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शिक्षकों की बर्खास्तगी: सोमवार तक हड़ताली शिक्षकों के स्कूल लौटने का किया जायेगा इंतजार, मंगलवार-बुधवार से शुरू होगा बर्खास्तगी का एक्शन

रायपुर 20 अगस्त 2023। शिक्षकों का एक तरफ आंदोलन उग्र हो रहा है, तो दूसरी तरफ सरकार भी सख्त तेवर दिखा रही है। प्रदेश भर में शिक्षकों के लिए भी एक्शन शुरू हो गया है। एक्शन की पहली कड़ी में नोटिस जारी किया जा रहा है, लेकिन खबर है कि बुधवार से बर्खास्तगी और निलंबन जैसी कार्रवाई शुरू हो जायेगी। विभागीय सूत्रों के मुताबिक कार्रवाई पहले से ही शुरू हो जाती, लेकिन शनिवार-रविवार की छुट्टी की वजह से कार्रवाई सोमवार से शुरू होगी। DPI ने स्पष्ट रूप से आदेश दिया है कि तय मियाद तक अगर शिक्षक नहीं लौटते हैं, तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाये।

DPI के निर्देश के बाद प्रदेश में 800 से ज्यादा शिक्षकों को नोटिस जारी कर दिया गया है। हालांकि खबर ये भी है कि पिछले दो दिनों में 1000 से ज्यादा शिक्षकों को नोटिस थमाया जा चुका है। अकेले रायपुर संभाग से 300 के करीब शिक्षकों को बर्खास्तगी का नोटिस जारी किया चुका है। नोटिस में साफ लिखा है कि तीन दिन के भीतर जवाब प्रस्तुत करें, नहीं तो सेवा समाप्ति की कार्रवाई की जायेगा।

इधर, शिक्षकों के तेवर अभी भी नरम नहीं पड़े हैं। सोमवार को शिक्षकों ने बर्खास्तगी के आदेश की प्रतिया प्रदेश भर में जलायी। सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन ने दो टूक कहा है कि जब तक मांगें पूरी नहीं होगी, वो अपने आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे। शुक्रवार को जेल भरो आंदोलन शिक्षकों ने किया था, जिसमें कई शिक्षक नेताओं को गिरफ्तार भी किया गया था, हालांकि देर शाम सभी को रिहा कर दिया गया था।

इससे पहले राज्य शासन के स्कूल शिक्षा विभाग में अनाधिकृत रूप से हड़ताल पर गए सहायक शिक्षक, समग्र शिक्षक (एलबी) के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के निर्देश जारी किए थे। लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग के सभी संभागीय संयुक्त संचालक, जिला शिक्षा अधिकारी और विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों को शासन के निर्देशानुसार कार्यवाही करने कहा था।

    गौरतलब है कि प्रदेश के सहायक शिक्षक, समग्र शिक्षक (एलबी) छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के आव्हान पर 10 अगस्त से (पूर्ण सेवा की गणना कर सही वेतन निर्धारण/वेतन विसंगति) को दूर करने के लिए अनाधिकृत रूप से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे हैं। उनके द्वारा 18 अगस्त 2023 को ‘ जेल भरो आंदोलन‘ की रणनीति बनाई गई है। इस हड़ताल से स्कूलों में अध्ययन-अध्यापन कार्य बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। विद्यालयों में तालाबंदी की स्थिति भी निर्मित हो रही है। इसे राज्य शासन (स्कूल शिक्षा विभाग) ने गंभीरता से लेते हुए कड़ाई से कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। 

    लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग के सभी संभागीय संयुक्त संचालक, जिला शिक्षा अधिकारी और विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों से कहा है कि राज्य शासन के निर्देशानुसार शैक्षणिक कार्य को छोड़कर हड़ताल पर गए शिक्षकों, शिक्षक संगठनों के पदाधिकारियों को सर्वप्रथम अपने स्तर से व्यवहारिक रूप से समझाइश दी जाए। समझाइश के पश्चात भी यदि शिक्षकगण 24 घंटे (आगामी कार्य दिवस) में कर्तव्य स्थल (शाला) में अध्यापन कार्य प्रारंभ नहीं करते हैं तो उन्हें कारण बताओ सूचना पत्र जारी करें कि राज्य के विद्यार्थियों, पालकों और मूलतः जनहित में क्यों न उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाए। इसके पश्चात अनुपस्थित, हड़ताल पर उद्यत शिक्षकों के विरूद्ध छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम-1966 के तहत विधिवत् अनुशासनात्मक कार्यवाही सुनिश्चित करें। 

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