति लगातार चल रही है। मनीष मिश्रा ने दावा किया है कि प्रदेश भर से सहायक शिक्षक रायपुर पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा है कि 40 हजार शिक्षक रायपुर पहुंचेंगे। उन्होंने सभी सहायक शिक्षकों से अपील भी की है। मनीष मिश्रा ने कहा कि ….

पुलिस की सख्ती के बावजूद हम जोरदार प्रदर्शन करेंगे। हम पुलिस से डरने वाले नहीं है। रास्ते में रोककर पुलिस हमारी संख्या और ताकत कम करने की कोशिश कर रही है, ये मंशा पुलिस की कभी कामयाब नहीं होगी। हमारे कई जिलाध्यक्ष गिरफ्तार कर लिये गये हैं, प्रदेश सचिव व ब्लाक सचिव को देर रात ही घरों से पुलिस अपने साथ साथ ले गयी है। ये प्रशासन का रवैया सही नहीं है। मैं सभी शिक्षकों से आह्वान करता हूं कि सभी शिक्षक ज्यादा से ज्यादा संख्या में रायपुर पहुंचे। अगर पुलिस प्रशासन की तरफ से रास्ते में रोकने की कोशिश की जाती है या फिर आपको गिरफ्तार किया जाता है तो आप वहीं से अपने प्रदर्शन की आवाज को बुलंद करें। हमारे कई पदाधिकारियों को गिरफ्तार करने की तैयारी है। कांकेर, दुर्ग में हमारे जिलाध्यक्ष को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कई प्रांतीय टीम की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। हम हर हाल में विधानसभा जायेंगे और बतायेंगे कि सरकार ने हमें किस तरह से धोखा दिया है, हमें किस तरह के छला है, अब मोहलत नहीं महासंग्राम होगा

आपको बता दें कि सहायक शिक्षकों ने वेतन विसंगति की एक सूत्री मागं को लेकर आज विधानसभा घेराव का ऐलान किया है। सहायक शिक्षक फेडरेशन मनीष मिश्रा की अगुवाई में कल सड़क पर उतरेगा। हालांकि उन्हें रोकने के लिए भी तगड़ी घेराबंदी की गयी है।

 

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