बिग ब्रेकिंग

NW न्यूज 24 स्पेशल-अस्पताल आपके द्वार : वरदान बन गयी है ‘दाई-दीदी क्लीनिक’ योजना ….घर के करीब मिल रही स्तन कैंसर के अलावा गर्भवती महिलाओं को विशेष जांच की सुविधा

रायपुर 4 अक्टूबर 2022। “अस्पताल आपके द्वार “…आज से तीन साल पहले ऐसा सोचना भी बेमानी था। लेकिन, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उस सपने को सच कर दिखाया है। दौड़ती भागती जिंदगी में आज हर गरीब और जरूरतमंद चाहता है कि वो जब बीमार पड़े तो उसे अपने इलाज के लिए भटकना न पड़े। छोटी-छोटी बीमारी के लिए अपने काम धंधे बंद कर डाक्टरों से अपॉइंटमेंट लेना और कतार में लगना ना पड़े..ऐसे ही लोगों की जरूरतों को ध्यान रख मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की तरफ से छत्तीसगढ़ में शुरू की गई है, मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना। स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत दाई दीदी क्लिनिक योजना तो महिलाओं के लिए किसी वरदान से कम नहीं, जो मुख्यमंत्री की सोच को पूरे प्रदेश में साकार कर रही है। अस्पताल अब लोगों के द्वारों पर पहुंच रहा है…आपके ही मुहल्ले में डाक्टर पहुंचते हैं, नर्स आती है, वहीं जांच होता है और फिर दवाईयां भी मिल जाती है।

बीमार लोगों को अपने मुहल्ले में ही हेल्थ कैंप लगने से लोगों को इलाज में बहुत सहूलियत होने लगी है। स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार के साथ गरीबों का त्वरित इलाज कर उन्हें स्वस्थ बनाने की दिशा में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा उठाए गए कदम का ही परिणाम है। मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना अंतर्गत गरीब परिवारों का दिल जीत रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दिशा-निर्देशन में 1 नवंबर 2020 को प्रदेश के 14 नगर पालिक निगमों में प्रारंभ हुई इस योजना से अभी तक 15 लाख से अधिक मरीजों का उपचार हो चुका है। मोबाइल मेडिकल यूनिट अंतर्गत लगने वाले कैम्प और स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने वालों की संख्या देखी जाए तो हर माह एक लाख से अधिक मरीज मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से स्वस्थ हो रहे हैं।   

दाई-दीदी क्लीनिक बनी महिलाओं के लिए संजीवनी

मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से स्लम इलाकों में कैंप लगाकर इलाज एवं स्वास्थ्य जांच तक की जाती है। शिविर में आकर इलाज कराने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। अब तक लगाए गए शिविर में स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने वाले मरीजों का औसत देखे तो प्रति एमएमयू 70 मरीजों को इसका लाभ मिल रहा है। दाई-दीदी क्लीनिक के माध्यम से प्रति एमएमयू 76 महिलाओं को स्वास्थ्य लाभ मिल रहा है। मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना अंतर्गत दाई-दीदी क्लीनिक देश की ऐसी पहली अभिनव योजना है जिसमें महिला चिकित्सक से लेकर अन्य स्टाफ महिलाएं है। यहां महिलाओं द्वारा महिलाओं के इलाज किए जाने से स्लम सहित आसपास की महिलाएं बेझिझक अपना उपचार करा पाती है।राज्य शासन द्वारा स्लम क्षेत्रों में रहने वाले जरूरतमंद लोगों के लिए शुरू की गई शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना गरीबों के लिए वरदान साबित हो रही है। योजना के तहत मोबाईल मेडिकल यूनिट शहर के विभिन्न स्लम क्षेत्रों में जाकर त्वरित स्वास्थ्य सेवाएं दे रही है, जिसमें डॉक्टर, लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट, नर्स की टीम मौजूद है। झुग्गी बस्तियों में रहने वाले नागरिकों को निःशुल्क परामर्श, इलाज, दवाईयां एवं पैथालॉजी लैब की सुविधा मिल रही है।

जांच के साथ दवाएं भी हो रही है उपलब्ध

 इस योजना के धरातल पर उतरने से स्लम क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के माथे से चिंता की एक बड़ी लकीर मिट गई है। पहले लोगों को अस्पतालों के चक्कर लगाने पड़ते थे। पैसे के अभाव में इन्हें अच्छा इलाज भी नहीं मिल पाता था, पर अब परिस्थितियां बदल गई है। इस योजना से शहरों के स्लम क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को बेहतर इलाज मिल ही रहा है साथ में निःशुल्क लैब, टेस्ट की सुविधा एवं दवाई भी मिल रही है। महिलाओं के लिए विशेष तौर पर दाई दीदी क्लिनिक की शुरूआत भी की गई है। मोबाईल मेडिकल यूनिट में गंभीर बीमारियों को छोड़कर सभी प्रकार की सामान्य बीमारियों का इलाज किया जाता है। इसमें लैब की सुविधा भी उपलब्ध है। जिसमें आवश्यकतानुसार ब्लड, यूरीन जांच, सीबीसी, मलेरिया जैसे रोगों का निःशुल्क जांच की जाती है। यूनिट में इसीजी, ब्लड प्रेशर, प्लस ऑक्सीमीटर जैसे स्वास्थ्य उपकरण उपलब्ध है। बेहतर स्वास्थ्य सुविधा से वंचित एक बड़े वर्ग को उनके घरों तक स्वास्थ्य सुविधा मिलने से उनके चेहरे पर मुस्कान आ गई है।

