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…जब CM को बच्चे ने भरी भीड़ से पुकारा…सर…सर सुनिये ना….प्रणाम….सुनकर मुख्यमंत्री लौटे और फिर कलेक्टर को कहा…

पटना 15 मई 2022। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने आज 11 साल के बच्चे ने पूरी सिस्टम की पोल खोल खोल दी। मुख्यमंत्री अपने गृह क्षेत्र नालंदा के दौरे पर थे, जहां उन्होंने अपनी पत्नी मंजू सिन्हा को 16वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान एक बच्चे की गुहार ने सभी का ध्यान अपनी खींचा। भरी भीड़ से बच्चे ने पुकारा……..सर सुनिये ना…प्रणाम….हमको पढ़ने के लिए हिम्मत दीजिये ना…हमको गार्जियन नहीं पढ़ाना चाहते हैं……मुख्यमंत्री ने नीतीश कुमार के सामने जब एक बच्चे ने अपनी गुहार से मुख्यमंत्री को ना सिर्फ अपने पास बुलाया, बल्कि शराब के दर्द से कराहते एक परिवार की दास्तां भी सुना दी।

इसी कार्यक्रम के दौरान एक बच्चे की हाथ जोड़कर मुख्यमंत्री के सामने प्रार्थना ने सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा। मुख्यमंत्री को पास आते देख 11 साल के सोनू ने “हाथ जोड़कर कहा….सर…सर सुनिये ना… प्रणाम, हमको ना पढ़ने के लिए हिम्मत दीजिये, गार्जियन नहीं पढ़ाते हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी बच्चे की इन बातों को सुनकर ठिठक गये। पहले तो उनका ध्यान दूसरी तरफ था, लेकिन जब सर…सर कहकर बच्चे ने मुख्यमंत्री को पुकारना शुरू किया तो मुख्यमंत्री भी चौककर पास चले गये। पहले तो बच्चे की बात मुख्यमंत्री को समझ नहीं आयी, लेकिन उसके बाद मुख्यमंत्री के सिक्युरिटी स्टाफ ने बताया कि वो बच्चा पढ़ाई कराने की बात कह रहा है।

सोनू ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पैतृक क्षेत्र में बदहाल शिक्षा व्यवस्था और शराबबंदी के हालात की स्थिति को बयां कर दिया। सोनू ने मीडिया को बताया कि वो स्कूल में पढ़ना चाहता है, लेकिन स्कूल में शिक्षक अच्छे नहीं पढ़ाते हैं। शराबबंदी का कानून लागू है, लेकिन उसके पिता हर दिन शराब पीते हैं और सारा पैसा उसमें उड़ा देते हैं। सोनू 6ठी में पढ़ता है और हरनौत प्रखंड के नीमा कौल गांव का रहने वाला है। उसके पिता रणविजय यादव दही की दुकान चलाते हैं।

सोनू ने बताया कि सरकार अगर मदद करे तो वो भी IAS-IPS बनना चाहता है। बच्चे ने कहा कि सरकारी स्कूल में पढाई नहीं होती है। सोनू पढ़ने में काफी होशिया है। 6ठी में पढ़ने वाला सोनू खुद 5वीं के 40 बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता है और अपना खर्च निकालता है। बच्चे की बात सुनकर मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को बुलाया और बच्चे की समस्या को सुनकर उसे दूर करने को निर्देश दिये हैं।

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