रामभक्तों की मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुनी पुकार, रामलला दर्शन योजना का दिया उपहार

‘राम काज किन्हें बिनु मोहे कहां विश्राम’. वीर बजरंगबली के लिए लिखी गई ये पंक्ति प्रभु श्री राम के ननिहाल छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय पर भी बिल्कुल फीट बैठती है. ऐसा इसलिए, क्योंकि छत्तीसगढ़ के रामभक्त मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस पक्ति को आत्मसात और चरितार्थ कर के दिखाया है. प्रदेश में सुशासन और रामराज्य स्थापित करने के ध्येय से काम कर रहे यशस्वी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अयोध्या में नवनिर्मित भव्य श्री राम मंदिर और उसमें विराजमान प्रभु श्री राम के अलौकिक दर्शन के लिए एक बेहद महत्ती योजना शुरू की है. इस योजना का नाम है श्री रामलला दर्शन योजना.

छत्तीसगढ़ के कण-कण में श्री राम रचे-बसे हैं और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के रोम-रोम में प्रभु श्री राम बसे हैं. तभी तो सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘मोदी की गारंटी’ का वादा मुख्यमंत्री ने प्राथमिक्ता से निभाया. और भक्तों को उनके भगवान के दर्शन के लिए न सिर्फ श्री रामलला दर्शन योजना बनाई गई बल्कि उसे अमली जामा भी पहना दिया गया. यूं तो आस्था स्पेशल ट्रेनों का परिचालन फरवरी 2024 से ही शुरू कर दिया गया था. लेकिन योजना की औपचारिक शुरुआत 5 मार्च 2024 को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया. तबसे लगातार ट्रेनें अयोध्या धाम जा रही है और छत्तीसगढ़ के लोगों को प्रभु राम का दर्शन सुख मिल रहा है.

योजना के तहत अयोध्या धाम जाने वाले गरियाबंद के श्रद्धालु योगेश शर्मा ने बताया कि विष्णुदेव साय सरकार ने श्री रामलला दर्शन के उनके सपने को पूरा किया है. सरकार की मदद से अयोध्या जाने का सौभाग्य उन्हें प्राप्त हुआ है और प्रभु रामलला के दर्शन कर के वो धन्य हो गए. इसी तरह देवभोग क्षेत्र के ग्राम गिरसुल निवासी उदयभान सेन ने बताया कि वह सरकार की योजना के तहत अयोध्या धाम की यात्रा कर के बेहद खुश हैं. वह कहते हैं कि हमारे पूर्वजों में से भी कोई आज तक अयोध्या नही गए हैं. शासन के सहयोग से रामलला दर्शन करने का अवसर मिल रहा है, जो कि हम सब के लिए खुशी की बात है. निशुल्क यात्रा के साथ खाने, पीने और रहने की भी व्यवस्था की गई है, इससे श्रद्धालुओं पर कोई आर्थिक बोझ भी नहीं पड़ रहा है

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योजना के चलते श्री श्री रामलला दर्शन को लेकर गांव-गांव में है उत्साह

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के आह्वाहन का असर ही कहेंगे कि छत्तीसगढ़ के गांव-गांव में श्रीराम लला के दर्शन को लेकर उत्साह का माहौल है. श्री रामलला दर्शन योजना के तहत लगातार अलग-अलग जिलों से राम भक्तों को लेकर ट्रेनें अयोध्या जा चुकी है. 5 मार्च को रायपुर रेल्वे स्टेशन से पहली ट्रेन को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने झंडी दिखाकर अयोध्या धाम के लिए रवाना किया. खास ये भी है कि ट्रेन में सुरक्षा प्रहरी और आइआरसीटीसी के कर्मचारी भी यात्रा के दौरान साथ गए. पंजीकृत यात्रियों के अलावा अन्य कोई भी यात्री ट्रेन में यात्रा नहीं कर सकते हैं. यात्रियों की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम भी ट्रेन में किए गए हैं

रामलला दर्शन योजना का उद्देश्य-

धर्म और अध्यात्म को बढ़ावा देना-

योजना के माध्यम से छत्तीसगढ़ के लोगों को हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक अयोध्या श्री रामलला के दर्शन करने का अवसर मिल रहा है. इससे उनमें धर्म और आध्यात्म के प्रति रुचि और विश्वास बढ़ेगा.