मुख्यमंत्री ने इंदिरा गांधी के जन्म दिवस पर किया था शुभारंभ

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के जन्म दिवस पर महिलाओं के लिए क्लीनिक दाई-दीदी क्लीनिक का शुभारंभ किया था। मोबाइल दाई-दीदी क्लिनिक में डॉक्टर सहित सभी चिकित्सकीय स्टाफ महिलाएं होती है। दाई दीदी क्लिनिक में सिर्फ महिलाओं का ही निःशुल्क इलाज किया जाता है।    दाई-दीदी क्लीनिक देश में अपनी तरह का पहला क्लीनिक है, जो केवल महिलाओं का इलाज करेगा। यह भी उल्लेखनीय हैं कि कई बार संकोच के कारण महिलाएं अपनी बीमारी को खुलकर नहीं बता पाती हैं। इस कारण उनकी बीमारी का सही उपचार नहीं हो पाता। अब दाई-दीदी क्लीनिक में महिला चिकित्सक और महिला स्टाफ होने से वे निःसंकोच अपना समुचित इलाज करा रही है। रायपुर शहर में इस मोबाइल क्लिनिक के माध्यम से महिलाओं को निःशुल्क इलाज की सुविधा उनके घर के पास मिल रही है और महिलाएं भी इसका पूरा लाभ लेते हुए बड़ी संख्या में आकर अपना इलाज करा रही है।

स्तन कैंसर के अलावा गर्भवती महिलाओं की विशेष जांच की सुविधा

दाई-दीदी क्लीनिक में महिलाओं के प्राथमिक उपचार के साथ-साथ महिला चिकित्सक द्वारा स्तन कैंसर की जांच, हितग्राहियों को स्व स्तन जांच का प्रशिक्षण, गर्भवती महिलाओं की नियमित एवं विशेष जांच आदि की अतिरिक्त सुविधा हैं।    महिला एवं बाल विकास विभाग के सहयोग से शहरों में स्थित आंगनबाड़ी के निकट पूर्व निर्धारित दिवसों में यह क्लीनिक स्लम क्षेत्र में लगाया जा रहा है। इस क्लीनिक के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं, बच्चों आदि के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की विभिन्न हितग्राहीमूलक परियोजना का लाभ भी प्रदान किया जा रहा है।  यह भी उल्लेखनीय हैं कि जनरल क्लीनिक में महिलाओं के लिए पृथक जांच कक्ष और काउंसलर नहीं होने से महिलाएं परिवार नियोजन के साधन, कॉपर-टी निवेशन, आपातकालीन पिल्स की उपलब्धता, गर्भनिरोधक गोलियां, साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली, गर्भनिरोधक इंजेक्शन, परिवार नियोजन परामर्श, एसटीडी परामर्श में शर्म का अनुभव करती है। इस महिला क्लीनिक में डेडीकेटेड महिला स्टाफ होने से महिलाओं विशेषकर झुग्गी झोपड़ क्षेत्र की गरीब महिलाएं अब इस प्रकार के परामर्श निःसंकोच ले रही हैं।

1592 कैंपों का हो चुका है आयोजन

मुख्यमंत्री दाई दीदी मोबाइल क्लीनिकों के माध्यम से अब तक राज्य में करीब एक हजार 592 कैम्प लगाएं जा चुके है और इनसे रायपुर, बिलासपुर एवं भिलाई नगर निगम क्षेत्र की गरीब स्लम बस्तियों में रहने वाली एक लाख 18 हजार 523 से अधिक महिलाओं एवं बच्चियों का उनके घर के पास ही दाई-क्लीनिक कैंप के माध्यम से इलाज किया गया है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा मुख्यमंत्री दाई-दीदी क्लिनिक योजना संचालित की जा रही है। योजना के तहत दाई-दीदी क्लिनिक की मोबाइल मेडिकल यूनिट के वाहन में महिला चिकित्सकों और स्टॉफ की टीम पहुंचती है तथा जरूरतमंद महिलाओं एवं बच्चियों की विभिन्न बीमारियों का निःशुल्क इलाज करती है। इन मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा 20 हजार 826 महिलाओं का लैब टेस्ट किया गया तथा एक लाख 12 हजार 380 महिलाओं को निःशुल्क दवाईयां दी गई। इससे गरीब स्लम क्षेत्र में रहने वाली मेहनत मजदूरी करने वाली ऐसी महिलाएं जो कई कारणों से अपना इलाज नहीं पा रही थी। उन्हें इलाज की सुविधा घर के पास ही महिला चिकित्सकों और चिकित्सा स्टॉफ के माध्यम से मिल पा रही है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा मुख्यमंत्री दाई-दीदी क्लिनिक योजना संचालित की जा रही है। योजना के तहत दाई-दीदी क्लिनिक की मोबाइल मेडिकल यूनिट के वाहन में महिला चिकित्सकों और स्टॉफ की टीम पहुंचती है तथा जरूरतमंद महिलाओं एवं बच्चियों की विभिन्न बीमारियों का निःशुल्क इलाज कराती है। इन मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा 19 हजार 62 महिलाओं का लैब टेस्ट किया गया तथा एक लाख एक हजार 394 महिलाओं को निःशुल्क दवाईयां दी गई। इससे गरीब स्लम क्षेत्र में रहने वाली मेहनत मजदूरी करने वाली ऐसी महिलाएं जो कई कारणों से अपना इलाज नहीं पा रही थी। उन्हें इलाज की सुविधा घर के पास ही महिला चिकित्सकों और स्टॉफ के माध्यम से मिल पा रही है।

Back to top button