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CG: शर्मनाक- बेटी की लाश गोद में लेकर 10 किलोमीटर पैदल चला पिता, शव वाहन देने घुमाते रहे मेडिकल स्टाफ, BMO पर गिरी गाज, स्वास्थ्य मंत्री ने दिया जांच का आदेश

अंबिकापुर 25 मार्च 2022 । स्वास्थ्य मंत्री के गृह जिला अंबिकापुर से मानवता को शर्मसार करने की घटना सामने आई है। यहां एक 7 साल की बच्ची का इलाज के दौरान मौत होने के बाद बच्चीं के पिता को शव वाहन तक नसीब नही हो सका, लिहाजा बेटी की मौत के सदमे में पिता ने अपनी बेटी की लाश गोद में ही लेकर 10 किलोमीटर पैदल चलकर घर पहुंचा। मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने जहां जांच के आदेश दे दिये है, वही CMHO ने बीएमओं को तत्काल प्रभाव से हटाने का आदेश जारी कर दिया है।

पूरा घटनाक्रम लखनपुर ब्लॉक का है। बताया जा रहा है कि यहां के ग्राम अमदला के रहने वाले ईश्वर दास की 7 साल की बेटी की तबीयत दो दिन से खराब थी। उसे लगातार बुखार आ रहा था, बीमारी ठीक नही होने पर परिजन बच्चीं को बेहतर इलाज के लिए शुक्रवार की सुबह करीब 6 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लखनपुर लेकर पहुंचे थे। यहां बच्चीं की स्थिति नाजुक होने पर उसे अस्पताल मंे भर्ती कर उपचार शुरू किया गया। इलाज के दौरान ही बच्ची ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। बेटी की मौत की खबर के बाद सदमे में आये परिजन घर तक शव ले जाने के लिए वाहन की मदद के लिए अस्पताल में भटकते रहे, लेकिन किसी ने भी पीड़ित पिता की मदद नही की…..काफी देर इंतजार के बाद भी शव वाहन नही मिलने पर मजबूर पिता ने बेटी के शव को चादर में लपेटकर गोंद में ही उठाकर पैदल घर के लिए रवाना हो गया।

मासूम बेटी की लाश को गोद में लेकर बदहवास पैदल जा रहे इस शख्स विचलित कर देने वाली तस्वीर जिसने भी देखी वो कुछ देर के लिए सहम गया, और स्वास्थ विभाग के सिस्टम को कोसता नजर आया। बच्ची के पिता ईश्वर दास की माने, तो उन्होंने शव वाहन के लिए अस्पताल प्रबंधन से मांग की थी, लेकिन अस्पताल में मेडिकल स्टाफ गाड़ी नही होने की बात कहकर उसे घुमाते रहे। वहीं उसने अस्पताल में गलत उपचार करने से बेटी की मौत होने का भी आरोप लगाया है। पीड़ित ईश्वर दास ने आरोप लगाया है कि उपचार के दौरान नर्स ने जैसे ही उसकी बेटी को इंजेक्शन दिया, इसके बाद उसके नाक से खून बहने लगा और बच्चीं की मौत हो गयी। वही दूसरी तरफ इंसानियत को शर्मसार करने वाली इस खबर की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने इस घटना की जानकारी लेकर सीएमएचओं को जांच के आदेश दिए है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि एंबुलेंस आने में देर हुई थी।

जिसके कारण पीड़ित सख्स को सही समय पर शव वाहन नही मिल सका। इस घटना के सामने आने और स्वास्थ्य मंत्री के हस्तक्षेप के बाद अंबिकापुर स्वास्थ विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश के बाद सीएमएचओं ने ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ0 पीएस केरकट्‌टा को उनके पद से तत्काल प्रभाव से हटाने का आदेश जारी कर दिया है। बीएमओं को जारी नोटिस में बच्ची के परिजनों को एंबुलेंस उपलब्ध न कराकर कार्य में घोर लापरवाही की उल्लेख किया गया है। साथ ही सीएमएचओं ने सामने उपस्थित होकर स्पष्टीकरण देने को कहा है।

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