स्वास्थ्य की मिलेगी वैश्विक सुविधाएं…. छत्तीसगढ़ में सुपर स्पेशियलिटी सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए कृत संकल्पित विष्णु देव साय की सरकार

रायपुर 12 सितंबर 2024 छत्तीसगढ़ बहुत जल्द स्वास्थ्य के मामलों में वैश्विक सुविधाएं देने वाला राज्य बनने वाला है। इनमें ऑर्गन ट्रांसप्लांट और बायपास हार्ट सर्जरी जैसी सुविधाएं शामिल होंगी। राज्यभर में सुपर स्पेशियलिटी सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए विष्णु देव साय की सरकार काम कर रही है। लगातार स्वास्थ्य सुविधाओं में इजाफा हो रहा है। सरकारी अस्पतालों में नई सेवाओं की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसमें दूरस्थ परामर्श, अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग एवं विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। इससे राज्य के सभी नागरिकों को अत्याधुनिक एवं उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं प्राप्त होंगी। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के मुताबिक राज्यभर में सुपर स्पेशियलिटी सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए अब राजधानी रायपुर के डीकेएस अस्पताल में लिवर और किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा जल्द शुरू की जाएगी।

डीकेएस में पहले ही अत्याधुनिक आईसीयू तैयार किया जा चुका है और लिवर तथा किडनी ट्रांसप्लांट के उपकरणों के लिए 6 करोड़ रुपए भी स्वीकृत किए गए हैं। यह सुविधा राजधानी के मरीजों के साथ-साथ आस-पास के राज्यों से आने वाले मरीजों को भी लाभान्वित करेगी। इसके अलावा प्रदेश के 6 जिलों में अत्याधुनिक मॉडल अस्पताल बनाए जाएंगे, जिनमें सुपर स्पेशियलिटी सेवाएं उपलब्ध होंगी। अंबेडकर अस्पताल में आईवीएफ सेंटर भी स्थापित करने पर विचार किया जा रहा है। इस संबंध में रुकी हुई डीपीआर का निर्माण शीघ्र ही शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अंबेडकर अस्पताल में आधुनिक पोस्टमार्टम हाउस भी बनाया जाएगा, जिसमें नए उपकरणों के साथ-साथ विशेषज्ञ स्टाफ भी तैनात किया जाएगा। साथ ही अंबेडकर अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए नई वर्चुअल मशीन स्थापित की जा रही है। यह मशीन देश में सबसे आधुनिक तकनीक से युक्त होगी और इससे पोस्टमार्टम के कार्यों में तेजी आएगी। इसके साथ ही यह सुविधा राजधानी के लोगों के लिए अत्यधिक सहायक सिद्ध होगी।

CG- पटवारी निलंबित: फौती नामांतरण करने पटवारी ने 80 हजार रूपये की रिश्वत मांगी, शिकायत के बाद कलेक्टर ने एक्शन लेते हुए किया सस्पेंड

 

835 सरकारी व 376 से ज्यादा अस्पताल में फ्री इलाज

प्रदेश में आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के साथ ही शहीद वीरनारायण सिंह स्वास्थ्य योजना लागू करने का निर्णय लिया गया है। इन दोनों योजनाओं से छत्तीसगढ़ के 77 लाख 20 हजार परिवारों को 5 लाख रूपए तक निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल रहा है। छत्‍तीसगढ़ में लगभग 56 लाख से ज्यादा गरीब परिवार रहते हैं। इसी के साथ सामान्‍य परिवारों की बात की जाए तो यहां लगभग 8.82 लाख मध्यमवर्गीय परिवार रहते हैं। ऐसा माना जा रहा है कि इन सभी परिवारों को अभी इलाज के लिए दी जाने वाली सहायता को दुगना किया जा सकता है। प्रदेश में ऐसी जटिल बीमारियां हैं जिनके इलाज का खर्च फिलहाल 5 लाख रुपए से अधिक होता है। उन बीमारियों के मरीजों को मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता स्कीम में भी राहत दी जाती है। इसमें फिलहाल 25 लाख रुपए तक की सहायता दी जा रही है। जरूरत पड़ने पर इसकी लिमिट भी बढ़ाई जा सकती है। आयुष्मान योजना में इलाज के लिए 1211 से अधिक अस्पताल रजिस्टर्ड हैं, जिनमें 835 सरकारी व 376 से ज्यादा निजी अस्पताल हैं। इनमें फ्री इलाज की सुविधा है। योजना के तहत गरीब और जरूरतमंद लोगों को आर्थिक सुरक्षा मिलती है, क्योंकि उन्हें चिकित्सा सेवाओं के लिए भारी खर्च नहीं उठाना पड़ता। राज्य के हर कोने में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित की गई है, जिससे ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों के लोग भी लाभान्वित हो रहे हैं। इस योजना से लोगों को समय पर और सही उपचार मिल रहा है, जिससे गंभीर बीमारियों का समय रहते निदान और उपचार संभव हो पाता है।

