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CG NEWS : निःशुल्क कोचिंग की पहल ने आदिवासी बच्चों का सपना किया साकार, पहले ही प्रयास में 2 छात्रों का हुआ मेडिकल में चयन, जिला पंचायत सदस्यआदित्येश्वर शरण सिंहदेव की पहल लाई रंग

सरगुजा 11 नवंबर 2022। कहते हैं एक ईमानदार प्रयास कई लोगों का भविष्य संवार देती हैं। जीं हां कुछ ऐसा ही प्रयास एक साल पहले सरगुजा के जिला पंचायत सदस्य और रेडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष आदितेश्वर शरण सिंह देव ने शुरू की थी। सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले गरीब छात्रों के नीट और जेईई में चयन के लिए निःशुल्क कोचिंग की पहल की गयी। एक साल बाद आज उसी कोचिंग सेंटर से पढ़कर 2 गरीब छात्रों का चयन एमबीबीएस के लिए हो गया हैं।

गौरतलब हैं कि आज छत्तीसगढ़ में मेडिकल और इंजीनियरिंग की परीक्षाओं की तैयारी के लिए सैकड़ो कोचिंग इंस्टीटयूट संचालित हैं। लेकिन इन कोचिंग इंस्टीटयूट की मोटी फीस दे पाना आज भी गरीब छात्रों के लिए असंभव हैं। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले ऐसे ही मेधावी छात्रों की इस समस्या पर सरगुजा जिला पंचायत सदस्य आदितेश्वर शरण सिंहदेव ने निःशुल्क कोचिंग की नीव रखी। शिक्षा विभाग की संयुग्त सहभागिता से एक साल पहले सरकारी स्कूल में पढ़ रहे गरीब छात्रों के लिए नीट और जेईई की निशुल्क कोचिंग सुविधा शुरू की गयी। इस पहल का ही नतीजा रहा कि दो छात्रों ने अपनी कड़ी मेहनत और कोचिंग में मिले सही मार्ग निर्देशन पर नीट की परीक्षा पास कर एमबीबीएम में अपना स्थान बना लिया हैं।

दरअसल जिला पंचायत एवं जिला शिक्षा अधिकारी अम्बिकापुर के द्वारा जिला स्तरीय नीट एवं जेईई मेन्स की विशेष 45 दिवसीय आवासीय कोचिंग की व्यवस्था की गई थी। कोचिंग का आयोजन जिला मुख्यालय अम्बिकापुर में स्थित शासकीय मल्टी पर्पज स्कूल में 2 मई से 15 जून तक किया गया। जिसमें ग्रामीण क्षेत्र के विज्ञान और गणित संकाय के निर्धन परिवार के छात्र-छात्राओं को विषय विशेषज्ञ शिक्षकों के द्वारा विशेष कोचिंग दी गई। इस कोचिंग व्यवस्था से ग्राम अतौरी के छात्र प्रमोद सोनवानी का एमबीबीएस प्रथम चरण के काउंसलिंग में एवं द्वितीय चरण के काउंसलिंग में मैनपाट निवासी छात्र ज्ञानदीप तिग्गा का मेडिकल कॉलेज कोरबा में चयन हुआ है। छात्र अपनी इस सफलता से बेहद खुश हैं।

लेकिन आर्थिक रूप से काफी कमजेार इन छात्रों के सामने अब शासकीय कॉलेज की फीस भरना भी एक बड़ी चुनौती होगी। जिसे लेकर एक बार फिर इन छात्रों के उज्जवल भविष्य में आने वाली अड़चन के समाधान का प्रयास किया जा रहा हैं। जिला पंचायत सदस्य आदित्येश्वर शरण सिंहदेव का कहना है कि जिले में शिक्षा विभाग की मेहनत रंग लाई है। बिना किसी योजना और फंड के विभाग ने गरीब बच्चों को जेईई और नीट की निशुल्क ट्रेनिंग दी और इस ट्रेनिंग का नतीजा यह निकला की आज 2 गरीब बच्चों का चयन शासकीय मेडिकल कालेज में एमबीबीएस के लिये हो गया है। जिस बच्चे ने कभी सपने में भी नही सोंचा था कि वो डॉक्टर बन पायेंगे। आज वो डॉक्टर बनने की पहली सीढ़ी चढ़ चुके है। चयनित छात्रों को आदित्येश्वर सिंह देव ने बधाई देकर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की हैं।

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