क्राइम

CG- सिरकटी लाश की गुत्थी सुलझी: पति ने ही हत्या करने के बाद सिर काटकर जलती चिता में फेंका, सनकी पति की हैवानियत जानकर रह जायेगें दंग….

राजनांदगांव 21 जुलाई 2022 । गुंडरदेही के बांध के पास मिली महिला की सिरकटी लाश की गुत्थी पुलिस ने आखिरकार सुलझा ली। इस हत्याकांड को किसी शातिर बदमाश ने नही बल्कि महिला के सनकी पति ने ही अंजाम दिया था। बताया जा रहा हैं कि आरोपी ने पहले पत्नी की गला दबाकर हत्या की, इसके बाद इस हत्याकांड पर पर्दा डालने के लिए घर पर ही पत्नी का गला और हाथ-पैर को काटने के बाद सिर को श्मशान घाट की जलती चिंता में फेंक दिया गया, ताकि सिरकटी लाश की कभी पहचान ही ना हो सके।

गौरतलब हैं कि पिछले दिनों अम्बागढ़़ चौकी थाना क्षेत्र स्थित गुंडरदेही के खेखरी बांध के पास एक सिरकटी लाश मिलने से सनसनी फैल गयी थी। लाश के हाथ-पैर भी कटे मिले थे। घटना की जानकारी के बाद पुलिस इस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने के लिए घटनास्थल से मिले साक्ष्य के आधार पर मामले की तफ्तीश कर रही थी। चूकि महिला का सिर नही होने के कारण पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती महिला की लाश का पहचान करना था। लिहाजा पुलिस ने वारदात से जुड़े एक-एक कड़ियों को पिरोना शुरू किया गया।

पुलिस की तफ्तीश में सबसे पहले क्षेत्र से लापता महिलाओं की जानकारी जुटाना शुरू किया गया। जांच में पता चला कि जगदीश साहू नामक शख्स ने अपनी पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस की माने तो आरोपी ने शिकायत में पत्नी पदमनी के द्वारा घर से जाने के दौरान अपने सारे जेवरात लेकर कहीं चले जाने की शिकायत की गयी थी। पुलिस की जांच के दौरान ही आरोपी ने बांध में मिले महिला के शव को अपनी पत्नी का होना बताया। जगदीश की बातों और हरकतों से पुलिस को उस पर संदेह हुआ। इसके बाद पुलिस टीम ने सबसे पहले जगदीश के घर की बारीकी से तलाशी ली।

जगदीश ने जो गहने पदमनी द्वारा ले जाने की बात कही गई थी, वह एक पोटली में मिली, जिस पर खून के कुछ धब्बे भी दिखे। वहीं जिस कंटीले तार से पदमनी का शव बांधा गया था, उसी तार का एक हिस्सा जगदीश के घर में पाया गया। इन सारे सबूतों के बाद पुलिस का शक गहरा गया और पुलिस ने जगदीश को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गयी। पुलिस की सख्ती से पूछताछ में जगदीश ने अपनी पत्नी की हत्या की बात स्वीकार ली। जगदीश ने पुलिस को बताया कि 12 जुलाई को बच्चों के स्कूल जाने के बाद उसका पदमनी से विवाद हुआ।

दोपहर करीब 3 बजे उसने विवाद के दौरान तैश में आकर अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद शव को घर के कमरे में छिपा दिया। रात में जब बच्चे सो गए तो उसने आरी और टांगी से पत्नी का सबसे पहले सिर काटा और गांव के श्मशान में जलती चिता में सिर फेंक आया। इसके बाद हाथ-पैर को काटकर धड़ से अलग किया। सभी हिस्सों को घर में रखे कंटीले तार से बांधकर बांध में डुबा दिया और तार का दूसरा हिस्सा झाड़ियों से कसकर बांध दिया ताकि शव बाहर न आ सके।

जगदीश ने बड़ी ही निर्ममता से पदमनी के शव के टुकड़े किए थे। शव के हिस्से को काटने के बाद काटे गए हाथ-पैर को समेटकर बांध की झाड़ियों से बांध दिया था। ताकि कोई भी हिस्सा बाहर न आए। लेकिन धड़ मिलने के बाद पुलिस की गोताखोर टीम ने दो दिनों तक सर्च ऑपरेशन चलाया गया। तालाब के हर हिस्से को खंगालने के बाद मृतका के हाथ-पैर भी बरामद हुए। हालांकि सिर चिता में जल जाने की वजह से नहीं मिल पाया। पुलिस की विवेचना में ये बात सामने आयी हैं कि पदमनी और जगदीश की शादी साल 2009 में हुई थी। शादी के बाद से दोनों के रिश्ते अच्छे नही थे।

अक्सर दोनों के बीच विवाद होते रहता था। स्थानीय लोगों के मुताबिक जगदीश सनकी प्रवृत्ति का व्यक्ति है। वह अक्सर छोटी-छोटी बातों को लेकरअपनी पत्नी के साथ मारपीट करता था। कुछ समय पहले भी उसने पदमनी को बुरी तरह से पीटा था। फिलहाल पुलिस ने इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा ली हैं। जिसमें पारिवारिक कलह के कारण इस हत्याकांड को अंजाम देने के बाद शातिर पति ने अपने गुनाहो पर पर्दा डालने का भरसक प्रयास किया था। लेकिन कहते हैं न हर अपराध में एक छोटी सी गलती अपराधी को सलाखों के पीछे लाकर खड़ा कर देती हैं। इस मामले में भी पुलिस की तफ्तीश ने आरोपी पति की हैवानियत को सामने लाने में सफलता हासिल की हैं।

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