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राहुल की अस्पताल के अंदर से EXCLUSIVE PHOTS देखें : तस्वीरों में देखिये ICU में किस तरह चल रहा राहुल का इलाज… डाक्टरों ने स्वास्थ्य को लेकर बताया….. अभी गहन निगरानी में चलेगा इलाज

बिलासपुर 15 जून 2022। 105 घंटे तक बोरवेल में जिंदगी की जंग लड़कर विजय मुस्कान के साथ बाहर निकला मासूम राहुल पूरी तरह से स्वस्थ्य है। देर रात करीब 2 बजे ग्रीन कारिडोर बनाकर उसे बिलासपुर के अपोलो पहुंचा गया। फिलहाल डाक्टरों की राहुल की स्थिति को सामान्य बताया है, लेकिन अभी राहुल को ICU में रखा गया है। राहुल की तबीयत का करीब 72 घंटे तक डाक्टर मानिटर करेंगे, उसके बाद ही किसी तरह का कोई निर्णय लिया जायेगा।

इससे पहले जांजगीर में 5 दिन तक बोरवेल में फंसे राहुल साहू को देर रात करीब 11 बजकर 54 मिनट पर बोरवेल से बाहर निकाला गया। राहुल की पहली झलक जैसे ही लोगों ने दिखायी, खुशी से झूम उठे। मौके पर मौजूद हजारों ग्रामीणों ने ताली बजाकर राहुल का स्वागत किया, तो वहीं रेस्क्यू टीम के लिए जयकारे भी लगाये।

हजारों की भीड़ भारत माता की जय के नारे लगा रहे थे। इससे पहले जैसे ही स्ट्रेचर से राहुल को निकाला गया, मौजूद लोगों ने जमकर तालियां बजानी शुरू कर दी, तो वहीं रेस्क्यू टीम भी 105 घंटे की मिशन की कामयाबी पर खुशी से रो पड़े। कई रेस्क्यू टीम के जवानों की आवाज भर्रायी हुई और आंखों में खुशी के आंसू थे।

मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद रेस्क्यू स्थल पर सर्व सुविधायुक्त एंबुलेंस पहले से ही खड़ी थी। सिविल सर्जन स्पेशलिस्ट डाक्टरों की टीम के साथ मौके पर डटे थे। इधर बिलासपुर रेंज आईजी रतनलाल डांगी खुद ही ग्रीन कारिडोर की पुरी मानिटरिंग कर रहे थे। 11.54 में बोरवेल से बाहर निकालते ही बच्चे को सीधे एंबुलेंस तक ले जाया गया, जहां पहले ही नर्स व पारा मेडिकल स्टाफ के साथ दो डाक्टर मौजूद थे।

डाक्टरों ने प्रांरंभिक जांच में सब कुछ सही पाया। बीपी, सुगर, हार्टबीट, पल्स सहित तमाम एक्टिविटी बिल्कुल नार्मल थी, जिसके बाद एंबुलेंस तूफानी रफ्तार में बिलासपुर की तरफ बढ़ चली। जांजगीर एसपी ने पहले ही बिलासपुर एसपी से कार्डिनेट कर पूरा रोड क्लियर करा दिया था। ग्रीन कारिडोर बनाते हुए करीब 1घंटे 20 मिनट में एंबुलेंस बिलासपुर के अपोलो अस्पताल पहुंची, जहां पहले ही स्वास्थ्य टीम तैनात थी।

आईसीयू में भर्ती के बाद डाक्टरों ने गहन निगरानी में राहुल का इलाज शुरू कर दिया है। डाक्टरों ने प्रांरंभिक जांच में बच्चे की स्थिति को समान्य बताया है। अभी डाक्टरों कुछ दिन तक बच्चे की तबीयत की मानिटरिंग करेंगे और उसके बाद उसके स्वास्थ्य को लेकर निर्णय लेंगे।   

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