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छतीसगढ़ कैशलेस चिकित्सा सेवा कर्मचारी कल्याण संघ मिला स्वास्थ्य मंत्री से जल्द हो सकती है मेडिकल कैशलेस की बहाली

रायपुर 8 फरवरी 2023: आज छत्तीसगढ़ कैशलेस चिकित्सा सेवा कर्मचारी कल्याण संघ अपनी मांगों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव से उनके रायपुर निवास पर भेंट किया। आपको बता दें राकेश सिंह के नेतृत्व में आज मेडिकल कैशलेस बहाली के लिए उनकी पूरी टीम के द्वारा छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव से मुलाकात की। छत्तीसगढ़ के समस्त लगभग 450000 लाख कर्मचारियों के लिए मेडिकल कैशलेस की मांग करते हुए राकेश सिंह और उषा चंद्राकर ने मंत्री को बताया कि छत्तीसगढ़ के प्रत्येक कर्मचारियों को मेडिकल रायंबर्स के लिए बहुत से पापड़ बेलने पड़ते हैं।

यदि किसी कर्मचारी का उसके परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य खराब होता है तो उसके इलाज में जो भी पैसा लगता है। उसे सरकारी कर्मचारियों के लिए रायंबर्श किया जाता है, किसी भी सरकारी कर्मचारी को इलाज के दौरान खर्च हुए पैसे के लिए सर्वप्रथम उसे सरकारी चिकित्सालय में दिखाना होता है। उसके बाद उसे जिला चिकित्सालय के माध्यम से अपना इलाज कराना होता है। इस बीच कई बीमारियां ऐसी हैं जिसके लिए कर्मचारियों को निजी चिकित्सालय में जाना होता है। जहां उन्हें स्वयं अपनी जमा पूंजी से इलाज कराना होता है, या अपने रिश्तेदारों या मित्रों से कर्ज लेकर इलाज कराना होता है।

वहीं दूसरी ओर जब कर्मचारी अपने इस पैसे को शासकीय नियमों के आधार पर निकलवाना चाहता है तो कभी-कभी 6 माह से 2 साल तक कर्मचारी पैसों के लिए ऑफिस के चक्कर लगाता रहता है, और अक्सर यह देखा गया कि कर्मचारियों को उसकी खर्चे राशि का 20 परसेंट पैसा भी हाथ में नहीं मिल पाता। हम सब जानते हैं की आज के समय में स्वास्थ्य सुविधाएं सबसे ज्यादा महंगी है। साथी राकेश जी ने यह भी मांग रखी कि सभी साडे 400000 कर्मचारियों के लिए छत्तीसगढ़ सरकार मेडिकल कैशलेस का एक कार्ड बनाए। जिसके माध्यम से वाह अपने देश के सभी निजी या अन्य चिकित्सालयों में मुफ्त इलाज करा सके कर्मचारी अपने प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए अपने जीवन का 20 से 25 साल देता है। वही सरकार की भी जिम्मेदारी होती है कि वह अपने कर्मचारियों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करें। कभी-कभी तो यह भी देखा गया है कि कर्मचारी अपने इलाज के लिए ब्याज में भी की पैसे की व्यवस्था करते हैं। और कभी अपने दोस्तों से उधार लेकर या अपनी जमीन बेच कर अपना या अपने परिवार का इलाज करवाते हैं।

इस स्थिति में उन्हें मेडिकल का पैसा ना मिल पाना एक बहुत बड़ी समस्या, पास मंत्री डीएसपी देव ने इस बात को बड़ी गंभीरता से लिया और उन्होंने संगठन को आश्वासन दिया आपका यह मुद्दा कर्मचारी हित में है, और कर्मचारियों का यह अधिकार है कि उन्हें भी अच्छा स्वास्थ्य सुविधा मिले। इसे जल्द से जल्द बहाल करने के लिए मुख्यमंत्री जी से चर्चा की जाएगी एवं कर्मचारियों को मेडिकल कैशलेस फ्री करने की सुविधा भी दी जाएगी। साथी संगठन ने मांग किया जो हमारी कर्मचारी महिलाएं हैं जिनका डिलीवरी निजी अस्पतालों में होता है। ऑपरेशन के माध्यम से महिला कर्मचारियों को विशेष सुविधा देते हुए सरकार उनके दो बच्चों के लिए उस मेडिकल पैसे की भी व्यवस्था करें। आज की इस मुलाकात में छत्तीसगढ़ कैशलेस चिकित्सा सेवा कर्मचारी कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह उषा चंद्राकर सतीश पसारिया सुनील दुबे समीरा टंडन रुकमणी साहू सभी लोग रायपुर में उपस्थित थे,, संगठन के द्वारा मुख्यमंत्री से भी जल्द मिलने का आश्वासन प्राप्त हुआ है।

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