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VIDEO-NW बजट स्पेशल स्टोरी : पहली बार इतना ज्यादा बढ़ा मानदेय, तो खुशी से नाच उठी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका…. बोली- सोचा नहीं था कका इतना बड़ा होली का तोहफा देंगे…होली के पहले मनी इनकी होली

रायपुर 6 मार्च 2023। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज बजट में हर वर्ग को कुछ ना कुछ सौगातें दी है। फिर चाहे बात छत्तीसगढ़ के बेरोजगार युवकों को बेरोजगारी भत्ता देने की हो या फिर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में बढ़ोत्तरी की। आज मुख्यमंत्री ने स्कूल में मध्याह्न भोजन बनाने वाले रसोईयों के अलावे सफाईकर्मियों के भी मानदेय में बढोत्तरी का ऐलान किया। इधर मानदेय में बढोत्तरी का ऐलान जैसे ही हुआ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका झूम उठी। रायपुर के धरनास्थल पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने आज जमकर जश्न मनाया। होली के पहले ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने जमकर होली खेली और खुशियों का इजहार करते हुए एक दूसरे पर रंग-गुलाल उड़ाये।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज बजट में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के मानदेय में बढोत्तरी का ऐलान किया। मुख्यमंत्री ने अपने बजट भाषण के शुरुआत में ही महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए सौगात की घोषणा करते हुए कहा कि महिलाओं तथा बच्चों के पोषण एवं टीकाकरण हेतु प्रदेश भर में संचालित 46 हजार 660 आंगनबाड़ी केन्द्रों में कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का मानदेय बढ़ाया जायेगा।

कितना बढ़ेगा मानदेय

मुख्यमंत्री की इस घोषणा के बाद महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मासिक मानदेय में 3500 रुपये की बढोत्तरी की गयी है। कार्यकर्ताओं को पहले 6500 रू. प्रति माह दिया जाता था, जिन्हें अब बढ़ाकर 10 हजार रूपये प्रतिमाह दिया जायेगा। वहीं आंगनबाड़ी सहायिकाओं के मानदेय में 1750 रुपये की बढोत्तरी की गयी है। सहायिकाओं को पहले 3 हजार 250 रू. मिला करता था, लेकिन अब उसे बढाकर 5000 रुपये प्रतिमाह कर दिया गया है। उसी तरह मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय 4 हजार 500 रू. से बढ़ाकर 7 हजार 500 रू. प्रति माह कर दिया गया है।

अभी दी जा रही राशि

छतीसगढ़ में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की संख्या 46660 है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को केंद्र की तरफ से कुल राशि ₹4500 दी जाती थी। जिनमें केंद्र 60% यानी ₹2700 और राज्य सरकार 40% यानी 1800 देती थी। राज्य सरकार की तरफ से ₹2000 रुपए अतिरिक्त मानदेय भुगतान किया जा रहा था। इस लिहाज से अभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को ₹6500 मानदेय मिल रहा था।लेकिन अब उसमें 3500 रुपये की वृद्धि की गयी है। अब उन्हें 10 हजार रुपये मिलेगा।

उसी तरह आंगनवाड़ी सहायिकाओं की कुल स्वीकृत संख्या 46660 है, उन्हें कुल ₹2250 रुपये केंद्र सरकार की तरफ से दिये जाते थे, जिनमें से केंद्र 60 प्रतिशत यानी 1350 और राज्य सरकार 40% यानी ₹900 का भुगतान करती था। राज्य अंश के रूप में अतिरिक्त ₹1000 मिलते थे यानी अभी आंगनबाड़ी सहायिकाओं को ₹3250 मानदेय मिलता था। अब उनके मानदेय में 1750 रुपये की वृद्धि हुई है। अब उन्हें 5000 रुपये दिया जायेगा।

उसी तरह मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की संख्या प्रदेश में 5814 है। केंद्र सरकार की तरफ से कुल राशि ₹3500 दी जाती थी, जिनमें से 60% केंद्रांश ₹2100 और 40% राज्य ₹1400 होता था। अतिरिक्त राज्यांश के रूप में ₹1000 का भुगतान किया जाता था यानी कुल मानदेय ₹4500 दिए जाते हैं, लेकिन अब उसमें 3 हजार रुपये की वृद्धि की गयी है। अब उन्हें 7500 रुपये मिलेगा।

मानदेय बढोत्तरी के बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की प्रतिक्रिया देखिये

33 साल में सबसे बड़ी सौगात- सरिता पाठक

छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ की प्रदेश अध्यक्ष सरिता पाठक की खुशियों का ठिकाना नहीं है। सरिता बताती है कि वो 33 साल से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रुप में काम कर रही है। कभी ऐसा नहीं हुआ कि किसी मुख्यमंत्री ने इतना मानदेय बढ़ाया। दाऊजी ने हमलोगों का उद्धार कर दिया। हम उनके शुक्रगुजार हैं। जैसे ही मुख्यमंत्री ने घोषणा की, हमारे आंखों में आंसू आ गये। उम्मीद नहीं थी, कि दाऊजी होली के पहले इतना बड़ा तोहफा देंगे। अब हमारे लिये ये होली हर त्योहार से बढ़कर हो गया।

मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा दिन हो गया- रुकमणि

छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ की रायपुर जिलाध्यक्ष रुकमणि साहू के लिए आज का दिन बहुत बड़ा है। रुकमणि कहती है कि आज का दिन वो जिंदगी में कभी नहीं भूला पायेंगी। सुबह से ही दिल में कुछ उम्मीद सा लग रहा था कि आज मुख्यमंत्री कुछ ना कुछ जरूर हम बहनों के लिए करेंगे। हमलोग मुख्यमंत्री को कका कहते हैें, तो कका ने अपन बेटियों को बड़ी खुशी दे दी है। हमें जीने लायक वेतन मिल गया है। बस एक घोषणा से हमारी पूरी जिंदगी बदल गयी है। हम बहुत-बहुत आभार जताते हैं।

कका को मिठाई खिलाकर आशीर्वाद लूंगी- सुमन

छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ की प्रांतीय सचिव सुमन यादव मुख्यमंत्री को मिठाई खिलाकर उनका आशीर्वादन लेना चाहती हूं। सुमन का कहना है कि मुख्यमंत्री ने मानदेय बढोत्तरी कर सिर्फ उनकी जिंदगी नहीं बदली है, बल्कि उनके बच्चे-परिवार को भी वरदान दे दिया है। मैें तो इस सौगात के लिए जिंदगी भी मुख्यमंत्री जी का आभारी रहूंगी। मेरे लिए ये बहुत बड़ा तोहफा है। होली के पहले ही आज हमलोगों ने होली खेल ली है। बहुत बहुत धन्यवाद मुख्यमंत्री जी ।

भगवान से मांगी थी मुराद, पर कका ने सुन ली-मधु साहू

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मधु साहू आज सुबह ही मंदिर गयी थी। भगवान से मांगी थी, कि इस बार हमलोगों का मानदेय बढ़ जाये। देखिये भगवान से मांगी मुराद, कका से सुन ली। आज मुख्यमंत्री जी ने हमलोगों की होली की खुशियों को दोगुना कर दिया है। आज तो हमलोगों ने जमकर होली खेली है। आज हमलोगों की खुशियों का ठिकाना नहीं है।

उम्मीद भी थी, घबड़ाहट भी हो रही थी- रंजना श्रीवास्तव

आंगनबाड़ी सहायिका रंजना श्रीवास्तव का कहना है कि उम्मीद तो थी, आज बजट में उनके लिए सरकार जरूर कुछ ना कुछ करेगी। इसलिए आज घड़बड़ाहट भी हो रही थी। जैसे ही टीवी में हमलोग बजट सुने, हमलोगों की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। आज तो हमलोगों ने खुशी में खाना भी नहीं खाया, आज मिठाई से ही हमलोगों का पेट भर गया। जमकर मिठाई खायी और खिलायी भी। भूपेश काका का बहुत बहुत आभार

परिवार अब अच्छे से चलेगा- ज्योति निषाद

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ज्योति निषाद का कहना है कि वो घर की इकलौती कमाऊ सदस्य है। बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं। पैसा इतना कम था कि गुजर बसर नहीं हो पाता था। लेकिन अब सब कुछ ठीक हो जायेगा। ज्योति बोलती है कि 10 हजार में परिवार अच्छे से चल जायेगा। मेरी तो सारी चारी चिंता खत्म हो गयी। कका का बहुत-बहुत धन्यवाद।

मेरे तो खुशी से आंसू निकल गये – शीतल मटियारा

शीतल मटियारा आंगनबाड़ी सहायिका है। शीतल का कहना है कि परिवार चलाना बहुत मुश्किल होता था। 6500 रुपये में घर का किराया और बच्चों को पढ़ाना दोनों काम करना होता था, लेकिन हमलोगों का दुख को मुख्यमंत्री जी ने समझा। मुख्यमंत्री जी ने मानदेय बढ़ाकर जो एहसान किया है, उसे कभी नहीं भूल पायेंगे।

सहायिका बहनों को दूसरे के घरों में काम करने की जरूरत नहीं पड़ेगी-रशीदा बेगम

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रशीदा बेगम का कहना है कि मुझे अपने से ज्यादा सहायिका बहनों के लिए खुशी हो रही है। उन्हें इतना मानदेय कम मिलता था, कि दूसरे के घरों में जानकर बर्तन मांजना और झाड़ू पोछा करना पड़ता था। अब उन्हें सरकार ने सम्मानजनक वेतन दिया है। हम बहुत खुश हैं, उससे ज्यादा खुशी सहायिका बहनों के लिए हो रहा है।

समाज में बढ़ जायेगा हमारा सम्मान – डिंपल पटेल

आंगनबाडी सहायिका डिंपल पटेल का कहना है कि समाज में कई लोग हमारे मानदेय को देखकर तंज कसते थे। मुख्यमंत्री जी ने आज घोषणा कर हमारा सम्मान बढ़ा दिया है। हमें जीने लायक मानदेय मिलेगा। ये सिर्फ हमारा सम्मान नहीं, पूरे महिला जगत का सम्मान है। हमारे परिवार और बच्चों का सम्मान है। मुख्यमंत्री जी को बहन होने के नाते बहुत बहुत बधाई देती हूं। उन्होंने हमलोगों का दर्द समझा।

बच्चों को अच्छे स्कूल में एडमिशन कराऊंगी – तपेश्वरी गोस्वामी

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तपेश्वरी गोस्वामी रंग अबीर से सरोबार है। रायपुर के धरनास्थल पर उसने आज जमकर होली खेली। तपेश्वरी बताती है, आज मुख्यमंत्री जी ने जो घोषणा की, उससे वो काफी खुश है। वो अब अपने बेटे को अच्छी पढ़ाई करायेगी, सास-ससुर का अच्छे से देखभाल करेगी। मुख्यमंत्री जी ने होली के पहले ही हमारी होली मनवा दी है।

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