IPS Kamya Mishra:काम्या मिश्रा को लेडी सिंघम कहा जाता है। 2019 में उन्होंने अपने पहले अटेम्प्ट में ही UPSC सिविल सर्विसेज एग्जाम क्रैक कर लिया था। काम्या मिश्रा ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि उनके परिवार का बिजनेस है और वो अपने पापा के साथ काम करना चाहती हैं। उन्होंने कहा है कि वो अपने पेरेंट्स की इकलौती बेटी हैं और बिजनेस संभालने में उनका साथ देना चाहती हैं। हालांकि इससे इतर एक और चर्चाएं सोशल मीडिया में चल रही है। सवाल ये है कि IPS की नौकरी छोड़कर क्या काम्या मिश्रा राजनीति में कदम रखेगी?
बिहार में दरभंगा की ग्रामीण आईपीएस काम्या मिश्रा का इस्तीफा बिहार मुख्यालय की तरफ से अभी स्वीकार नहीं किया गया है। काम्या मिश्रा इस्तीफा स्वीकार होने तक अभी फिलहाल छुट्टी पर जाएंगी। खबर है कि दबंग आईपीएस काम्या पुलिसिंग सर्विस छोड़ने के बाद अपने पिता के बिजनेस की देख-रेख करेंगी, लेकिन इसके इतर काम्या का एक और सपना है जो वो बिजनेस के साथ-साथ पूरा करेंगी। तो क्या वे कदम राजनीति का होगा?वैसे तो काम्या मिश्रा अगर राजनीति में एंट्री करना चाहती हैं तो उनके पास कई विकल्प होंगे. हालांकि अभी के दौर में देखें तो प्रशांत किशोर का जन सुराज आईएए/आईपीएस को अपनी ओर खींच रहा है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या काम्या मिश्रा भी जन सुराज की तरफ रुख करेंगी?
खबर है कि रिलीव होते ही काम्या मिश्रा अपने अगले कदम का खुलासा कर देगी। हालांकि काम्या को पुलिसिंग सर्विस हमेशा से पसंद थी. इससे उन्हें लोगों से जुड़ने और डायरेक्ट उनकी समस्याओं का निदान करने का मौका मिलता है, लेकिन पारिवारिक कारणों से उन्हें ऐसा करने में मुश्किल आ रही है।अकेली बेटी होने के कारण पिता के बिजनेस को संभालने की जिम्मेदारी उनपर ही है. ऐसे में उन्हें पुलिसिंग सर्विस छोड़नी पड़ रही है, लेकिन अब काम्या ने लोगों से जुड़े रहने और उनकी सेवा के लिए एक नया तरीका निकाल लिया है. काम्या कहती हैं कि ये उनका सालों पुराना सपना है जो अब वो बिजनेस देखने के साथ-साथ पूरा करेंगी. काम्या पढ़ाई में शुरू से ही होनहार थीं. उन्हें पढ़ाई और आज के समय में इसके महत्व का अंदाजा बखूबी है. ऐसे में काम्या चाहती हैं कि देश के हर बच्चे को उसके हिस्से की शिक्षा मिलनी चाहिए।
काम्या बिजनेस के साथ-साथ ऐसे बच्चों के लिए काम करेंगी जो पैसों की तंगी के कारण अपनी पढ़ाई को आगे जारी नहीं रख पा रहे हैं. काम्या अपने ज्ञान के प्रकाश से बच्चों के अज्ञानता के अंधकार को दूर करेंगी. काम्या ने मीडिया में बातचीत के दौरान कहा कि जो भी बच्चे शिक्षा से वंचित हैं वो उनके लिए बड़े स्तर पर काम करने की कोशिश करेंगी.काम्या का मानना है कि देश में शिक्षा के क्षेत्र में अभी भी बहुत हद तक काम करने की जरूरत है. इस क्षेत्र में वो काम करेंगी और शिक्षा को बेहदर बनाने की दिशा में काम करेंगी।
22 साल की उम्र में क्लियर कर लिया था UPSC
ओडिशा की रहने वाली काम्या मिश्रा ने पहले ही अटेंप्ट में UPSC की परीक्षा में झंडे गाड़ दिए थे. 2019 में उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में 172वीं रैंक हासिल की थी और 22 साल की उम्र में आईपीएस बनकर सभी को चौंका दिया था. उनकी शुरुआती पोस्टिंग हिमाचल कैडर में थी, लेकिन बाद में उन्होंने खुद को बिहार कैडर में ट्रांसफर करवा लिया था. काम्या बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल थीं. सिर्फ यूपीएससे ही नहीं उन्हें 12वीं बोर्ड परीक्षा में काबीलेतारीफ 98 प्रतिशत अंक मिले थे.
काम्या मिश्रा ने शादी भी एक आईपीएस ऑफिसर से ही की है. उनके पति अवधेश सरोज बिहार कैडर के 2019 बैच के पुलिस अधिकारी और आईपीएस ऑफिसर हैं. काम्या की शादी को चार साल हो चुके हैं. काम्या ने इस सर्विस में 20 साल पूरे होने के बाद इस्तीफा दिया है. काम्या मिश्रा पटना के सचिवालय थाने में तैनात थीं. इसके बाद 2019 बैच की काम्या मिश्रा को मार्च 2024 में दरभंगा में ग्रामीण एसपी के पद पर नियुक्त किया गया था. आईपीएएस काम्या मिश्रा लेडी सिंघम नाम से जानी जाती है. ओडिशा से बिहार में आकर अपराधियों के खिलाफ लगातार अभियान चला रही थी. काम्या मिश्रा ने पटना के गाय घाट केस और जीतन सहनी हत्याकांड में अहम भूमिका निभाई है. उन्होंने जीतन सहनी हत्या केस को बहुत ही कम समय में सुलझाया था.