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इस दिन पड़ रहा गंगा दशहरा,भूलकर ना करें ये गलतियां, पढ़े पूजा की विधि

मुंबई 27 मई 2023 ज्येष्ठ मास में आने वाले मंगलवार को बड़ा मंगल कहते हैं. इसे बुढ़वा मंगल भी कहा जाता है. इस दिन विधि-विधान से हनुमान जी की पूजा की जाती है. इस मौके पर जगह-जगह लोगों को भोजन, लंगर और जलपान कराया जाता है. माना जाता है कि जो व्यक्ति इस दिन पूरी भक्ति से हनुमान जी की पूजा करता है उसके जीवन से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. पौराणिक मान्यता के अनुसार, ज्येष्ठ मास के मंगलवार के दिन ही हनुमान जी ने बूढ़े वानर का रूप लेकर भीम से युद्ध किया था और उन्‍हें हराकर उनका अहंकार तोड़ा था. इसलिए ज्‍येष्‍ठ मास के मंगलवार को हनुमान जी के वरिष्‍ठ रूप की पूजा की जाती है. ज्येष्ठ मास का आखिरी बड़ा मंगल 30 मई 2023, मंगलवार को मनाया जाएगा.

बड़े मंगल और गंगा दशहरा का संयोग

साथ ही इस दिन गंगा दशहरा का त्योहार भी मनाया जाएगा. दरअसल, गंगा दशहरा ज्येष्ठ शुक्ल की दशमी को मनाया जाता है. ऐसे में साल के आखिरी बड़े मंगल के दिन ही गंगा दशहरा का बेहद शुभ संयोग बन रहा है. मान्यता के अनुसार, इसी दिन भोलेनाथ की जटाओं से निकलकर मां गंगा ने धरती पर अवतरण लिया था. गंगा दशहरा और बड़ा मंगल के दोनों दिन इतने अच्छे माने जाते हैं कि इस दिन दान करना सबसे शुभ माना जाता है.

बता दें कि गंगा दशहरा पर माता गंगा के पूजन की परंपरा है, मान्यता है कि माता गंगा का पंचोपचार या षोडशोपचार पूजन करने से कल्याण की प्राप्ति होती है।इस दिन श्रद्धालु मां गंगा की पूजा के साथ ही हनुमान जी का भी पाठ करेंगे. इससे इसका लाभ दुगना होगा। इस दिन पूजा-पाठ करने के साथ ही दान करना बेहद शुभ माना जाता है।

व्रत अनुष्ठान से 10 प्रकार के पापों से होगी मुक्ति
धर्म शास्त्र के अनुसार गंगा दशहरा पर विधिवत व्रत अनुष्ठान करने से मनुष्य जीवन के 10 प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है। जिनमें तीन प्रकार के कायिक पाप, चार प्रकार के वाचिक पाप और तीन प्रकार के मानसिक पाप शामिल हैं। स्कंद पुराण के अनुसार बताए गए इन 10 प्रकार के पापों का नाश और पितरों का उद्धार, ब्रह्म लोक की प्राप्ति आदि फल की प्राप्ति के लिए गंगा दशहरा पर यथाशक्ति माता गंगा की पूजन करना चाहिए।

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