क्राइमटॉप स्टोरीज़

17 लाख कैश के साथ घूसखोर तहसीलदार गिरफ्तार….उधर नायब तहसीलदार 14 हजार रुपये लेते रंगे हाथों पकड़ाया…

जयपुर/महेंद्रग्रढ़ 19 जनवरी 2022। दो घूसखोर अफसर को ACB और विजिलेंस विभाग ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। जयपुर में तहसीलदार को 17 लाख रूपये कैश के साथ गिरफ्तार किया गया, तो नायब तहसीलदार 14 हजार रूपये रिश्वत लेते रंगे हाथों विजिलेंस की टीम के हाथों पकड़ में आया है। पहला मामला जयपुर का है, जहां जयपुर ACB ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए भीलवाड़ा शहर तहसीलदार लालाराम यादव के घर दबिश दी। कमला विहार स्थित उसके घर से 5 लाख रुपए समेत कई डॉक्यूमेंट बरामद किए। इस मामले में तहसीलदार के दलाल कैलाश धाकड़ के घर से भी 12 लाख रुपए बरामद किए हैं। टीम ने तहसीलदार, दलाल और रिश्वत देने के आरोपी को गिरफ्तार किया है।

तहसीलदार ने दलाल के माध्यम से रिश्ववत का नेटवर्क तैयार कर रखा था। प्रारंभिक कार्रवाई में सामने आया कि लालाराम यादव जमीनी मामलों में रिश्वत लेकर लोगों को फायदा पहुंचाने काम करता था। हाल ही में लाला राम यादव ने एक जमीन के मामले में अपने परिजन के खाते में 3 लाख रुपए जमा करवाए थे। इसके बाद से तहसीलदार एसीबी के रडार पर था। सोमवार को डीजी बीएल सोनी व एडीजी दिनेश एमएन के नेतृत्व में तहसीलदार के घर पर दबिश दी गई। दबिश में पांच लाख रुपए और कई दस्तावेज बरामद हुए। एसीबी डीजी बीएल सोनी ने बताया कि तहसीलदार लालाराम यादव के खिलाफ एसीबी ने मामला दर्ज किया है। लाला राम यादव ने कुछ दिन पहले ही दीपक चौधरी नाम के एक व्यक्ति से 3 लाख रुपए की रिश्वत ली थी। मामला सामने आने के बाद ACB तहसीलदार पर लगातार नजर रख रही थी।

14 हजार घूस लेते नायब तहसीलदार गिरफ्तार

हरियाणा के महेंद्रगढ़, सतनाली में विजिलेंस टीम ने भ्रष्टाचार पर कार्रवाई करते हुए नायब तहसीलदार अमित कुमार को रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। आरोपित नायब तहसीलदार ने रजिस्ट्री के नाम पर एक वकील से 14 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। विजिलेंस ने उसकी गिरफ्तारी के साथ ही रिश्वत के लिए दी गई राशि को भी बरामद कर लिया है। मिली जानकारी के अनुसार महेंद्रगढ़ जिले के कस्बा सतनाली निवासी एडवोकेट बलबीर ने कुछ दिनों पहले जमीन की खरीदारी की थी, जिसकी रजिस्ट्री करवानी थी। रजिस्ट्री की एवज में सतनाली के नायब तहसीलदार अमित कुमार की तरफ से 14 हजार रुपये की डिमांड की गई। मंगलवार को रजिस्ट्री होनी थी। इससे पहले एडवोकेट बलबीर ने नारनौल विजिलेंस को नायब तहसीलदार द्वारा रिश्वत मांगे जाने की सूचना दे दी, जिसने टीम गठित कर मौके पर ही रुपये के साथ नायब तहसीलदार को गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि शिकायतकर्ता से नायब तहसीलदार पहले भी 40 हजार रुपये रिश्वत के तौर पर ले चुका है। चार जनवरी को शिकायतकर्ता एडवोकेट बलबीर सिंह शेखावत की शिकायत पर विजिलेंस ने मुकदमा दर्ज किया था। ऐसे में रिश्वत के लिए अभी 14 हजार रुपये और देने थे। लेकिन, कुछ दिनों से नायब तहसीलदार कार्यालय में नहीं आ रहा था, जिसकी वजह से विजिलेंस टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा था।

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