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राष्ट्रीय रामायण महोत्सव: मुख्यमंत्री ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र.. सभी प्रदेशों की महोत्सव में भागीदारी का किया अनुरोध

रायपुर 17 मई 2023। छत्तीसगढ़ में पहली बार राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आयोजन होगा। 1 से 3 जून तक ये आयोजन छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में होने वाला है। राष्ट्रीय रामायण महोत्सव 2023 में सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासनिक प्रमुखों को पत्र भेजकर उनसे उनके राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के रामायण प्रदर्शन समूहों की भागीदारी का आग्रह किया है।मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की भागीदारी से इस राष्ट्रीय रामायण महोत्सव की भव्यता और गरिमा बढ़ेगी। राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के अंतर्गत प्रतियोगी कार्यक्रम होंगे, जिसमें प्रस्तुत की जाने वाली नृत्य नाटिका का विषय महाकाव्य रामायण के अरण्य-कांड पर आधारित होगा।छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के रामलीला मैदान में राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का होगा आयोजन। देश के विभिन्न राज्यों की मानस मंडली और विदेशी दलों द्वारा रामायण पर केंद्रित प्रस्तुति दी जाएगी। राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में सामूहिक हनुमान चालीसा एवं भव्य केलो-आरती का आयोजन भी किया जाएगा।

1 से 3 जून तक होगा आयोजन

1 जून से 3 जून तक होने वाले इस खास आयोजन में देश के अलग-अलग राज्यों से कलाकार शिरकत करेंगे। तीन दिवसीय भव्य राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आयोजन में प्रदेश के नामचीन कलाकार भी शामिल होंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस आयोजन में ज्यादा से ज्यादा लोगों के शिरकत करने की अपील की है।मुख्यमंत्री ने बताया कि संस्कृति विभाग की तरफ से आयोजित इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के अलावे देश के अल्ग-अलग राज्यों के रामायण दल भी हिस्सा लेंगे। कार्यक्रम के लिए रामयण करने वाले विदेशी दलों को भी आमंत्रित किया गया है। मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम के उद्देश्यों को बारे में जानकारी देते हुए कहा कि रामकथा के जरिये लोग ना सिर्फ राम राज्य की कल्पनाओं को समझेंगे, बल्कि संस्कारित भी हो सकेंगे।कार्यक्रम के दौरान तुलसीदास के रामचरितमानस के अलावे बाल्मिकी के रामायण के अलग-अलग प्रसंगों का भी कार्यक्रम में प्रस्तुतिकरण किया जायेगा। रायगढ़ के रामलीला मैदान में होने वाले इस भव्य आयोजन में अरण्यकांड पर केंद्रित प्रसंगों की भी विशेष प्रस्तुति होगी। केलो आरती और सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया जायेगा, वहीं हजारों की संख्या में दीपदान भी कि जायेगा। महोत्सव में शामिल होने वाली मानस मंडलियों को प्रथम पुरस्कार 5 लाख रूपए, द्वितीय पुरस्कार 3 लाख रूपए और तृतीय पुरस्कार की राशि 2 लाख रूपए दिया जायेगा।

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