शिक्षक/कर्मचारी

“शिक्षकों की वजह से नहीं, AC कमरों वाले अफसरों की प्रयोगशाला बनाने वाली नीति से बिगड़ी है शिक्षा की गुणवत्ता”…..विरेंद्र दुबे ने प्रमुख सचिव के बयान पर कहा….

रायपुर 2 जुलाई 2022। बेबीनार में शिक्षकों की कार्यशैली पर नाराजगी जताने वाले प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला के बयान को लेकर शिक्षकों ने तीखी नाराजगी जतायी है। अलग-अलग शिक्षक संगठनों ने इसे लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। शालेय शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष विरेंद्र दुबे ने कहा है कि शिक्षकों पर पूरी गलती का ठिकरो फोड़ना उचित नहीं है।

विरेंद्र दुबे ने कहा कि शिक्षकों को स्कूलों में पढ़ाई के अलावे अन्य इतनी सारी गतिविधियों में लगा दिया जाता है, कि काम पूरी तरह से प्रभावित हो जाता है। ऐसे में शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर सिर्फ शिक्षकों पर ठिकरा फोड़ना और विभाग को क्लीन चिट दे देना कहां तक उचित है।

विरेंद्र दुबे ने छ.ग. में शिक्षा की कमजोर गुणवत्ता को लेकर प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा द्वारा शिक्षकों को दोषी ठहराना पूर्णतः गलत और गैर जिम्मेदाराना है।राज्य में शिक्षा की खराब गुणवत्ता का सबसे बडा कारण ए सी कमरों में बैठे प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा राज्य की शिक्षा व्यवस्था को प्रयोगशाला बना देना है।


संगठन, सचिव महोदय की इस मानसिकता व बयान का विरोध करता है। सचिव महोदय शिक्षकों को धमकाने के बजाय शिक्षा व्यवस्था की समीक्षा करके सुधार की बात करें,और अनावश्यक प्रयोग बंद करें।

    

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