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चक दे इंडिया: छत्तीसगढ़ की बेटी आकांक्षा ने टीम इंडिया को रखा फीट,अंडर-19 विमेंस क्रिकेट वर्ल्ड कप में बेटियों ने लहराया परचम….

रायपुर 30 जनवरी 2023। हमारी बेटियां छोरो से कम नही हैं…..जीं हां दंगल फिल्म का ये डाॅयलाग आज अंडन-19 महिला क्रिकेट टीम पर बिल्कुल फीट बैठता हैं। भारत ने पहले अंडर-19 महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप के फाइनल में इंग्लैंड को 7 विकेट से हराकर वर्ल्ड  कप का खिताब जीतने में बड़ी कामयाबी हासिल की हैं। इस ऐतिहासिक जीत के पीछे छत्तीसगढ़ की बेटी का अहम रोल है। भारत की महिला खिलाड़ियों की टीम में बतौर मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव और फिजियो एक्सपर्ट आकांक्षा सत्यवंशी ने काम किया है।

गौरतलब हैं कि अंडर-19 महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम को फिट रखना। उन्हें कोई सीरियस इंजरी न हो इसका ख्याल रखना रायपुर की आकांक्षा के जिम्मे ही था। वल्र्ड कप जीतने के लिए टीम इंडिया के खिलाड़ी जितनी मेहनत करते थे, उससे ज्यादा आकांक्षा इन खिलाड़ियों को फिजिकली फीट रखने के लिए उन पर ध्यान देती थी। कुल मिलाकर देखा जाये तो रायपुर की आकांक्षा अडर-19 टीम इंडिया के साथ परछाई की तरह बैक बोन बनकर पिछले 5 महीनों से साथ हैं। हर मैच के बाद किस खिलाड़ी को रेस्ट देना है, किसे थैरेपी की जरुरत है ताकि वो मैदान में अच्छा परर्फाम कर पाए, ये काम आकांक्षा ने बखूबी संभाला। अंडर 19 महिला वल्र्ड कप का खिताब जीतने के बाद आकांक्षा ने बताया कि ये अंडर-19 विमेंस क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतना भारत के लिए अहम था। शुरू से ही तैयारी पर विशेष फोकस रहा। टीम इंडिया के खिलाड़ी लगातार टूर पर थी।

इस बीच टीम के कोच से संपर्क में रहकर हर एक खिलाड़ी के फिजिकल कंडीशन पर बारीकी से स्ट्डी कर उन्हे फीट रखने की दिशा में काम किया गया। टीम में यंग लड़कियां थी हमने खास ख्याल रखा कि बेस्ट प्लेयर्स मैच में अपना बेहतरीन परफार्मेन्स दे सके। आकांक्षा की माने तो टीम की प्लेयर शेफाली और ऋचा को छोड़कर बाकि सभी लड़कियां पहली बार बाहर ट्रैवल कर रहीं थीं। पूरे मैच के दौरान एक ही बात पर विशेष फोकस किया गया था कि जिस तरह से इंडिया के हर मैदान में दम दिखाया है, यहां भी उसी तरह से टीम का मुकाबला करना हैं। टीम के खिलाड़ियों को किसी भी तरह की शारीरिक परेशानी न हो इसका हर पल ध्यान रखा गया। आकांक्षा ने करीब से भारत की अंडर-19 विमेंस क्रिकेट टीम को देखा है। उन्हाेंने भारत की ऐतिहासिक जीत के पीछे की वजह भी बताई।

आकांक्षा ने कहा कि टीम इंडिया की जीत के पीछे की बड़ी वजह है उनकी कड़ी मेहनत और बेहतर तैयारी। यहां लड़कियां काफी छोटी उम्र से क्रिकेट खेलती हैं। बीसीसीआई का फोकस भी होता है सुविधाएं और अंडर 19 खिलाड़ियों को अपने ही देश में खेल का माहौल मिलता है। ऐसा दूसरे देशों में नहीं होता वहां प्रोफेशनल क्रिकेट देर से खेला जाता है। इस फील्ड में आने की वजह बताते हुए आकांक्षा बताती हैं कि परिवार में उनके चाचा जी डॉक्टर रहे हैं। आकांक्षा उन्हें देखकर हमेशा मेडिकल की फील्ड में जाना चाहती थी। बैचलर्स आकांक्षा ने रायपुर मेडिकल कॉलेज से किया और मास्टर्स कटक से, फीजियो थैरेपी की जब पहली बार क्लास अटेंड की थी, तो लगा बस यही करना है। ये काम आकांक्षा को काफी पसंद आया। साल 2019 में छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के साथ आकांक्षा ने काम किया।

इसके बाद आकांक्षा के बेहतर काम की वजह से उन्हें नेशनल क्रिकेट एकेडमी से आफर मिला। उन्हें सीनियर टीम हैंडल करने का मौका मिला। बतौर असिस्टेंट फिजियो एक्सपर्ट काम किया। इसके बाद इंडिया की मेन टीम के साथ आकांक्षा ने काम किया। आकांक्षा इंडिया की स्टार फीमेल क्रिकेटर्स मिताली के साथ भी रहीं। टूर्नामेंट जीतने पर बीसीसीआई ने विमेंस क्रिकेट टीम और सपोर्ट स्टाफ को 5 करोड़ रुपए का इनाम देने की घोषणा की। साथ ही बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कप्तान शेफाली वर्मा और टीम इंडिया को भारत और न्यूजीलैंड सीरीज के बीच अहमदाबाद बुलाया है। जहां एक फरवरी को पूरी टीम भारत और न्यूजीलैंड के बीच टी-20 सीरीज का आखिरी मैच देखेगी। अंडन-19 विमेंस क्रिकेट टीम का वल्र्ड कप पर जीत दर्ज करने के बाद जहां हर तरफ देश की बेटियों को सम्मान दिया जा रहा हैं। वहीं टीम इंडिया को बेहतर परफार्मेंस के लिए परफेक्ट रखने में अहम भूमिका निभाने वाली छत्तीसगढ़ की बेटी आकांक्षा ने सूबे का नाम पूरे देश में गौरान्वित किया हैं।

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