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गजब शिक्षा विभाग : शिक्षक को सस्पेंड कर विवादों में घिरा शिक्षा विभाग…. स्कूल में शराब पीने के आरोप में किया था सस्पेंड, लेकिन तस्वीर ढाबे की … विभाग में मचा हड़कंप ….

जशपुर 20 नवंबर 2022। अजब-अनूठे कारनामों की वजह से हमेशा चर्चाओं में रहने वाला शिक्षा विभाग, जशपुर के एक प्रकरण में विवादों से घिर गया है। आरोप है कि शिक्षा विभाग ने एक शिक्षक को ऐसे गुनाह में सस्पेंड कर दिया, जो उसने किया ही नहीं था। अब मामले की सच्चाई उजागर होने के बाद विभाग में हड़कंप मचा है। दरअसल हुआ ये कि शनिवार को शिक्षक गौरीशंकर भगत को स्कूल में शराब पीकर आने और स्कूली बच्चे के सामने शराब पीने के जुर्म में जशपुर DEO ने सस्पेंड करने का फरमान जारी किया था।

ना जांच, ना रिपोर्ट, सीधे कार्रवाई…. जिस तूफानी अंदाज में शिक्षा विभाग ने शिक्षक को सस्पेंड करने का फरमान जारी किया, उसने हर किसी को सकते में ला दिया। विभाग पर आरोप है कि जिस वायरल तस्वीर के आधार पर शिक्षक को सस्पेंड किया गया, वो तस्वीर स्कूल का है ही नहीं, बल्कि एक ढाबा का था, वहीं जिस लड़के के फोटो को छात्र के सामने शराब पीने का बताया गया, वो उसका रिश्तेदार था। जानकारी तो ये भी है कि बारिश के दौरान की इस तस्वीर है, जिसमें शराब शिक्षक ने नहीं पीया था, बल्कि सिर्फ खाना खाया था।

सस्पेंशन आर्डर पर जब सवाल उठे तो फजीहत से बचने के लिए विभाग ने आनन फानन में BEO के नेतृत्व में एक कमेटी बनायी और फिर जांच के आदेश दे दिये। NW न्यूज के मुताबिक जांच पूरी हो गयी है और अब सोमवार को डीईओ को ये रिपोर्ट सौंपी जायेगी। हालांकि आनन-फानन में सस्पेंशन कर अपनी फजीहत कराने वाले शिक्षा विभाग ने अपनी गलती पर पर्दा ढकने की पूरी तैयारी कर ली है। हो सकता है आने वाले एक-दो दिनों में निलंबित शिक्षक को बहाल भी कर दिया जाये।

दरअसल गौरीशंकर भगत को 19 नवंबर को विभाग ने सस्पेंड कर दिया था। मीडिया रिपोर्ट के आधार पर पत्थलगांव के रोकबहार स्कूल के शिक्षक गौरीशंकर को शराब पीकर स्कूल आने और स्कूली बच्चे के सामने शराब पीने का दोषी मानते हुए सस्पेंड कर दिया गया और पत्थलागंव बीईओ कार्यालय अटैच कर दिया गया था। सस्पेंशन आर्डर जैसे ही जारी हुआ, शिक्षक सकते में आ गये। सोशल मीडिया में शिक्षा विभाग के आदेश की आलोचना होने लगी।

जानकारी के मुताबिक जिस तस्वीर के आधार पर शिक्षक को सस्पेंड किया गया।

  • पहली बात तो वो तस्वीर महीनों पुरानी होने का दावा किया जा रहा है।
  • दूसरी बात ये कि स्कूल में शिक्षक के शराब पीने का दावा किया गया, जबकि कहा जा रहा है कि वो तस्वीर स्कूल का था ही नहीं, बल्कि किसी ढाबे का था।
  • तीसरी बात ये कि स्कूली बच्चों के सामने शराब पीने का दावा किया गया, जबकि स्कूली बच्चा वहां कोई नहीं था, बल्कि एक बच्चा जो शिक्षक का रिश्तेदार बताया जा रहा है।
  • और, चौथी बात ये कि शराब पीने के आरोप में शिक्षक को सस्पेंड किया गया, जबकि शिक्षक ने शराब नहीं पीने की दलील दी है।

विभाग ने जांच टीम बैठायी

सस्पेंशन के इस मामले में विभाग पर लापरवाही उजागर हो रही है, जिसके बाद से शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। आनन फानन में जिला शिक्षा अधिकारी ने बीईओ पत्थलगांव की अगुवाई में एक जांच टीम बनायी, जिसमें दो प्रिंसिपल और दो सीएससी शामिल थे। जांच टीम ने निलंबित किये गये शिक्षक के अलावे, स्कूल के प्रधान पाठक, शाला प्रबंध समिति और स्थानीय लोगों के बयान दर्ज किये हैं। देर शाम तक चली जांच के बाद स्कूल से टीम लौटी है। सूत्रों ने बताया कि सोमवार को जांच टीम अपनी रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी को देगी।

स्कूल की नहीं ढाबे की है तस्वीर

जानकारी के मुताबिक शिक्षक गौरीशंकर भगत को जिस तस्वीर के आधार सस्पेंड किया गया, वो स्कूल का नहीं, बल्कि गंझियाडीह के एक ढाबे के होने का दावा किया जा रहा है। वहीं जिस बच्चे को तस्वीर में दिखाया जा रहा है, वो शिक्षक का भतीजा बताया जा रहा है। दावा ये भी है कि शिक्षक ने शराब नहीं पी थी। जानकारी के मुताबिक किसी ने पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर ये तस्वीर वायरल की है।

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