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मुंगेली 6 फरवरी 2022। मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगर लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया…..जी हां, मजरूह सुल्तानपुरी की यह लाइन मुंगेली के इस महिला संगठन से बिल्कुल हूबहू मिलती है जो सामाजिक बुराइयों के विरोध व नारी शक्ति के सम्मान में पुलिस विभाग के सहयोग से 40 महिलाओं के गठन से शुरू हुआ यह कारवाँ आज जिले के सबसे बड़े संगठन के रूप में सक्रिय है…इस संगठन का विस्तार में लगातार काम कर रहे एक शख्स “साजिद खान शाहजादा” जिसने महिलाओं का हौसला अफजाई करते हुए पूरे गैंग को तैयार करने में सतत काम कर रहे है इस महिलाओं के संगठन को जाना जाता है “महिला कमांडो” के नाम से…जिसे देखकर अवैध कार्य करने वालो के पसीने छूट जाते है।

6 फरवरी 2018 को मुंगेली जिले के तत्कालीन एसपी व वर्तमान में बिलासपुर जिले में पदस्थ एसएसपी पारुल माथुर के दिशा निर्देश पर 40 महिलाओं से शुरू हुई महिला कमांडो का यह गैंग जिले के 82 गांव में समाजिक बुराइयों के विरोध में सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है 4 साल पहले जहाँ इसकी संख्या 40 थी जो अब जाकर तकरीबन 6 हजार के करीब पहुच गया है यानी जिले के सबसे बड़ा महिला संगठन…सक्रिय रूप से कार्य कर रहे इस गैंग को देखकर अवैध कारोबार में संलिप्त लोगो के पसीने निकल जाते है यही वजह है 82 गांव में यह महिला कमांडो की टीम सक्रिय है और इनकी सक्रियता की वजह से 60 गांव में पूर्णतः अवैध कारोबार बंद हो चुका है…वही गांव में सामाजिक बुराई जैसे जुआ,सट्टा,शराब जैसे अवैध कार्य मे लगाम लगे हुए है…पुलिस के सहयोग से यह गैंग लगातार जिले में सामाजिक बुराइयों को दूर करने में अग्रसर है…

महिला कमांडो का को 40 की संख्या से 6 हजार के करीब ले जाने वाले साजिद खान शाहजादा ने न सिर्फ महिलाओं के सम्मान में कार्य किया बल्कि महिला अपराध मुक्त जिला बनाने के लिए भी बेहतर कार्य को अंजाम दे रहे है साथ ही ग्रामीण अंचलों में समाजिक बुराइयों को दूर करने में इन महिलाओं के हौसला अफजाई के साथ संगठन का विस्तार करने वाले साजिद खान शाहजादा आज महिला कमांडो के साथ कदम से कदम मिलाकर इनका सहयोग कर रहे है यही वजह है कि साजिद खान शाहजादा महिला सदस्यों का रोल मॉडल है…महिला कमांडो बताती है कि उनके गांव में खुले आम अवैध कारोबार होता था जिससे वह साजिद खान शाहजादा से सम्पर्क किया और महिला कमांडो का गठन किया जिसके बाद से उनके गांव में सामाजिक बुराई के विरोध में कार्य करने पर बदलाव जो है वो नजर आ रहे है उनको देखकर अवैध कारोबार से जुड़े लोग के पसीने छूटने लगते है…सूर्यास्त के बाद से महिला कमांडो अपने गांव में निकलकर गस्त करती है और जो लोग अवैध कार्य मे संलिप्त मिलते है उन्हें पहले समझाइश दी जाती है ना मानने पर पुलिस विभाग में सूचना देकर उनपर कार्रवाई कराई जाती है…महिला कमांडो द्वारा उठाए गए इस कदम से न सिर्फ समाजिक बदलाव आ रहा है बल्कि सरकार की मंशा के अनुरूप धीरे-धीरे गांव में शराबबंदी की स्थिति बन रही है..यही वजह है कि कई गांव में महिला कमांडो का गठन किया जा रहा है।।

महिला कमांडो के साजिद खान शाहजादा जिले में अन्य कई सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रहते है वही 2018 से अब तक समाजिक बुराइयों को दूर करने की मंशा से महिलाओं के एक बड़े गैंग को तैयार कर रहे है,,,जो अपने गांव में अवैध कारोबार को पूर्णतः बंद करने की कोशिश करते है…यही वजह है कि आज महिला कमांडो ने मुंगेली जिला का एक क्षेत्र जो कि वेश्यावृत्ति के नाम से बदनाम था उस दाग को धोने का काम किया है…पुलिस विभाग के सहयोग से यह महिला कमांडो लगतार जिले में सक्रिय है जो वास्तव में सामाजिक बदलाव में अहम भूमिका निभा रही है वही अगर इसी तरह का सहयोग पुलिस व प्रशासन से मिलता रहे तो निश्चित तौर अवैध कारोबार में अंकुश लग सकता है…यही कारण है कि साजिद खान शाहजादा को जिले के नवरत्न सहित कई पुरुष्कार से सम्मानित भी किया गया है।।

शुरुआत में महिलाओं के इस गैंग को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा..लोगों ने जहाँ ताने कसने में कोई कसर नही छोड़ा तो वही असामाजिक तत्वों के द्वारा वो हर सम्भव करने का प्रयास किया गया जिससे महिलाओं का संगठन बिखर जाए..संगठन को प्रेरित करने वाले टूट जाये लेकिन हुआ ठीक इसके विपरीत ..इस संगठन को जितनी चुनौतियां मिली उतनी ही संगठन मे मजबूती आई..अब इस संगठन के हजारों सदस्य अपने अपने क्षेत्र में सामाजिक बुराइयों को दूर करने सतत रूप से कार्यरत है..बिना स्वार्थ और बिना किसी राजनैतिक हस्तक्षेप के प्रदेश का यह पहला ऐसा संगठन होगा जो निस्वार्थ भाव से अपने उद्देश्यों को पूर्ण करने मंजिल पर चल पड़े है….समाजिक बुराई के खिलाफ लड़ने वाले 4 वर्ष से सक्रिय इस महिला संगठन को हम सलाम करते है।।

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