शिक्षक/कर्मचारी

सहायक शिक्षकों का”अंतिम गुहार, विधायक के द्वार” : अंतिम बार गुहार लगाने विधायक के द्वार आज पहुंचेंगे शिक्षक… “वेतन विसंगति दूर नहीं किया, …अब हम चुनाव…” 90 विधानसभा में चलेगा अभियान

रायपुर 1 अप्रैल 2023। वेतन विसंगति पर नाराज शिक्षक आज फिर से सड़क पर उतरेंगे। सहायक शिक्षक/समग्र शिक्षक फेडरेशन आज से वेतन विसंगति पर “अंतिम गुहार, विधायक के द्वार” शुरू करने जा रहा है। सभी 90 विधानसभा में सिलसिलेवार तरीके से सहायक शिक्षक विधायक के द्वार पहुंचेंगे और वेतन विसंगति दूर करने की फरियाद करेंगे। हालांकि सहायक शिक्षक गुहार के साथ-साथ विधायकों को ये चेतावनी भी इशारों-इशारों में देंगे… कि आपने हमारी उम्मीदों को पूरा नहीं किया, अब चुनाव करीब है….।

सहायक शिक्षक/समग्र शिक्षक फेडरेशन के प्रांतीय अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने बताया कि विधायकों से अंतिम गुहार लगाने के लिए पदयात्रा सहायक शिक्षक करेंगे। प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने कहा कि शिक्षक जनप्रतिनिधियों से चुनाव पूर्व हम अंतिम गुहार लगाने के लिए सभी 90 विधानसभा में यात्रा करेंगे। हम विधायकों को बतायेंगे कि हमनें आपको बहुत विश्वास के साथ चुना था, लेकिन आप हमारी उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे।अब वक्त है या तो वेतन विसंगति दूर कराये, वरना चुनाव में सहायक शिक्षक अपने विवेक से फैसला लेगा।

समग्र शिक्षक फेडरेशन ने कहा कि 1 अप्रैल से वेतन विसंगति न्याय पदयात्रा अब विधानसभावार होगी। 1 अप्रैल को भरतपुर सोनहत से न्याय पदयात्रा की शुरुआत होगी, जिसके तहत विधायक के द्वार, अंतिम गुहार पदयात्रा की जायेगी। इसे तहत हर विधायक के दरवाजे पर पदयात्रा करते हुए सहायक शिक्षक जायेंगे और अपनी बातों को पहुंचायेंगे। हम उनसे कहेंगे कि सरकार ने उनकी मांगों को घोषणा पत्र में रखा था, लेकिन उनकी मांगों को नहीं सुना जा रहा है। कमेटी बनायी गयी, लेकिन कमेटी से भी कोई भी हमें न्याय नहीं मिला।

मनीष मिश्रा ने कहा कि पिछली दफा जब हम 90 विधानसभा में विधायकों के द्वार पर पहुंचे थे, तो उनमें से 68 विधायकों ने वेतन विसंगति के मुद्दे पर हमारी मांगों को जायज बताया था, इसे लेकर मुख्यमंत्री को पत्र भी भेजा गया था। उसके बाद भी हमारी मांगों पर विचार नहीं किया गया। मनीष मिश्रा ने कहा कि अंतिम गुहार विधायक के द्वार पदयात्रा के बाद भी अगर कोई फैसला नहीं होता है तो 3 जुलाई से सहायक शिक्षक वेतन विसंगति की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे।

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