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BIG UPDATE: DPI ने NW न्यूज 24 से पहली से आठवीं तक की परीक्षा को लेकर स्थिति की स्पष्ट… कहा…

रायपुर 25 सितंबर 2022। सभी तिमाही परीक्षा स्थानीय स्तर पर पूर्व निर्धारित पद्धति के अनुरूप ही ली जाएगी। माशिम की तरफ से ली जाने वाली 9वीं से 12वीं तक की परीक्षा को स्थानीय स्तर पर स्कूलों को लेने का निर्देश पहले ही जारी हो चुका था, अब SCERT की तरफ से पहली से आठवीं तक की ली जाने वाली परीक्षा को भी स्कूलों को अपने स्तर पर लेने को कहा गया है। DPI सुनील जैन ने NW न्यूज 24 से इसकी पुष्टि की है।

DPI सुनील जैन ने nwnews24.com के सवाल के जवाब में बताया कि, SCERT की तरफ से जो पहली से आठवीं तक की परीक्षा ली जाने वाली थी, वो परीक्षा भी स्थानीय स्तर पर स्कूलों की तरफ से ली जाएगी

माना जा रहा है कि आज इस संदर्भ में डीपीआई की तरफ से आदेश जारी हो जायेगा। अब सभी जिला शिक्षा अधिकारी स्थानीय स्तर पर ही परीक्षा का संचालन करवाएंगे। आपको बता दें कि इससे पहले नौवीं से 12वीं तक की परीक्षा को स्कूल स्तर पर ही लेने का निर्देश शिक्षा विभाग की तरफ से जारी कर दिया गया था।

देर रात nwnews24.com से बात करते हुए माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव वीके गोयल ने बताया था कि सभी स्कूलों को अपने अपने स्तर से परीक्षा लेने के निर्देश दिए गए हैं। तभी से ये सवाल उठ रहा था कि प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों की परीक्षा का क्या होगा? अब खबर पुष्ट हो गई है कि पहली से आठवीं तक की परीक्षा जो पहले एससीईआरटी की तरफ से ली जाने वाली थी, अब उन परीक्षा को भी स्थानीय स्तर पर लेने के निर्देश शिक्षा विभाग ने जारी कर दिए हैं।

अब पहली से आठवीं तक की परीक्षा का संचालन भी जिला शिक्षा अधिकारी स्कूल स्तर पर ही कराएंगे। हालांकि यह सभी परीक्षाएं हर हाल में 10 अक्टूबर के पहले संपन्न कराना होगा।

आपको बता दें कि इससे पहले नौवीं से 12वीं तक की परीक्षा केंद्रीयकृत रूप से माध्यमिक शिक्षा मंडल संचालित कराने जा रहा था, जबकि पहली से आठवीं तक की परीक्षा एससीईआरटी की तरफ से ली जाने वाली थी, लेकिन अब इस केंद्रीय परीक्षा के संचालन को रद्द करते हुए स्थानीय स्तर पर परीक्षा लेने का निर्देश जारी किया गया है।

आपको बता दें की nwnews24.com ने कल की तिमाही परीक्षा को लेकर आ रही दिक्कत को लेकर कई खबरें प्रकाशित की थी। nwnews24.com ने इस बात को लेकर भी आगाह किया था कि सॉफ्ट कॉपी के जरिए प्रश्न पत्र भेजे जाने की वजह से गोपनीयता भंग होने का भी खतरा है, वहीं स्कूलों की तरफ से परीक्षा संचालन में आ रही परेशानी को भी बताया था।

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