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छत्तीसगढ़ में मिला Mouse Dear…. 30 वर्षो के बाद मिला यह जीव, जानिए कहां मिला ये दुर्लभ प्राणी…..

दंतेवाड़ा28 जुलाई 2022 : छत्तीसगढ़ में विश्व के सबसे छोटे प्रजाति का हिरण मिला है। यह हिरण बैलाडीला की पहाड़ी में पाया गया। बताया जा रहा कि बचेली के सुभाष नगर में रात के समय जंगल से भटकते हुए एक हिरण आ गया। हिरण घायल अवस्था में था, जिसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम को दिया।
जानकारी की मुताबिक हिरण घायल अवस्था में शहरी इलाके में पहुंचा था सूचना पाकर वन विभाग की टीम मोके पैर पहुंच हिरण का सही उपचार किया और फिर वापस बैलाडीला के घने जंगल-पहाड़ी में छोड़ दिया गया।

दरअसल,बचेली के सुभाष नगर में रात के समय जंगल से भटकता हुआ एक हिरण आ गया। इसकी सूचना यहां के ग्रामीणों ने वन विभाग को दी। बचेली वन परिक्षेत्र अधिकारी आशुतोष मांडवा अपनी टीम डिप्टी रेंजर अघन श्याम भगत, बीट आफिसर राजेश कर्मा सहित वनकर्मी के साथ सुभाष नगर पहुंचे। हिरण को सुभाष नगर से उठाकर कार्यालय लाया गया। वन परिक्षेत्र अधिकारी आशुतोष मांडवा नें बताया कि सूचना उच्च अधिकारियों को दी गई।अफसरों के परामर्श के अनुसार रायपुर जंगल सफारी के पशु चिकित्सक से परामर्श लेकर बचेली के पशु चिकित्सक से इसकी जांच करवाई। हिरण थोड़ा घबराया हुआ और चोटिल था। इसलिए पशु चिकित्सक से उसका उपचार करवा के ठीक होने पर उसे घने जंगलों में आजाद कर दिया गया।
सर्प मित्र और पर्यावरण प्रेमी अमित मिश्रा ने बताया यह अत्यंत दुर्लभ प्रजाति का हिरण है। इसे इंडियन माउस डियर (इंडियन स्पॉटेड शेवरोटेन), जिसका वैज्ञानिक नाम मोसियोला इंडिका हैं। ये विश्व की सबसे छोटी हिरण की प्रजाति मानी जाती है। इसकी लंबाई 57.5 cm होती है। वजन सिर्फ 3 किलोग्राम के आसपास होता है।

ये रात में निकलने वाला जीव है। बहुत मुश्किल से ही देखने को मिलता है। यहां तक की कैमरा ट्रैप में भी आज तक इसकी कम ही तस्वीरें कैद हो पाईं हैं। जंगल में भी इसे देख पाना आसान नहीं होता है। इसके बैलाडीला में होने की जानकारी अब तक किसी को नहीं थी।

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