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चांद के और निकट आने वाला चंद्रयान-3, आज होगा विक्रम लैंडर की डी-ऑर्बेटिंग; 4 दिन बाद इसरो ने बनाया इतिहास

18 अगस्त 2023 भारत का अहम अंतरिक्ष मिशन चंद्रयान-3 अपने लक्ष्य के ओर नजदीक पहुंच गया है. ISRO ने चांद के चारों तरफ चंद्रयान-3 के सभी ऑर्बिट पूरे कर लिए हैं. आखिरी वाला ऑर्बिट मैन्यूवर 16 अगस्त 2023 को किया गया. ISRO के मिशन चंद्रयान-3 में अब तक सब कुछ ठीक चल रहा है. प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग होने के बाद विक्रम लैंडर चांद की कक्षा में अकेला चक्कर लगा रहा है. अब चंद्रयान-3 चंद्रमा से महज 100 किलोमीटर दूर है. 23 अगस्त शाम 5:47 बजे लैंडर विक्रम की चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग की तैयारी है. जिसके बाद छह पहियों वाला रोवर प्रज्ञान निकलेगा और अपना काम शुरू करेगा. शुक्रवार को विक्रम लैंडर की डि-ऑर्बिटिंग की जाएगी|

चन्द्रमा की कक्षा में घूम रहा है विक्रम लैंडर

चंद्रमा की सतह से लैंडर विक्रम 150 किमी ऊपर घूम रहा है उसे डिबूस्ट किया जाएगा ताकि वो न्यूनतम दूरी को तय कर सके। अब चंद्रयान के रोवर का लैंडिंग का काउंटडाउन भी शुरू हो चुका है। अब लैंडर की रफ्तार धीमी की जाएगी। जब चंद्रमा से रोवर की दूरी सिर्फ 30 किलोमीटर रह जाएगी तो लैंडिंग का प्रोसेस शुरू होगा। इसरो को उम्मीद है कि 23 अगस्त शाम को 5 बजकर 47 मिनट पर रोवर की लैंडिंग की यात्रा शुरू होगी। उसे परिक्रमा करते हुए 90 डिग्री कोण पर चंद्रमा की तरफ चलना शुरू करना होगा। लैंडिंग की प्रक्रिया की शुरुआत में चंद्रयान-3 की रफ्तार करीब 1.68 किमी प्रति सेकेंड होगी। इसे थ्रस्टर की मदद से कम करते हुए सतह पर सुरक्षित उतारा जाएगा।

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