सामाजिक समरसता को बढ़ावा देना-

योजना के माध्यम से छत्तीसगढ़ के विभिन्न वर्गों के लोग एक साथ अयोध्या जा रहे हैं. इससे उनके बीच सामाजिक समरसता और भाईचारे को बढ़ावा मिल रहा है.

पर्यटन को बढ़ावा देना-

योजना के माध्यम से छत्तीसगढ़ के लोगों को अयोध्या के साथ-साथ अन्य धार्मिक और पर्यटन स्थलों के दर्शन भी कराया जा रहा है. इससे राज्य के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा

श्री रामलाल दर्शन योजना के लाभ और विशेषताएं-

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श्री राम लाल दर्शन योजना के माध्यम से 18 वर्ष से 75 वर्ष की आयु वर्ग के लोगों को तीर्थ यात्रा करवाई जा रही है

राज्य सरकार द्वारा यह यात्रा प्रदेश की जनता को निशुल्क रूप से करवाई जा रही है

सबसे पहले इस योजना में 55 वर्ष और उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों को प्राथमिकता दी जा रही है

इस योजना के माध्यम से प्रतिवर्ष 20000 दर्शनार्थियों को श्री रामलाल दर्शन यात्रा के लिए लेकर जाने की सरकार की मंशा है

यह योजना राज्य के वृद्ध नागरिकों को उनके जीवनकाल में तीर्थ यात्रा का अवसर प्रदान कर रही है

श्री रामलला दर्शन योजना के अंतर्गत शहरी इलाकों के 25 प्रतिशत और ग्रामीण इलाकों से 75 प्रतिशत दर्शनार्थियों का चयन किया जाना तय है

एक यात्री एक ही बार दर्शन योजना का लाभ निःशुल्क ले पाएगा

वर्तमान में कोई भी शासकीय सेवक योजना के लिए पात्र नहीं हैं

35 करोड़ रुपए का है बजट-

सरकार ने श्रीरामलला दर्शन योजना को बजट में शामिल किया है. सरकार ने योजना के लिए 35 करोड़ रुपये का प्रावधान बजट में किया है. प्रदेशभर से हर साल करीब 20 हजार श्रद्धालुओं को अयोध्या दर्शन के लिए ले जाया जाएगा. इस योजना से युवा, बुजुर्ग, महिलाओं में खुशी का माहौल है. हर किसी के मन में अयोध्या जाने की चाहत है. सरकारी योजना के माध्यम से आने-जाने का खर्च, भोजन, ठहरने, भ्रमण करने की निःशुल्क व्यवस्था की जा रही है

श्री रामलाल दर्शन योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया-

इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए सबसे पहले आपको सरकारी कार्यालय से आवेदन फॉर्म लेना होगा. फिर आपको श्री राम लाल दर्शन योजना का आवेदन फार्म में पूछी गई सभी जानकारी को दर्ज करना है. सभी जानकारी को दर्ज करने के बाद आपसे मांगे गए दस्तावेजों को संलग्न करना होगा. अब आपको आवेदन फार्म जमा करवाना होगा जिसमें जिला समिति द्वारा आवेदन फार्म की जांच की जाएगी. जिला समिति द्वारा चयनित होने पर श्री रामलाल के दर्शन हेतु अयोध्या यात्रा के लिए पात्र माना जाएगा

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श्री राम लाल दर्शन योजना छत्तीसगढ़ के लिए पात्रता-

इस योजना के लिए आवेदक को छत्तीसगढ़ राज्य का मूल निवासी होना अनिवार्य है. आवेदक की उम्र 18 वर्ष से 75 वर्ष के अंतर्गत होनी चाहिए. राज्य के दिव्यांग जनों को परिवार में से किसी एक सदस्य साथ ले जाने की सुविधा मिलेगी. जिला मेडिकल बोर्ड की ओर से स्वास्थ्य परीक्षण में सक्षम पाए जाने पर यात्रा के लिए पात्र माना जाएगा.

श्री रामलाल दर्शन योजना के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज-

आवेदक का आधार कार्ड
निवास प्रमाण पत्र
आयु प्रमाण पत्र
स्वास्थ्य रिपोर्ट
मोबाइल नंबर
पासपोर्ट साइज फोटो…..

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