पॉलिटिकल

देश में पुरूषों से ज्यादा हुई महिलाओं की आबादी ….. जनसंख्या भी हुई लगभग स्थिर… जानिये क्या आये हैं सर्वे के आंकड़े

नयी दिल्ली 25 मई 2021। देश के लिए अच्छी खबर है। पहली बार पुरूषों  के मुकाबले में देश में महिलाओं की आबादी ज्यादा हुई है। नेशनल फैमली हेल्थ सर्वे के मुताबिक देश मं कुल आबादी प्रति एक हजार पुरूषों की तुलना में महिलाओं की संख्या 1020 है। 2015-16 में ये संख्या प्रति हजार महिलाओं की संख्या 991 थी। वहीं देश की कुल प्रजनन दर घटकर करीब 2 रह गयी है, जो 2016 में 2.2 था। इसका मतलब ये हुआ है कि देश में जनसंख्या अब स्थिर हो गयी है।

कुल प्रजनन दर राष्ट्रीय स्तर पर प्रति महिला बच्चों की औसत 2.2 से घटकर 2.0 हो गयी है। कुल प्रजनन दर चंडीगढ़ में 1.4 है, जबकि यूपी में 2.4, मध्यप्रदेश, राजस्थान झारखंड और एमपी को छोड़कर सभी राज्यों में ये 2.1 है। गांवों में महिलाओं की आबादी बेहतर हुई है। गांवों में 1000 पुरूषों पर 1037 महिलाएं है, जबकि शहरों में ये महिलाओं का आंकड़ा 985 है।

बच्चों का लिंग अनुपात अभी भी 929 है, यानि बच्चों में अभी भी लड़कों की चाहत परिजन ज्यादा रख रहे हैं। प्रति हजार में लड़कियों की जन्म की संख्या 929 ही है। 1990 में भारत में प्रति हजार पुरूषों की तुलना में महिलाओं का अनुपात 927 था, 2005-06 में ये आंकडा 1000-1000 तक आ गया। हालांकि 2015-16 में यह घटकर प्रति हजार पुरूषों की तुलना में 991 पहुंच गया था, लेकिन ये इस बार ये आंकडा 1000-1020 पहुंच गया है।

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