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“जांच से बचना है तो 2 लाख भेजवा दो” ACB अफसर बनकर SDO को लगाया कॉल, पैसे की डिमांड की, पकड़ाये शातिरों में एक PWD का पूर्व कर्मचारी

जांजगीर 16 जुलाई 2023। पुलिस अफसर बनकर PWD के SDO से 2 लाख की डिमांड करने वाले शातिर पकड़ लिये गये हैं। आरोपी का नाम दिलीप सुपकार और गंगेसरानंद है। दिलीप सुपकार को बिलासपुर और ओड़िसा के गंगेसरानन्द जगत को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी दिलीप सुपकर ने जांजगीर के PWD डिपार्टमेंट के SDO दलगंजन साय को फोन कर खुद को पुलिस अधिकारी बताया और भ्रष्टाचार के मामले ने जाँच कर फंसाने की धमकी दी।

शातिर ठगों ने जाँच से बचाने के लिए 2 लाख रुपये की मांग की। SDO ने मामले की शिकायत कोतवाली थाना मे दर्ज कराई, जिस पर कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी दिलीप सुपकर पूर्व में PWD विभाग मे काम कर चुका था। पुलिस ने दोनों आरोपियों से 4 नग मोबाईल, जप्त किया है और धारा 384,507 के तहत कार्यवाई कर न्यायिक हिरासत मे भेज दिया है।

शिकायत में बताया गया कि 9 जुलाई की दोपहर मोबाईल पर कॉल आया कि मैंने जो किया है उसे नहीं देखे हो तुम्हारे विरुद्ध भ्रष्टाचार की शिकायत है जिसे खतम करने के लिये तुम मुझे 200000 / दो लाख रुपये दो नहीं तो मैं तुम्हारी नौकरी खा जाऊंगा। तुम कही के नहीं रहोगे। जब एसडीओ ने मना किया तो कॉल पर सामने से झूठे आरोप में फसा देने की धमकी दी जाने लगी। उसी दिन शाम 7.30 बजे फिर से व्हाटस अप मैसेज आया और कुछ समय बाद कॉल आया कि उसका नाम दिलीप सुपकार है। साहब ने उसे फोन लगाया था क्या सोचे हो और फिर से पैसे की डिमांड करने लगा। साथ ही फोन पर धमकी दी जाने लगी कि पैसे नहीं दोगे तो अंजाम भुगतने के लिये तैयार रहो अभी मामला पैसे देकर रूफा दफा कर वो कहने लगा।

दर्ज शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की। बिलासपुर एवं उडिसा भेजा गया टीम के द्वारा तत्परता से आरोपी दिलीप सूपकार को बिलासपुर एवं उसके साथी गंगेसरानद जगत को खरियार रोड जिला नयापारा उडिसा को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया। पूछताछ में मामले का आरोपी दिलीप सूपकार ने बताया कि वह वर्ष 1990 से 2002 तक पीडब्लूडी विभाग में डेली वेजेस में काम करता था जो वर्ष 2002 में काम से निकाल दिया गया था। वर्ष 2013-14 में भी सविदा में पीडब्लूडी में काम किया है। वर्ष 2016-17 में रायपुर गुढीयरी में गंगेसरानंद से मिला था, जिसको शासकीय अधिकारी/कर्मचारियों से भया दिखाकर रूपये पैसे प्राप्त करने की अपनी योजना को बताकर उसे भी अपने साथ शामिल कर लिया। पीडब्लूडी में काम करने की वजह से इसे अधिकारी / कर्मचारियों के नम्बर प्राप्त हो जाते थे जिसके माध्यम से ये अपने साथी के साथ मिलकर भष्ट्राचार की शिकायत होने तथा कार्यवाही का भय दिखाता था। फिर शिकायत के निराकरण के एवज में पैसो की मांग करता था। इसके द्वारा विभाग कि अलग अलग कर्मचारियों से शिकायत के संबंध में डराकर मोटी रकम वसूली किया जा चुका है। विवेचना में अन्य खुलासे होने की संभावना है जिनसे पुछताछ कि जा रही है।

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