तेंदुए की मौत: जानवरों पर पड़ने लगा गर्मी का असर, हीट स्ट्रोक से तेंदुए की गयी जान, एक दिन पहले ही वन विभाग ने किया था रेस्क्यू

कोरबा 27 मई 2024। कोरबा के कटघोरा वनमंडल में एक दिन पहले रेस्क्यू किये गये तेंदुए की आज मौत हो गयी। आपको बता दे कि रविवार को बीमार तेंदुए को ग्रामीणों ने गांव के नजदीक देखा था। जानकारी के बाद वन विभाग की टीम ने तेंदुए का रेस्क्यू कर उसका उपचार शुरू किया गया। देर रात उसे बिलासपुर कानन पेंडारी भेजा गया। जहां आज सुबह उपचार के दौरान तेंदुए की मौत हो गयी।

तेंदुए की मौत का ये पूरा मामला कटघोरा वनमंडल के ऐतमा नगर रेंज का है। बताया जा रहा है कि रविवार की सुबह ऐतमानगर रेंज के ग्राम कोनकोना के ग्रामीणों ने गांव के नजदीक खेत में एक तेंदुए को देखा था। जिसके बाद इसकी जानकारी तुरंत वन विभाग के अधिकारियों को दी गयी। मौके पर पहंुची टीम ने देखा कि तेंदुआ काफी सुस्त और बीमार था, ऐसे में फारेस्ट की टीम ने बिलासपुर कानन पेंडारी से पशुचिकित्सक की टीम को मौके पर रेस्क्यू के लिए बुलाया गया। करीब 4 घंटे की मशक्कत के बाद वन विभाग की टीम ने बीमार तेंदुए का रेस्क्यू कर पकड़ा गया।

जांच में पाया गया कि भीषण गर्मी के कारण तेंदुए को हीट स्ट्रोक लगने से उसकी हालत नाजुक हो गयी है। कटघोरा डीएफओं कुमार निशांत ने बताया कि रेस्क्यू के बाद से ही बीमार तेंदुए को लगातार ड्रीप लगाया जाता रहा। देर रात 1 बजें मौसम सामान्य होने पर उसे बिलासपुर कानन पेंडारी शिफ्ट किया गया। बताया जा रहा है कि हीट स्ट्रोक से बीमार तेंदुए की हालत आज सुबह ज्यादा बिगड़ गयी, जिससे उपचार के दौरान उसकी मौत हो गयी। कटघोरा वन मंडल में बीमार तेंदुए की मौत की खबर के बाद वन विभाग एक बार फिर सवालों के घेरे में है।

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बताया जा रहा है कि तेंदुआ पिछले कुछ दिनों से बीमार था, लेकिन वन विभाग की टीम को इस बात की खबर ही नही लग सकी। पानी की तलाश में गांव के नजदीक पहुंचने के बाद इस बात की जानकारी वन विभाग को मिल सकी। लेकिन तब तक काफी देर हो चुका था। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यहीं है कि वन्य जीवों के लिए हर साल करोड़ों रूपये खर्च करने के बाद भी जंगल में जानवरों को न केवल पानी के लिए भटकना और बल्कि वन्य जीवों की जान भी जा रही है। ऐसे में अब ये देखने वाली बात होगी कि इस पूरे घटनाक्रम पर वन विभाग क्या एक्शन लेता है, ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।

 

 

 

 

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