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बजरंग दल Vs बजरंग बली: “जो भगवान राम के नहीं वो बजरंगबली के कैसे?”… कौशिक ने दी नसीहत- बजरंग दल का इतिहास पढ़ें..

रायपुर 7 मई 2023। छत्तीसगढ़ में बजरंग दल बनाम बजरंग बली का सियासी विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि कांग्रेस गांधी परिवार को खुश करने के लिए राज्य की जनता के भावनाओं को आघात पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाने वाले कांग्रेस अब हनुमानजी और उनके संगठन पर बैन करने की बात कर रहे हैं। बजरंगदल का क्या इतिहास है इसका अध्ययन कांग्रेस को एक बार जरूर करना चाहिए। जिन्हें भगवान राम के प्रति स्नेह न हो तो वह पवन पुत्र बजरंगबली से कैसे प्रेम कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भगवान राम के प्रति केवल मात्र दिखावा है। उनकी पूरी आस्था तो गांधी परिवार के प्रति है जो हमेशा सनातनी जीवन संस्कृति का विरोध करते रहे हैं। यही कारण है पूरे देश में बजरंगदल पर प्रतिबंध लगाने की बात कांग्रेस कह रही है।

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कौशिक कहा कि भगवान राम हमारे आराध्य है हनुमान जी हमारे संकटमोटक है। जीवन के हर परिस्थिति में हर सनातनी भगवान राम के त्याग और हनुमान जी की प्रतिबध्दता से प्रेरणा लेता है। इन सबसे कोसों दूर कांग्रेस हमेशा सनातनी समाज के साथ राजनीति कर अपने वोट बैंक को ही ध्यान रखती है। अब वक्त आ गया है कि देश का सनातनी समाज एक जुटता के साथ कांग्रेस को करारा जवाब देगी।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रदेश में बजरंगदल पर प्रतिबंध के बजाय मुख्यमंत्री बघेल को नक्सलवाद व सीमी जैसे कथित संस्थाओं पर प्रतिबंध और उनके खिलाफ मजबूती से कार्यवाही करने की चिंता करनी चाहिए।

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