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छत्तीसगढ़ की IAS बिटिया ने राजगीत गाकर बांधा शमा…. ट्रेनिंग अकादमी मसूरी के इंडिया डे सेलिब्रेशन में बिखरी छत्तीसगढ़िया माटी की खुशबू….IAS के इंटरव्यू में भी श्रद्धा ने गाया था…राजगीत, पैनलिस्ट हो गये थे मुरीद

रायपुर 15 नवंबर 2022। …अरपा पैरी के धार…महानदी हे अपार..इंद्रावती ह….छत्तीसगढ़ की IAS बिटिया श्रद्धा शुक्ला ने जब अपनी मधुर आवाज से प्रशासनिक अकादमी मसूरी में ‘राजगीत’ गाया तो छत्तीसगढ़िया माटी की खुशबू हर ओर बिखर गयी। मधुर आवाज में छत्तीसगढिया माटी की खुबसूरती और खाशियत को बयां करते इस राजगीत पर मौजूद युवा IAS अफसरों की ना तो तालियां रूक रही थी और ना ही तारीफ….।

मौका था लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकैडमी मसूरी में इंडिया डे सेलिब्रेशन का। ट्रेनी IAS अपसरों के नैसर्गिक गुण को निखारने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम के मंच पर IAS श्रद्धा शुक्ला ने भी छत्तीसगढ़िया भावनाओं से ओत-प्रोत में राजगीत गाया। कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन सुशील आनंद शुक्ला की बेटी श्रद्धा शुक्ला इन दिनों प्रशासनिक अकादमी मसूरी में ट्रेनिंग ले रही है।

इंटरव्यू में भी श्रद्धा ने गाया था राजगीत

आपको बता दें कि श्रद्धा शुक्ला को बचपन से ही गाने का शौक है। सिविल सर्विस में चयन से पूर्व अपने इंटरव्यू में भी गाने के हुनर को दिखाया था, जिससे पैनलिस्ट काफी प्रभावित हुए थे। IAS में चयन होने के बाद जब NW न्यूज ने श्रद्धा शुक्ला का इंटरव्यू लिया था, तो उन्होंने अपने गाने के शौक के बारे में खुल बातें की थी। उन्होंने ये भी बताया कि किस तरह से उनके गाये राजगीत को इंटरव्यू में सराहना मिली थी। 45वीं रैंक हासिल करने वाली छत्तीसगढ़ की IAS बिटिया ने बताया कि इंटरव्यू में जब उन्होंने छत्तीसगढ़ के इस राजगीत को गाया तो इसका बहुत बड़ा प्रभाव पैनलिस्ट पर पड़ा और उनकी इस रैंकिंग के पीछे ये बड़ा फैक्टर रहा होगा। श्रद्धा का करीब 25 मिनट के इंटरव्यू चला था, जिसमें सामान्य सवाल-जवाब का सिलसिला ही चला। श्रद्धा बताती है कि उन्हें लग रहा था उनका इंटरव्यू बहुत साधारण जा रहा है, इंटरव्यू के आखिर में पेनलिस्ट ने उनसे कहा कि “आप कुछ अपनी तरफ से बताना चाहती है, तो बतायें”। श्रद्धा कहती है कि उन्हें बस इसी मौके की तलाश थी, जब मैं अपनी क्षमता पेनलिस्ट को दिखा सकूं। श्रद्धा कहती है ….. गाना मेरा शौक रहा है, मुझे संगीत में काफी रूचि है, मैंने पैनलिस्ट से कहा- अगर आप इजाजत दें तो मैं अपने प्रदेश का राजगीत गाना चाहती हूं, पेनलिस्ट ने इजाजत दी, तो मैंने उसे गाया और ना सिर्फ गाया, बल्कि उसका अर्थ भी समझाया, सुनकर सारे लोग काफी प्रभावित हुए, मुझे लगता है कि इस गाने ने सभी लोगों के मन में काफी अच्छा प्रभाव छोड़ा। मुझे लगा कि मेरा इंटरव्यू इस राजगीत की बदौलत और भी बेहतर हो गया।

पिछली बार पोस्टल सर्विस में में हुआ चयन

श्रद्धा ने UPSC के अब तक तीन अटेंप दिये थे, जिसमें से वो दो बार सेलेक्ट हुई। हालांकि 2020 के यूपीएससी उनका मेंस में सेलेक्शन नहीं हुआ था। रिजर्व लिस्ट में उन्हें इंडियन पोस्टल सर्विस में मिला था। रिजर्व लिस्ट में उन्हें 46वीं रैंक मिली थी, श्रद्धा ने बताया था कि उनके दादाजी का सपना था कि मैं आईएएस बनूं। आज उनका सपना मैंने पूरा कर दिखाया है।

डायरी लिखने की शौक है श्रद्धा को

NW को इंटरव्यू में श्रद्धा ने बताया था कि उनका शौक डायरी लिखना रहा है। डायरी में उन्होंने कई बार अपने जीवन का लक्ष्य आईएएस बनने को लिखा है। श्रद्धा कहती है कि जब वो इंटरव्यू से आयी तो उन्होंने अपने वाल पर लिख दिया था कि इस बार मैं अंडर-50 आऊंगी, ये मेरी सोच थी, लेकिन जब 45वीं रैक आयी तो लगा कि मैंने जो सोचा था वही हुआ। श्रद्धा पढ़ने में हमेशा से अच्छी रही है, उन्हे साथी किताबी कीड़ा कहा करते थे। श्रद्धा कहती है कि स्कूल में ऐसा भी नहीं था कि वो हमेशा से फर्स्ट या सेकंड आती थी, वो तीसरी-चौथी आ जाती थी, लेकिन उसके बाद मैंने अपने आपको पढ़ाई में काफी बेहतर किया।

ज्योग्राफी से दी UPSC की परीक्षा

श्रद्धा ने बताया था कि उनकी पूरी पढ़ाई रायपुर में ही हुई। बीडी गर्ल्स कालेज से पढ़ाई पूरी करने वाली श्रद्धा ने ग्रेजुएशन के दौरान ही लक्ष्य बनाया था कि उन्हें IAS बनना है, लेकिन कैसे बनना है इसका रूट मैप नहीं था। पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने इसके मैप देने की कोशिश की। एमएससी की पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने पहली बार यूपीएससी दिया, जिसमें में वो असफल रही, दूसरे अटेंप में वो यूपीएससी में सेलेक्ट हुई, लेकिन अपनी रैंकिंग से संतुष्ट नहीं थी, इसके बाद 2021 के यूपीएससी में परीक्षा दी और फिर 45वीं रैंक लाकर आईएएस बनना कंफर्भ कर दिया। श्रद्धा साइंस की स्टूडेंट रही हैं, उन्होंने फिजिक्स के साथ पोस्ट ग्रेजुएशन किया है, लेकिन रायपुर में रहकर पढ़ाई के दौरान साइंस से यूपीएससी की तैयारी में काफी दिक्कतें आती, लिहाजा उन्होंने आर्ट्स को चुना और ज्योग्राफी से यूपीएससी की परीक्षा दी। श्रद्धा बताती है कि पढ़ाई से लेकर तैयारी तक उन्होंने रायपुर में की। दिल्ली पहली बार तब गयी, जब इंटरव्यू देने जाना था।

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