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अब शिक्षक करेंगे बाढ़ शिविर में ड्यूटी : गजब हाल है….. लाख फरमान के बावजूद गैर शैक्षणिक कामों से शिक्षकों को अलग रख ही नहीं पा रहा प्रशासन…दर्जनों की लिस्ट जारी…

बीजापुर 12 जुलाई 2022। लाख आदेश के बावजूद शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कामों में लगाने का सिलसिला खत्म नहीं हो रहा है। कभी कोरोना ड्यूटी, तो कभी वैक्सीनेशन कैंप में आमद जैसे फरमानों के बीच शिक्षकों को आये दिन टोल नाका और सर्वे जैसे कामों तो लगाया ही जा रहा है…सुकमा में अब बाढ़ राहत शिविर में ड्यूटी शिक्षकों की लगा दी गयी है।

कोंटा एसडीएम ने करीब 50 शिक्षकों की ड्यूटी बाढ़ राहत कैंप में लगा दी है। दरअसल बस्तर के कई क्षेत्रों में बारिश हो रही है। नदी नाले उफान पर है, लिहाजा निचली बस्तियों में लगातार पानी घुस रहा है। ऐसे में अब निचले इलाके में रहने वाले लोगों को सुरक्षित राहत कैंपों में पहुंचा गया है।

जिला प्रशासन की तरफ से उन राहत कैंपों में प्राचार्यों और शिक्षकों को तैनात किया गया है। जिन्हें बाढ़ राहत शिविर में ड्यूटी दी गयी है, उनमें व्याख्याता, शिक्षक और सहायक शिक्षक तीनों शामिल हैं. सभी की 12-12 घंटे की ड्यूटी लगायी गयी है।

प्राचार्य को प्रभारी बनाया गया है, वहीं शिक्षकों को सहायक की जिम्मेदारी दी गयी है।

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