सस्पेंड न्यूज: सहायक संपदा प्रबंधक निलंबित, पैसे के लेनदेन के मामले में गिरी गाज

 

उम्मीद खो चुके लोगों को मिली नई जिंदगी

ऐसे मरीज जिन्हें गंभीर बीमारी है और जो इलाज करा पाने में समर्थ नहीं है उनके लिए मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत 25 लाख रूपए तक की आर्थिक मदद प्रदान की जा रही है। इसी योजना के अंतर्गतत राजनांदगांव के ममता नगर निवासी योगेश साहू का नि:शुल्क किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है। एक वर्ष पूर्व एक निजी चिकित्सालय में जांच से पता चला कि उन्हें किडनी की समस्या है। जिसके बाद वे राजनांदगांव में डायलिसिस करा रहे थे। मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना से उन्हें एम्स में बेहतर इलाज मिला और उनका किडनी ट्रांसप्लांट किया गया। प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सुशासन में सुदूर ग्रामीण इलाकों के कई ऐसे लोगों को नया जीवन मिला है, जो अपनी जिंदगी की उम्मीद खो चुके थे। इन्हीं में से एक हैं बालोद जिले के दल्लीराजहरा निवासी रामविलास पाठक। उन्हें इस वर्ष जून माह की शुरूआत में अचानक से हार्ट अटैक आया। आनन-फानन में उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां डाक्टरों द्वारा उन्हें हार्ट अटैक के बेहतर इलाज हेतु रायपुर स्थित एम्स में रिफर किया गया। एम्स में उनके स्वास्थ्य जांच के पश्चात् डॉक्टरों ने उनके हार्ट की सर्जरी कराने तथा सर्जरी में लगभग 5 लाख रुपये खर्च आने की बात कही गई। ऐसी विकट परिस्थिति में मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना से 5 लाख 29 हजार रुपये की स्वीकृति मिली। जिसके बाद रामविलास पाठक के हार्ट की सफलतापूर्वक सर्जरी की गई।

 

25 लाख तक मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता

राज्य सरकार ने नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने तथा दुर्लभ बीमारियों के इलाज में होने वाले व्यय से बचाने के लिए संजीवनी सहायता कोष का विस्तार करते हुये मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना संचालित है। मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत चिन्हित दुर्लभ बीमारियों के लिए राज्य के पात्र परिवारों को अधिकतम 25 लाख रूपए तक के इलाज की सुविधा प्रदान की जा रही है। छत्तीसगढ़ ऐसा पहला राज्य है, जो इतनी बड़ी राशि राज्य के नागरिकों के इलाज हेतु प्रदान कर रही है जिससे नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं।

मुख्यमंत्री का जनदर्शन : मुख्यमंत्री के निर्देश पर जनदर्शन में बढ़ी सुविधाएं, चाय-नाश्ते के साथ डाक्टर व बैट्री चलित ऑटो की भी मिल रही सुविधा

 

कोई कोताही न करें: जायसवाल

चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, आयुष, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, सीजीएमएससी एवं खाद्य एवं औषधि विभाग से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा करते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि स्वास्थ्य जनहित से जुड़ा एक बड़ा मुद्दा है और इसमें कोई कोताही नहीं होनी चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री ने प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं पर चर्चा करते हुए अधिकारियों को स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार और मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना सुनिश्चित करने के लिए कहा। स्वास्थ्य मंत्री ने सचिव स्तर के सभी अधिकारियों को और बेहतर कार्य करने तथा योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए हैं।

 

NW News