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CG POLITICS : BJP में प्रत्याशियों के नामों पर बवाल,मस्तूरी विधायक बांधी और तखतपुर से धर्मजीत का विरोध,नाराज कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष के बंगले का किया घेराव

बिलासपुर 7 अक्टूबर 2023। विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों के नामों को बीजेपी और कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है। ताजा मामला बिलासपुर का है, जहां मस्तूरी से बीजेपी विधायक डाॅ.कृष्णमूर्ति बांधी और तखतपुर से धर्मजीत सिंह को टिकट देने का अभी से विरोध शुरू हो गया है। बीजेेपी की वायरल लिस्ट के बाद बिलासपुर जिले में भी कार्यकर्ता प्रत्याशी बदलने की मांग को लेकर अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। शनिवार को कार्यकर्ताओं ने दोनों प्रत्याशियों को बदलने की मांग को लेकर प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव के बंगले का घेराव कर जमकर नारेबाजी की गयी।

छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव में अब महज डेढ महीने से भी कम का वक्त बचा हुआ है। प्रदेश में आगामी कुछ दिनों में कभी भी निर्वाचन आयोग आदर्श आचार संहिता लागू कर सकता है। ऐसे में भले ही बीजेपी ने सबसे पहले 21 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमा दी थी। लेकिन दूसरी लिस्ट जारी करने में बीजेपी के पसीने छूट रहे है। ठीक यहीं हाल कांग्रेस का भी है, पिछले एक महीने से पार्टी में बैठको और मंथन का दौर जारी है, लेकिन कैडिंडेट के नामों पर अंतिम मुहर नही लग सकी है। कुल मिलाकर देखा जाये तो दोनों ही पार्टियों में प्रत्याशियों के नामों को लेकर घमासान मचा हुआ है। इसी बीच बीजेपी की संभावित दूसरी लिस्ट का सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद बीजेपी में बवाल मचा हुआ है।

रायपुर के धरसींवा से छत्तीसगढ़ी एक्टर अनुज शर्मा का नाम सामने आते ही स्थानीय लोगों ने बाहरी बताकर सीधा विरोध कर दिया था। अभी ये मामला शांत भी नही हुआ था। इसी दौरान शनिवार को सीपत, मस्तूरी और मल्हार के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव के बंगले का घेराव कर नारेबाजी की। बताया जा रहा है कि मस्तूरी विधानसभा से पहुंचे नाराज कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पिछले 20 साल से डाॅ.कृष्णमूर्ति बांधी को ही प्रत्याशी बनाये जाने से क्षेत्र में नाराजगी है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने इस बार नए और युवा चेहरे को मौका देने की बात प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष रखी है। इसी तरह तखतपुर विधानसभा में भी संगठन के पदाधिकारियों ने जोगी कांग्रेस से बीजेपी में आए विधायक धर्मजीत सिंह को प्रत्याशी बनाने का विरोध किया है।

सीपत के बीजेपी कार्यकर्ता तीजराम लाठिया, जयराम नगर के शिवानंद महाराज ने डॉ. बांधी को लेकर कार्यकर्ताओं में असंतोष होने की बात कही। इसके साथ ही नए चेहरे को मस्तूरी से टिकट देने की मांग की।उधर अरूण साव के बंगले का घेराव कर जब पार्टी कार्यकर्ता नारेबाजी कर रहे थे, तब वह घर पर ही मौजूद थे। उन्होने पार्टी कार्यकर्ताओं के इस कृत्य पर जमकर नाराजगी जताई।अरुण साव ने साफ किया कि सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है। लेकिन पार्टी में अनुशासनहीनता बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी लोग अपनी बात रखें।

लेकिन नारेबाजी करना सही नही है, उन्होंने आश्वस्त किया कि कार्यकर्ताओं की बातों पर पार्टी करेगी। खैर बीजेपी की अभी लिस्ट सामने नही आई है, ऐसे में जिस तरह से लिस्ट आने से पहले ही पार्टी में घमासान मचा हुआ है, उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि यदि पार्टी हाईकमान टिकट वितरण में थोड़ी भी चूक करता है, तो इसका बड़ा खामियाजा पार्टी को आगामी विधानसभा चुनाव में उठाना पड़ सकता है। यहीं वजह है कि ना केवल बीजेपी बल्कि कांग्रेस भी प्रत्याशियों के नाम का फाइनल करने से पहले फूंक-फूंककर कदम उठा रही है।

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